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Thursday 3 June 2021 05:47:42 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात में वल्लभ यूथ ऑर्गनाइज़ेशन के स्थापित नौ ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण किया और इस कल्याणकारी कार्य के लिए संगठन का अभिनंदन भी किया। इस दौरान वल्लभ यूथ ऑर्गनाइज़ेशन के वैष्वाचार्य व्रजराजकुमार महाराज और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी ऑनलाइन शामिल हुए। अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में वायरस ने बड़ी तेज़ी से अपना स्वरूप बदलना शुरू किया और इसने मानव की सेहत पर बुरा असर डाला। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में इसको नियंत्रित कर ढलान की ओर ले जाने में हम सबको सामूहिक सफलता मिली है। गृहमंत्री ने कहा कि अगर इसका विश्लेषण करें तो दुनिया के विकसित देशों में भी व्यवस्था चरमराती नज़र आई, लेकिन भारत के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसके ख़िलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी गई।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दूसरी लहर में बहुत से लोगों ने अपनों को गंवाया है और अनेक लोगों को लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़ा। अमित शाह ने कहा कि इस आपदा में अग्रिमपंक्ति के कर्मियों, डॉक्टर, नर्स, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्वयंसेवकों ने जिस प्रकार अपना हित भूलकर समाज और बीमार तथा गरीबों के लिए काम किया है, उसके लिए वे इन सबको साधुवाद देना चाहते हैं, उन्हीं के कारण यह लड़ाई इस मुक़ाम पर पहुंची है। अमित शाह ने कहा कि देशभर में अनेकों स्वयंसेवी संस्थाओं ने जो भी बन सकता वह योगदान किया, जब श्रमिक अपने घरों को लौट रहे थे हज़ारों स्वयंसेवी संस्थाओं ने उनके भोजन, पानी, ठहरने और उनको अपने गंतव्य तक पहुंचाने की बड़ी व्यवस्था की, सरकार अकेले यह काम नहीं कर सकती थी। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में व्रजराजकुमार महाराज के तत्वावधान में वल्लभ यूथ ऑर्गनाइज़ेशन ने तिलकवाड़ा, सागबरा, सोला (अहमदाबाद), दस्करोई (अहमदाबाद), कलावाद (जामनगर), कपडवांजी, मेहसाणा, भनवाड़ (द्वारका) और पोरबंदर में नौ ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हो रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वल्लभ यूथ ऑर्गनाइज़ेशन एक अनूठा संगठन है, जो देश और दुनियाभर के वैष्णव संप्रदाय के युवाओं को एकत्र करके समाज सेवा के लिए एक बहुत बड़ा और सफल प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि शायद वीवाईओ सर्वप्रथम स्वयंसेवी संस्थान है, जिसने 29 ऑक्सीजन प्लांट लगाए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि जब दूसरी लहर आई तो ऑक्सीजन ही सबसे बड़ी चुनौती थी, आम तौरपर भारत में प्रतिदिन 1,000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की ज़रूरत होती थी, जो बढ़कर 10,000 मीट्रिक टन पहुंच गई, दस गुना मांग बढ़ने के बाद उसे एक महीने में पूरा करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार और सभी राज्य सरकारों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और इसके ख़िलाफ़ लड़ना शुरू किया, देशभर में जहां-जहां इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन प्लांट थे, उन्हें बंद करके उसे मेडिकल ऑक्सीजन की तरफ़ डायवर्ट किया गया, साथ ही जहां पर मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट थे, वहां रेलवे को पहुंचाने का काम शुरू हुआ, दुनियाभर से क्रायोजेनिक टैंकर लाए गए और उन्हें ट्रेनों से भेजने की शुरुआत की गई।
गृहमंत्री ने बताया कि अधिकतर ऑक्सीजन का देश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र में उत्पादन होता है, भौगोलिक दूरी को कम कर उसे पूरे देश में पहुंचाने का काम किया गया, साथ ही द्रुत गति से ऑक्सीजन प्लांट लगाने की भी शुरुआत की गई। अमित शाह ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद पीएम केयर फंड से 162 पीएसए प्लांट की मंज़ूरी दी गई, वर्ष 2021 में 1051 और पीएसए प्लांट्स को मंज़ूरी दी, साथ ही पेट्रोलियम मंत्रालय और स्टील मंत्रालय ने भी 100 पीएसए प्लांट लगाने की योजना की, आनेवाले दिनों में 300 ऑक्सीजन प्लांट और लगाने का काम होगा। गृहमंत्री ने कहा कि देशभर में 21 स्टील और पावर प्लांट तथा रिफ़ाइनरी पर 12,000 से अधिक बेड की क्षमता वाले 21 जंबो अस्पताल पंद्रह दिन में तैयार किए गए। उन्होंने कहा कि पीएम केयर फंड से लगभग 1,00,000 ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर ख़रीदे गए। गृहमंत्री ने रेलवे, वायुसेना, सेना और वैज्ञानिकों के प्रयासों की भी खूब प्रशंसा की।
अमित शाह ने कहा कि आज यह महामारी धीरे-धीरे ढलान की ओर है, बीमारों की संख्या कम होने लगी है और स्वस्थ होकर घर लौटने वाले मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है, ऑक्सीजन की ज़रूरत भी, जो पहले 10,000 मीट्रिक टन थी वह कम होकर 3,500 मीट्रिक टन पर आ गई है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन का काम पूरे ज़ोर से चल रहा है, 21 करोड़ लोगों को टीका लगाने का काम बहुत कम समय में किया गया है। अमित शाह ने कहा कि दुनियाभर में भारत ने रिकॉर्ड समय में सबसे तेज़गति से टीकाकरण किया है और आशा व्यक्त की कि इतनी बड़ी आबादी वाले देश को वैक्सीन के सुरक्षा चक्र से कवर करने के लक्ष्य को ज़रूर हासिल कर लेंगे। गृहमंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार ने भी इस महामारी में बहुत तेज़ी से और बहुत अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि इसमें जनता और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है और आगे की लड़ाई में भी स्वयंसेवी संस्थाएं जितना सहयोग करेंगी, सरकार का काम उतना ही आसान होगा।