स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 19 November 2021 01:22:59 PM
हैदराबाद। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने रामायण को सर्वकालिक महाग्रंथ बताते हुए कहा हैकि यह हमें शिक्षा देता हैकि कर्तव्य निर्वहन भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना अपने अधिकारों केलिए दावा करना। वेंकैया नायडु ने कहाकि परिवार, जनता और साम्राज्य केप्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में भगवान श्रीराम पूरी मानवजाति केलिए आदर्श हैं। लेखक शशि किरण की पुस्तक 'श्रीमद् रामायणम' का हैदराबाद में विमोचन करते हुए वेंकैया नायडु ने भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र की चर्चा की और कहाकि एक शासक के रूपमें उन्होंने नेतृत्व, सुशासन और कानून केशासन में उच्चतम गुणवत्ता की मिसाल पेश की। उपराष्ट्रपति ने कहाकि भगवान श्रीराम ने समाज के हित में नि:स्वार्थ जीवन दिया। उन्होंने देश के युवाओं से श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेने को कहा।
रामायण के एक प्रसंग का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति ने अपनी मातृभूमि केप्रति भगवान श्रीराम के लगाव पर प्रकाश डाला और युवाओं से इसे हमेशा याद रखने एवं अपने देश की भलाई केलिए काम करने का आग्रह किया, चाहे वे रोज़गार के अवसरों की तलाश में कहीं भी जाएं। इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक केलिए लेखक शशि किरण और प्रकाशकों को बधाई दी। उन्होंने विशेष रूपसे युवाओं के बीच विभिन्न भारतीय भाषाओं के साहित्य और काव्यों को लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने भारतीय भाषाओं को संरक्षण और उसे बढ़ावा देने का आग्रह किया। कार्यक्रम में पुस्तक के प्रकाशक एमेस्को विजय कुमार और गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।