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Monday 8 June 2020 12:41:31 PM
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रशासन विभाग ने 'मार्केटिंग में बदलते प्रतिमान' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय ई-सेमिनार का आयोजन किया। ई-सेमिनार में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण ग्राहक संबंध प्रबंधन है और इसके लिए उन्होंने एक वास्तुशिल्प रूपरेखा का प्रस्ताव रखा। सेरेंगेट्टी वेंचर्स के सीईओ राजीव जामखेड़कर ने वर्तमान परिदृश्य में जीवित रहने के उत्पादों की आवश्यकता पर बात की। हैकेन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स फिनलैंड की प्रोफेसर पिया पोल्सा ने कहा कि विपणन को आर्थिक मूल्यों पर ध्यान देने के बजाय पर्यावरणीय मूल्य, सौंदर्य मूल्य और मानवीय मूल्य पर विचार करने की आवश्यकता है। ई-सेमिनार में कई और देशों के विशेषज्ञ भी ग्राहक बाज़ार और मुद्रा पर बोले।
अंतर्राष्ट्रीय ई-सेमिनार में बुकमायशो यूएई के सीईओ सुधीर स्याल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस तरह से पब्लिक रिलेशन स्ट्रैटेजी के जरिए ग्राहक अधिग्रहण की लागत को कम किया जा सकता है। प्रमुख संज्ञानात्मक संचालन टीसीएस उत्तरी अमेरिका के सय्यद रिज़वी ने वर्तमान परिदृश्य में डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने के महत्व पर जोर दिया और मुद्रा उद्देश्य बयान की अवधारणा पेश की, जिसे ब्रांडों द्वारा घोषित किए जाने की आवश्यकता है। एलयू के व्यवसाय प्रशासन विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ रितु नारंग अंतर्राष्ट्रीय ई-सेमिनार की आयोजन सचिव थीं। ई-सेमिनार में शिक्षाविदों, कॉर्पोरेट पेशेवरों, छात्रों, प्रबंधकों, पांच महाद्वीपों यूएसए, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका एवं एशिया और पंद्रह से अधिक देशों सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, फिनलैंड, पाकिस्तान, कनाडा, अफगानिस्तान, यूके, नेपाल के प्रतिभागी भी आयोजन में शामिल हुए। ई-सेमिनार व्यवसाय प्रशासन विभाग के यूट्यूब चैनल पर भी लाइव प्रसारित किया गया था।