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Tuesday 5 October 2021 01:09:06 PM
नई दिल्ली। पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से बौद्ध सर्किट विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। बौद्ध पर्यटन में मौजूद संभावनाओं का लाभ उठाने केलिए पर्यटन मंत्रालय 4 से 8 अक्टूबर 2021 तक 'बुद्धिस्ट सर्किट ट्रेन फैम टूर एंड कॉंफ्रेंस' का आयोजन कर रहा है। पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने वैश्विक गंतव्यों से पहले भारतीय गंतव्यों की यात्रा करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारे पास बुद्धिस्ट सर्किट टूरिस्ट ट्रेन जैसी महान विरासत है, जो बिहार में गया (बोधगया), राजगीर (नालंदा) के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में सारनाथ (वाराणसी) जैसे गंतव्यों को कवर करती है। उन्होंने देखो अपना देश अभियान की भावना को समाहित करते हुए घरेलू पर्यटन के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया।
फैम टूर दिल्ली से दिल्ली तक है, जिसमें प्रमुख बौद्ध स्थलों की यात्रा और बोधगया एवं वाराणसी में सम्मेलनों को कवर करना शामिल है। इसमें टूर ऑपरेटर, होटल कारोबारी, मीडिया, पर्यटन मंत्रालय एवं राज्य सरकारों के अधिकारी एवं प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसके अलावा लगभग 100 स्थानीय टूर ऑपरेटर और पर्यटन एवं आतिथ्य सेवा क्षेत्र के अन्य हितधारक भी इस सर्किट में पर्यटन के विकास एवं प्रचार के संबंध में प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने केलिए बोधगया और वाराणसी में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेंगे। विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सरकार के सहयोग से पर्यटन मंत्रालय बिहार और उत्तर प्रदेश में मौजूद बौद्ध स्थलों केबीच एक बुद्धिस्ट सर्किट विकसित कर रहा है। बुद्धिस्ट सर्किट के तहत विकास के प्रमुख कार्यक्षेत्र हैं-कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचा एवं लॉजिस्टिक्स, सांस्कृतिक अनुसंधान, विरासत एवं शिक्षा, जन जागरुकता, संचार और आउटरीच।
कुशीनगर एवं श्रावस्ती में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का विकास, बौद्ध स्थलों को जोड़ने वाले आरसीएस उड़ान मार्गों का परिचालन, गया रेलवे स्टेशन का विकास, बौद्ध स्थलों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों का निर्माण, प्रतिष्ठित स्थल एवं स्वदेश दर्शन योजना के तहत बोध गया का विकास, बौद्ध स्थलों पर संग्रहालयों एवं विरासत केंद्र का विकास, बौद्ध तिब्बती संस्थानों में पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण एवं संरक्षण, बौद्धधर्म पर पाठ्यक्रमों का विकास आदि शामिल है। जनजागरुकता, संचार एवं आउटरीच के तहत भारत में मौजूद बौद्ध स्थलों एवं विरासत के प्रचार केलिए योजना बनाई गई है, इसमें राष्ट्रीय संग्रहालय में साझा बौद्ध विरासत पर वर्चुअल गैलरी का विकास, घटनाओं का वार्षिक कैलेंडर तैयार करना, संबंधित प्रमुख बाजारों में बौद्ध मीडिया अभियान, बौद्ध सम्मेलन आदि शामिल हैं। समारोह में पर्यटन मंत्रालय एवं आईआरसीटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों और उद्योगजगत के हितधारकों ने भाग लिया।