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देश की आवाज़ बन चुके हैं मोदी–कल्याण सिंह

अयोध्या में ढांचा विध्वंस पर कोई अफसोस नहीं

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 13 April 2013 09:24:46 AM

kalyan singh

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह बिना किसी लाग-लपेट के भाजपा के स्टार नेता नरेंद्र मोदी को राजग के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की पुरजोर वकालत कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह भले ही इस नाजुक सवाल पर संसदीय बोर्ड का हवाला देकर मौन साध रहे हों और भले ही जद (यू) को मोदी के नाम पर तीखी आपत्ति हो, लेकिन कल्याण सिंह कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का एक चेहरा और एक सुर होना चाहिए, नरेंद्र मोदी आज जनता की आवाज़ और देश का चेहरा बन चुके हैं। उनका कहना है कि युवा, महिला, किसान, अगड़े-पिछड़े और समाज के हर वर्ग में मोदी की लोकप्रियता शिखर पर है, जनता की आवाज़ तो खुदा की आवाज़ होती है और इसे नज़रअंदाज करना किसी के लिए मुमकिन नहीं। कल्याण सिंह को भरोसा है कि समय आने पर जद(यू) भी मोदी के नाम पर सहमत हो जाएगा।
एक टीवी कार्यक्रम में कल्याण सिंह ने कहा कि भाजपा को सामाजिक न्याय को और प्रामाणिकता के साथ अपनाना होगा, क्योंकि हर जाति अब सत्ता और राजनीति में अपनी हिस्सेदारी की अपेक्षा रखती है। उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने राज्य की मौजूदा समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार को सरकार कहना ही बेईमानी होगा। कल्याण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सूबे के सिर्फ 1/5 मुख्यमंत्री ही हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में पांच-पांच मुख्यमंत्री हैं। मुलायम सिंह, आज़म खां, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव। ये पांचों 20-20 फीसदी के सीएम हैं, इस सरकार में। कल्याण सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब जब कांग्रेस सत्ता में आती है वह भ्रष्टाचार और महंगाई लाती है और जब-जब सपा सत्ता में आती है वह गुंडागर्दी लाती है।
कल्याण सिंह ने 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस पर कहा कि मैंने इस घटना के लिए न कभी माफी मांगी है और न ही मांगूंगा। उन्होंने कहा कि यह घटना अनियोजित और स्वःस्फूर्त थी। कल्याण सिंह ने साफ कहा कि इस घटना के लिए उन्हें कोई अफसोस न था, न है और न होगा। कल्याण सिंह ने कहा कि वह ढांचा गुलामी का प्रतीक था और उसे जाना ही चाहिए था। उन्होंने सवाल किया कि अगर श्रीराम का मंदिर अयोध्या में उनके जन्म स्थान पर नहीं बनेगा तो फिर कहां बनेगा?

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