Tuesday 5 January 2021 11:06:28 PM
दिनेश शर्मा
स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम हिंदी समाचार पोर्टल आज 12 वर्ष का हो गया। इसके लिए आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए लाख-लाख धन्यवाद! स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम 5 जनवरी 2008 को सायं 6.39 बजे लखनऊ में ऑनलाइन हुआ था। उस समय लखनऊ में कोई ऐसा हिंदी दैनिक समाचार पोर्टल नहीं था, जिसका कि एकल अस्तित्व हो और वह भी हिंदीभाषी। ज्यादातर अनेक नामधारी समाचार पत्रों के भी पोर्टल नहीं थे, बल्कि कुछ बड़े समाचार पत्रों ने ई-पेपर जरूर शुरू कर दिए थे। स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम ने यह पोर्टल यात्रा अपने ही सीमित संसाधनों से प्रारंभ की और आज तक जारी है, भले ही जनवरी 2018 में स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम के सर्वर पर अपने देश से बाहर कहीं से एक ऐसा भयावह हमला हुआ था, जिसमें पूरी वेबसाइट ही डिलीट हो गई, सबकुछ खत्म सा हो गया। गूगल का धन्यवाद कि उसकी मदद से हम बमुश्किल कुछ ही पुरानी फाइलें बचा पाए जो आज आपके सामने हैं। हम अपनी वह पीड़ा बयां नहीं कर सकते, वास्तव में वर्ष 2018 में हमारा पुनर्जन्म हुआ।
हमारा अनुभव है कि समाचार पोर्टल चलाना कोई आसान काम नहीं है, वह एक समाचार पत्र के प्रकाशन और एक टीवी समाचार चैनल चलाने से भी अत्यंत कठिन काम है। यूं तो मीडिया जगत की पहली प्रिंट और ब्रॉडकास्ट क्रांति, फिर निजी क्षेत्र में टीवी चैनलों के रूपमें दूसरी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्रांति और इसके बाद तीसरी इंटरनेट जनित ऑनलाइन मीडिया पोर्टल सोशल मीडिया क्रांति हमारे सामने है, जिसने वैश्विक मीडिया का पूरा का पूरा स्वरूप ही बदल दिया है। तीसरी मीडिया क्रांति ने जो सबसे बड़ा काम किया है, वह यह है कि इसमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के मनमाने प्रस्तुतीकरण और एकाधिकार पर अंकुश लगा दिया है। संक्षेप में कहें तो स्थिति यह है कि आज दुनिया में हर व्यक्ति पत्रकार बन चुका है और यह तीसरी ऑनलाइन मीडिया क्रांति से ही संभव हुआ है। स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम के 12 वर्ष पूर्ण होने की जब हम बात कर रहे हैं तो इस दौर में आप ऑनलाइन पाठकों ने हमें बहुत सम्मान और प्यार दिया है, हम पर भरोसा किया है, हमारे अनेक विश्लेषण लाखों की संख्या में शेयर किए हैं, लाखों और करोड़ों हिट्स दिए हैं।
स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम को अपने किसी प्रिंट प्रकाशन या टीवी चैनल का समर्थन नहीं है, इसके बावजूद हमें देश-विदेश में यह सब लोकप्रियता पोर्टल की विषयवस्तु और उच्चकोटि के प्रस्तुतीकरण की गुणवत्ता से हासिल हुई है। यह भी तब है जब किसी को क्या पता कि शुरू से आजतक हम अत्याधुनिक संसाधन विहीन हैं और लगातार बड़े-बड़े अभावों से जूझते आ रहे हैं, तथापि हमने स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम को झुकने नहीं दिया है, क्योंकि आप पाठकों का बढ़ाया हुआ मनोबल जो हमारे साथ है, नहीं तो सच बताएं कि हमारा संघर्ष अकथनीय है, हम जिसका वर्णन नहीं कर सकते। असहयोग और उपेक्षा के कारण अनेक बार हम न जाने कितनी बार गिरे हैं और फिर गिरकर उठे हैं। हमने इसीलिए कहा है कि कोई समाचार पोर्टल चलाना आसान कार्य नहीं है। यह किसी को जबरदस्ती नहीं पढ़ाया जा सकता। पाठक के मन और पाठक की पसंद की बात है, लेकिन यह भी एक सत्य है कि सही कंटेंट हैं तो यही समाचार पोर्टल की बड़ी ताकत है और उससे बढ़कर कुछ नहीं है, इसीके लिए हम हमेशा संघर्षमय हैं और आपके समर्थन एवं प्यार से यहां तक पहुंचे हैं। स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम को इसी प्रकार से आपके सहयोग और समर्थन की आशा है।