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Thursday 3 June 2021 04:03:18 PM
श्रीनगर। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे, जहां सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे के साथ घाटी के आंतरिक क्षेत्रों में सेना की युनिट्स और फॉर्मेशंस का दौरा किया। सेना प्रमुख को स्थानीय कमांडरों ने मौजूदा सुरक्षा स्थिति और आतंकवादियों के मददगारों के नेटवर्क की पहचान करके उनके विरुद्ध उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। कमांडरों ने बताया कि आतंकवादी युवाओं को कट्टरपंथ में लाने तथा आतंकवादी संगठनों में शामिल करने के लिए विभिन्न प्रकार की शातिराना साजिशें रच रहे हैं।
सैन्य कमांडरों ने सेनाध्यक्ष से स्थानीय आतंकवादियों द्वारा आत्मसमर्पण को सुगम बनाने के प्रयासों को भी साझा किया। सेना प्रमुख ने सैनिकों के साथ बातचीत में उन जवानों और कमांडरों की प्रशंसा की, जो पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद तथा वैश्विक महामारी कोरोना की दोहरी चुनौतियों से लगातार जूझ रहे हैं। उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए तैयार रहने की जरूरत पर बल दिया और सैनिकों का हौसला भी बढ़ाया। सेना प्रमुख को चिनार कोर कमांडर ने नियंत्रण रेखा और भीतरी इलाकों से संबंधित समग्र स्थिति की जानकारी दी। सेना प्रमुख ने एक 'संपूर्ण सरकार' दृष्टिकोण अपनाने में नागरिक प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सभी वर्गों के प्रदर्शित किए गए उत्कृष्ट तालमेल की सराहना की।
सेना प्रमुख ने कहा कि इसीके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में विकास के एक नए युग को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है। सेना प्रमुख ने राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की और जम्मू-कश्मीर में दीर्घकालिक शांति के लिए पैदा होने वाली चुनौतियों और रोड मैप पर चर्चा की। एलजी ने जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली तथा शांति बनाए रखने में भारतीय सेना की निभाई गई भूमिका और कोविड-19 महामारी से निपटने में सिविल अधिकारियों को प्रदान की गई सहायता की खूब सराहना की।