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Tuesday 2 March 2021 12:40:38 PM
विशाखापट्टनम। वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने नेवल बेस पर एक शानदार औपचारिक परेड में वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन से फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ईस्टर्न नेवल कमांड का पदभार ग्रहण किया। वाइस एडमिरल एबी सिंह ने औपचारिक गार्ड का निरीक्षण किया और ईएनसी के विभिन्न जहाजों एवं प्रतिष्ठानों से तैयार किए गए नौसेना कर्मियों की प्लाटूनों की समीक्षा की। समारोह में जहाजों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठानों के फ्लैग ऑफिसर्स और कमान अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने विशाखापट्टनम के बीच रोड पर जाकर युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले जांबाज़ सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने 1 जुलाई 1983 को सेना में कमीशन प्राप्त किया था। वे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला के छात्र रहे हैं। एक नेविगेशन और डायरेक्शन विशेषज्ञ वाइस एडमिरल एबी सिंह 38 वर्ष के अपने कैरियर में विभिन्न सामरिक स्टाफ और कमान नियुक्तियों पर रहे हैं। एडमिरल एबी सिंह ने भारत और विदेशों में पेशेवर पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और स्टाफ कोर्स के दौरान मद्रास विश्वविद्यालय से अपना पहला परास्नातक प्राप्त किया, जहां उन्हें स्कडर मेडल से सम्मानित किया गया। फ्लैग ऑफिसर ने क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी यूनाइटेड किंगडम से ग्लोबल सिक्योरिटी में मास्टर डिग्री भी की है। उन्होंने भारतीय नौसेना के जहाजों वीर (मिसाइल पोत), विंध्यागिरी (फ्रिगेट), त्रिशूल (गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट) और विराट (एयरक्राफ्ट कैरियर) की कमान भी संभाली है।
एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह के पास श्रीलंका में ऑपेरशन पवन और वेस्टर्न फ्लीट के फ्लीट नेविगेटिंग ऑफिसर के रूपमें पश्चिमी समुद्र तट पर ऑपेरशन पराक्रम का समृद्ध सामरिक अनुभव है। वह 2019 की शुरुआत में तीव्र सामरिक गतिविधि की अवधि के दौरान पश्चिमी नौसेना कमानमें चीफ ऑफ स्टाफ भी रहे हैं। उन्होंने ईस्टर्न फ्लीट की कमान संभाली है और पूर्वी समुद्र तट की सारी विशिष्टताओं से परिचित हैं और 2014 में सुपर चक्रवात हुदहुद से निपटने की मुहिम में जुड़े थे। नौसेना मुख्यालय में प्रिंसिपल डायरेक्टर और एसीएनएस (पॉलिसी एंड प्लान्स) के रूपमें वह समुद्री रणनीति, रूपांतरण और दीर्घकालिक क्षमता विकास योजना और भारतीय नौसेना के आत्मनिर्भर भारत निर्माण रोडमैप के प्रवर्तन से भी जुड़े।
अजेंद्र बहादुर सिंह के पास एनडीए एवं डीएसएससी वेलिंगटन में प्रशिक्षक, स्ट्रेटेजिक फोर्सेज़ कमांड में डिप्टी सी-इन-सी एवं एकीकृत रक्षा कमान मुख्यालय में डिप्टी चीफ (ऑपेरशन एंड ट्रेनिंग) के रूपमें कार्यकाल के दौरान सेना के अंगों के बीच संयुक्तता का एक समृद्ध ट्राई-सर्विस एक्सपोजर है। वह भारतीय नौसेना में कमांडर इन चीफ का पद हासिल करने वाले यूपी सैनिक स्कूल के पहले छात्र हैं। अजेंद्र बहादुर सिंह को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए 2011 में विशिष्ट सेवा पदक और 2016 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।