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Monday 29 June 2020 03:26:08 PM
लखनऊ। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि अब डाकिया चलता-फिरता एटीएम बन गया है, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से हर किसी के लिए घर से खेतों तक सहजता से डिजिटल बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम से अन्य बैंकों में प्राप्त राशि का भी माइक्रो एटीएम से भुगतान किया जा रहा है। कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 27 जून को लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के अधीन सभी 6 जनपदों लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर, अयोध्या और अम्बेडकर नगर में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के आधार इनेबल्ड पेमेंट्स सिस्टम के अंतर्गत भुगतान हेतु महाअभियान चलाया गया, इसमें एक दिन में 30 हज़ार से अधिक लोगों ने इस सेवा का लाभ लिया और 3 करोड़ 36 लाख से अधिक की राशि अपने बैंक खातों से निकाली।
ग्रामीण डाक सेवकों और डाकियों ने लोगों के घर-घर, खेतों-खलिहानों में और श्रमिकों को उनके कार्यस्थल पर जाकर उन्हें उनके बैंक खाते से धनराशि निकालकर उपलब्ध कराई। कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस दौरान डाक विभाग ने समाज के हर वर्ग के लोगों को लाभांवित करने का प्रयास किया है, साथ ही प्रवासी मजदूरों तथा मनरेगा कामगारों का खास ध्यान रखा गया और उन्हें केंद्र व राज्य सरकारों से मिलने वाली धनराशि उनके खातों से निकालकर उन्हें तत्काल कार्यस्थल पर ही उपलब्ध कराई गई। डाक निदेशक ने कहा कि एईपीएस सेवा की गांवों में ही नहीं, बल्कि शहरों में भी काफी प्रशंसा हो रही है। राज्य और केंद्र सरकारों की विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी जा रही डीबीटी राशि को लोग घर बैठे ही डाकिया के माध्यम से निकाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि शारीरिक रूपसे अक्षम लोगों को या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहां पर एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां भी डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक जाकर बैंक से पैसे निकालकर उपलब्ध करा रहे हैं।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 27 जून के महाभियान में बाराबंकी मंडल ने सर्वाधिक 10,129 लोगों को एईपीएस सेवा के माध्यम से भुगतान किया, सीतापुर मंडल ने सर्वाधिक 1 करोड़ 5 लाख रुपये एईपीएस के माध्यम से वितरित किए। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र की 6 में से 4 शाखाएं बाराबंकी, रायबरेली, सीतापुर व लखनऊ उत्तर प्रदेश में टॉप 10 में अपना स्थान बनाने में सफल रही। कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 29 जून से महाअभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों के आईपीपीबी खाते खोलकर उन्हें इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से जोड़ा जाएगा, मात्र आधार और मोबाइल नम्बर से डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देते ये पेपरलेस खाते खोले जाएंगे। अभियान में प्रवासी मजदूरों का खास ध्यान रखा जाएगा, जिससे कि वे सरकार से प्राप्त होने वाली सहायता राशि बिना कहीं बाहर गए घर पर ही प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र में अबतक 4 लाख 71 हजार से अधिक लोग इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के साथ जुड़ चुके हैं और घर बैठे इसकी सेवाओं का लाभ ले रहे हैं।