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हमें जस्ट एक्शन नेचुरल एक्शन चाहिए-गृहमंत्री

गुजरात के फ़ोरेंसिक विवि में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लेबोरेटरी का उद्घाटन

क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को और सशक्त एवं परिणामलक्षी बनाने पर जोर

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Tuesday 13 July 2021 05:34:36 PM

world's best laboratory inaugurated in gujarat's forensic university

अहमदाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के नवनिर्मित नारकोटिक्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के अनुसंधान और विश्लेषण केलिए उत्कृष्टता केंद्र एवं महिलाओं के ख़िलाफ अपराधों की जांच पर एक वर्चुअल ट्रेनिंग का उद्घाटन किया। अमित शाह ने कहा कि देश में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनी, तब दुनियाभर में नेशनल फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता और प्रतिष्ठा को देखते हुए इस सेंटर को स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। गृहमंत्री ने कहा कि जब गुजरात फ़ोरेंसिक सांइस यूनिवर्सिटी बनी तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे एवं वे राज्य के गृहमंत्री थे और जब नेशनल फ़ोरेंसिक सांइस यूनिवर्सिटी बनी तो नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और वे गृहमंत्री हैं। अमित शाह ने कहा कि 2009 में नरेंद्र मोदी ने यहां जो एक छोटा सा बीज बोया था, वह आज क्रिमिनल जस्टिस को मज़बूत बनाने केलिए एक विशाल वटवृक्ष बन गया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि देश के क्रिमिनल जस्टिस को और ताकतवर एवं परिणामलक्षी बनाने केलिए इस विश्वविद्यालय को देश के फलक पर ले जाना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि अब थर्ड डिग्री का जमाना नहीं है, कठोर से कठोर व्यक्ति को वैज्ञानिक जांच के आधार पर सजा दिलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी अलग-अलग और वैज्ञानिक शिक्षा पर बहुत ज़ोर दिया गया है। गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का आग्रह है कि हमारी शिक्षा नीति और व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि हर छात्र को हर क्षेत्र में विश्व की श्रेष्ठ शिक्षा सुविधा मिले। अमित शाह ने कहा कि देश के 7 राज्यों ने अपने यहां नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गुजरात के कॉलेज और सेंटर फ़ॉर एक्सीलेंस खोलने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि यह यूनिवर्सिटी देशभर में अपनी शाखाएं खोलकर युवाओं को फ़ोरेंसिक साइंस में आगे आने का मौक़ा देगी। उन्होंने कहा कि इस सेंटर में बनाए गए साइबर डिफ़ेंस सेंटर और बेलेस्टीक रिसर्च सेंटर पूरे एशिया में अपने प्रकार के अनूठे सेंटर हैं और देश इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है।
गृहमंत्री ने कहा कि साइबर वॉर और साइबर क्राइम के ख़िलाफ लड़ाई हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है और भारत की सुरक्षा एवं प्रधानमंत्री के पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पूरा करने केलिए भी साइबर सुरक्षा बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि बेलेस्टीक रिसर्च सेंटर में बुलेट प्रूफ़ मैटेरियल की जांच केलिए अनेक नए आयाम स्थापित किए गए हैं, पहले जिन मैटेरियल की अमरीका और यूरोप में जांच होती थी, वह अब यहां हो रही है, इसका सबसे अधिक फ़ायदा देशभर की पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और सेना के जवानों को होगा। अमित शाह ने कहा कि ढेर सारे टेस्ट करने केलिए इस विश्वविद्यालय में एक स्वदेशी किट बनाई जाएगी, जो देशभर की पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी, जहां भी मादक पदार्थ पकड़े जाएंगे, वहीं इस किट से जांच करके मामला आगे बढ़ाया जाएगा। गृहमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में सबसे अधिक मादक पदार्थ पकड़े गए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में भारत के आगे ढेर सारी चुनौतियां हैं और इनसे सफलतापूर्वक निपटने केलिए हमें क्रिमिनल जस्टिस को मज़बूत करना होगा, इसके लिए फ़ोरेंसिक साइंस एक महत्वपूर्ण अंग है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी और मार्केट, कठिन भौगोलिक स्थिति वाले बॉर्डर और पड़ोसी देशों के कारण अपराध के बदलते चेहरों को देखते हुए फ़ोरेंसिक साइंस और क्रिमिनल जस्टिस को सुदृढ़ बनाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकार देशभर के पुलिस अधिकारियों, न्यायाधीशों, वकीलों और क़ानून विश्वविद्यालयों के साथ सीआरपीसी, आईपीसी और साक्ष्य अधिनियम में आमूल चूल परिवर्तन करने केलिए एक संवाद कर रही है। अमित शाह ने कहा कि आज की आवश्यकताओं के हिसाब से हम इन्हें आधुनिक बनाना चाहते हैं, जो चीज़ें कालबाह्य हो गईं हैं, उन्हें निकालकर आज की चुनौतियों को पूरा करने केलिए नई धाराएं जोड़ना चाहते हैं। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि 6 साल से अधिक की सजा वाले सभी अपराधों में फ़ोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की विज़िट अनिवार्य होनी चाहिए, इसके लिए हर ज़िले में मोबाइल फ़ोरेंसिक लैब और एक एक्सटेंशन होना बहुत ज़रूरी है, इसमें युवाओं की मदद की ज़रूरत होगी, जिसके लिए नेशनल फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को हर राज्य में अपने कॉलेज खोलने होंगे।
अमित शाह ने कहा कि हर ज़िले में मोबाइल फ़ोरेंसिक लैब और एक एक्सटेंशन होना बहुत ज़रूरी है, हम बहुत तेज़ी से इस दिशा में काम करने कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि हमारी पुलिस पर नो एक्शन और एक्स्ट्रीम एक्शन का आरोप लगता है और पुलिस इन दोनों के बीच फंसी रहती है, हमें जस्ट एक्शन, नेचुरल एक्शन चाहिए और यह तभी हो सकता है, जब वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाए। गृहमंत्री ने कहा कि हमारे समाज, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर मादक पदार्थों का प्रभाव पड़ रहा है और इससे पूरा देश चिंतित है। उन्होंने कहा कि भारत केलिए नार्को टेरर एक अन्य ख़तरा है, इससे जो धन प्राप्त होता है, उसका उपयोग आतंकवाद केलिए होता है, इसे रोकना भी बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लेबोरेटरी के समकक्ष व्यवस्था गुजरात के इस फ़ोरेंसिक विश्वविद्यालय में बनाई गई है। गृहमंत्री ने विश्वास जताया कि यह फ़ोरेंसिक विश्वविद्यालय अगले 4-5 साल में दुनियाभर में अपनी उत्कृष्ट पहचान को और पुख़्ता बनाएगा। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, प्रदेश के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, केंद्रीय गृह सचिव और केंद्र तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजद थे।

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