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Friday 24 December 2021 01:37:33 PM
भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने ओडिशा में चांदीपुर तट के करीब इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से स्वदेश विकसित हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट अभ्यास का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया। उड़ान परीक्षण केदौरान बहुत कम ऊंचाई पर उच्च सहनशक्ति केसाथ हाई सबसोनिक स्पीड प्रक्षेपवक्र का प्रदर्शन किया गया। लॉंच के दौरान दो बूस्टरों ने प्रारंभिक त्वरण प्रदान किया और एक छोटे टर्बो जेट इंजन का उपयोग लंबे समय तक एन्ड्योरेंस केसाथ हाई सबसोनिक स्पीड बनाए रखने केलिए किया गया।
बेंगलुरु स्थित उद्योग भागीदार के डिजाइन किए गए स्वदेशी डेटा लिंक को उड़ान केदौरान सफलतापूर्वक इस्तेमाल और परीक्षण किया गया। उड़ान अवधि के दौरान सिस्टम के प्रदर्शन की पुष्टि विभिन्न रेंज के उपकरणों से कैप्चर किए गए डेटा से की गई। वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान बेंगलुरु में डीआरडीओ प्रयोगशाला ने अन्य डीआरडीओ प्रयोगशालाओं केसाथ भारतीय सशस्त्र बलों के एरियल टारगेट्स की आवश्यकता को पूरा करने केलिए इस स्वदेशी मानवरहित एरियल टारगेट प्रणाली को विकसित किया है।
विमान को जमीन पर आधारित नियंत्रक और स्वदेशी रूपसे विकसित एमईएमएस आधारित जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली केसाथ फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर से नियंत्रित किया जाता है, जो इसे पूरी तरह से स्वायत्त मोड में पूर्व-निर्धारित पथ का पालन करने में मदद करता है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता केलिए वैज्ञानिकों एवं उद्योग केबीच तालमेल को उल्लेखनीय बताया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष ने हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट 'अभ्यास' के विकास के सफल प्रयासों केलिए प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों, उनकी टीम के सदस्यों और संबद्ध उद्योग भागीदारों की सराहना की।