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बेलापुर जेट्टी से मुंबई वॉटर टैक्सी सेवा शुरू

महाराष्ट्र में शहरी जल परिवहन की अपार संभावनाएं-जलमार्ग मंत्री

समय बचाने वाली व पर्यावरण के अनुकूल परिवहन सेवा को बढ़ावा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 18 February 2022 12:16:59 PM

virtually flag-off water taxi service from belapur jetty in navi mumbai

मुंबई। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने वर्चुअल माध्यम से बेलापुर जेट्टी से मुंबई के नागरिकों केलिए वॉटर टैक्सी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह तटीय महाराष्ट्र के लोगों की लंबे समय से मांग थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑनलाइन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नवनिर्मित बेलापुर जेट्टी का उद्घाटन किया। वॉटर टैक्सी सेवा पहलीबार मुंबई और नवी मुंबई दोनों शहरों को जोड़ेगी। वॉटर टैक्सी सेवाएं डोमेस्टिक क्रूज़ टर्मिनल से शुरू होंगी और नेरुल, बेलापुर, एलीफेंटा द्वीप एवं जेएनपीटी के आस-पास के स्थानों को भी जोड़ेंगी। वॉटर टैक्सी सेवा एक आरामदायक और तनावमुक्त यात्रा का वादा करती है, साथ ही समय बचाने वाली और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देती है।
जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि वॉटर टैक्सी सेवाएं पर्यटन क्षेत्र को भारी प्रोत्साहन देंगी, विशेष रूपसे नवी मुंबई से ऐतिहासिक एलीफेंटा गुफाओं की यात्रा को बल मिला है, यात्री नवी मुंबई से गेटवे ऑफ इंडिया तक आसानी से यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहाकि नवनिर्मित बेलापुर घाट 8.37 करोड़ रुपये की लागत से बना है, इसे पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की सागरमाला योजना के तहत 50-50 मॉडल में फंड प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहाकि नई जेट्टी भौचा ढाका, मांडवा, एलीफेंटा और करंजा जैसे स्थानों पर जहाजों की आवाजाही को सक्षम बनाएगी। सर्बानंद सोनोवाल ने उन परियोजनाओं को पूरा करने केलिए मुंबई मैरीटाइम बोर्ड और केंद्र तथा राज्य एजेंसियों की सराहना की, जो नागरिकों को भारी लाभ पहुंचाते हुए पर्यटन को बढ़ावा और रोज़गार सृजन के रास्ते खोलते हैं।
सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि सागरमाला कार्यक्रम केतहत बंदरगाह आधुनिकीकरण, रेल, सड़क, क्रूज पर्यटन, आरओआरओ और यात्री जेटी, मत्स्य पालन, तटीय बुनियादी ढांचे और कौशल विकास जैसी विभिन्न श्रेणियों में कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहाकि महाराष्ट्र में 1.05 करोड़ रुपये की लागत वाली 131 परियोजनाओं की कार्यांवयन केलिए पहचान की गई है। केंद्रीय मंत्री ने यह जानकारी भी साझा कीकि 131 में से 46 परियोजनाओं, जिनकी लागत 2078 करोड़ रुपए है को सागरमला योजना के तहत आर्थिक मदद प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहाकि महाराष्ट्र तट में शहरी जल परिवहन की अपार संभावनाएं हैं, जो परिवहन का एक वैकल्पिक साधन बन सकता है। उन्होंने कहाकि मुंबई फेरी व्हार्फ और मांडवा केबीच रोपैक्स आवाजाही के परिणामस्वरूप यात्रियों केलिए यात्रा के समय में कमी, वाहनों की त्वरित और चुस्त लोडिंग और अनलोडिंग प्रक्रिया के साथ सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
सर्बानंद सोनोवाल ने बतायाकि चार कलस्टर्स-पालघर, मुंबई और रायगढ़, रत्नागिरी तथा सिंधुदुर्ग में 32 से अधिक परियोजनाएं शुरू की गई हैं। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि मछुआरा समुदाय के उत्थान केलिए सागरमाला केतहत फंडिंग केलिए चार मछली पकड़ने की बंदरगाह परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, रत्नागिरी जिले में मिरकावाड़ा फिशिंग हार्बर का स्टेज II विस्तार पूरा हो चुका है, ससून डॉक का आधुनिकीकरण और सिंधुदुर्ग जिले में रायगढ़, आनंदवाड़ी में करंजा का विकास कार्यांवयन में है, इसके अलावा मुंबई में मैलेट बंदर के आधुनिकीकरण का प्रस्ताव सक्रिय रूपसे विचाराधीन है। सर्बानंद सोनोवाल ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास में सक्रिय भूमिका केलिए महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहाकि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान केतहत भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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