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Saturday 18 December 2021 01:52:54 PM
मुंबई। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने निवेशकों से आग्रह किया हैकि वे आगे बढ़कर बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में साहसपूर्वक निवेश करें, यह क्षेत्र राजमार्ग, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क, वेसाइड सुविधाओं, रोपवे सहित कई परिसंपत्ति वर्गों, वेयरहाउसिंग ज़ोन और बहुत कुछ में निवेश के विविध अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहाकि सड़क क्षेत्र में रिटर्न की आंतरिक दर बहुत अधिक है, इसलिए इसकी आर्थिक व्यवहार्यता के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। मुंबई में राजमार्ग, परिवहन और रसद में निवेश के अवसरों पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने भारतमाला कार्यक्रम केतहत आनेवाली परियोजनाओं के कई लाभों केबारे में बताया। उन्होंने कहाकि सड़क मार्ग से मुंबई से दिल्ली की यात्रा का समय एकवर्ष के भीतर 48 घंटे से घटकर 12 घंटे रह जाएगा, सड़क परियोजनाओं और मल्टीमॉडल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से रसद लागत कम होगी एवं विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा, निर्यात में वृद्धि होगी और अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद मिलेगी।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहाकि भारतमाला परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग विकास केलिए प्रमुख कार्यक्रम है, जिसमें संबद्ध बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास केसाथ-साथ माल ढुलाई और यात्री परिवहन की दक्षता में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। राष्ट्रीय सम्मेलन में निवेशकों और हितधारकों को बताया गयाकि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अगले 2-3 साल में ही 7 लाख करोड़ रुपय की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को निष्पादित करने की योजना बनाई है। नितिन गडकरी ने सरकार की वाहन स्क्रैपिंग नीति के लाभों के बारे में भी बताया, इससे प्रदूषण कम होगा, कर राजस्व में सुधार होगा, ऑटोमोबाइल क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी, निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार भी पैदा होंगे। उन्होंने कहाकि यह सभी केलिए फायदे की स्थिति है, जिसमें बड़े पैमाने पर निवेश आ सकता है। उन्होंने कहाकि वाहन-बेड़े के स्वैच्छिक आधुनिकीकरण नीति का उद्देश्य अनुपयुक्त और प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने केलिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
नितिन गडकरी ने कहाकि इस नीति केतहत अगले 5 वर्ष में देशभर में लगभग 50-70 पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधाएं स्थापित की जाएंगी, ताकि सुरक्षित तरीके से अनुपयुक्त वाहनों को स्क्रैप करने की अपेक्षित मांग पूरी की जा सके। उन्होंने कहा किभारत में ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार 7.5 लाख करोड़ रुपये का है, वह अगले 5 वर्ष में दोगुना होकर 15 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में उन्होंने कहाकि हम फ्लेक्स इंजन पर एक एडवाइजरी जारी कर रहे हैं, दो-तीन वर्ष में हमारे वाहन इलेक्ट्रिक वाहनों में परिवर्तित हो जाएंगे, इलेक्ट्रिक वाहनों की रनिंग कॉस्ट पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के समान या उससे कम होगी। उन्होंने इथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन पर भी जोर दिया और महाराष्ट्र परिवहन विभाग को पुणे में इथेनॉल से चलने वाले ऑटो रिक्शा शुरू करने केलिए कहा, जहां पहले से ही तीन इथेनॉल वितरण स्टेशन मौजूद हैं। नितिन गडकरी ने कहाकि वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने से अंततः स्क्रैपिंग उद्योग को भी मदद मिलेगी।
संपत्ति मुद्रीकरण रोडमैप केबारे में नितिन गडकरी ने मुंबई-पुणे राजमार्ग का उदाहरण दिया, जिसने राज्य और सरकार को ऊंची दर का रिटर्न दिया है। उन्होंने बतायाकि रिलायंस ने परियोजना केलिए 3,600 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, हालांकि हमने इसे एमएसआरडीसी के माध्यम से 1,600 करोड़ रुपये में बनाने का फैसला किया, बादमें महाराष्ट्र सरकार ने इसे 3,000 करोड़ रुपये में मुद्रीकृत किया और अभी हाल ही में उसी परियोजना को फिरसे 8000 करोड़ रुपये में मुद्रीकृत किया गया है। सड़क परिवहन मंत्रालय में सचिव गिरिधर अरमाने ने बतायाकि गति शक्ति कार्यक्रम से एकीकृत योजना और सभी बुनियादी सुविधाओं के समन्वित कार्यांवयन को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहाकि हम बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में आ रही बाधाओं को समझने केलिए रसद प्रभावशीलता का वैज्ञानिक अध्ययन कर रहे हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने देशभर में 120 भीड़भाड़ वाले बिंदुओं की पहचान की है, शहरों में भीड़ कम करने केलिए रिंग रोड और बाइपास बनाए जा रहे हैं।
सड़क परिवहन सचिव ने कहाकि सभी राजधानियों को कम से कम फोर-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने के बादअब हम देश के सभी महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्रों को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने बतायाकि बेहतर नीतियों और निर्णय लेने से परिणामों में ठोस सुधार हुआ है, ठेकेदारों के काम को सुविधाजनक बनाने केलिए हमने उन सभी प्रावधानों को हटा दिया है, जिनसे विवाद होता है और ठेकेदारों को बहुत तकलीफ और नुकसान होता है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ठेकेदारों और अन्य कंपनियों के प्रबंध निदेशकों केसाथ बैठक की और ईमानदार बातचीत के आधार पर राजमार्ग निर्माण में आनेवाली समस्याओं का समाधान किया है, इसके परिणामस्वरूप पिछले साल 37 किलोमीटर प्रति दिन का रिकॉर्ड सड़क निर्माण हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अध्यक्ष अलका उपाध्याय ने बतायाकि प्राधिकरण प्रधानमंत्री गति शक्ति राष्ट्रीय योजना केतहत एकीकृत बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने केलिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप कई सुविधाओं और संबद्ध बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अध्यक्ष अलका उपाध्याय ने कहाकि नया जोर एमएमएलपी जैसे संबद्ध राजमार्ग पहलों के विकास और राजमार्गों के साथ रोपवे, फाइबर केबल तथा अन्य बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं के माध्यम से अंतिम मील कनेक्टिविटी बनाने पर है। भारत माला परियोजना के हिस्से के रूपमें लगभग 8,400 अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि ये कॉरिडोर राष्ट्रीय राजमार्गों के बुनियादी ढांचे का चेहरा बदल देंगे और अर्थव्यवस्था में 5 ट्रिलियन डॉलर का योगदान करेंगे। मुंबई में राष्ट्रीय सम्मेलन में संभावित निवेशकों, उद्योग जगत के नेताओं और विशेषज्ञों ने भाग लिया।