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Saturday 19 February 2022 12:37:42 PM
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि मुंबई महानगर ने आज़ाद भारत की प्रगति में अपना अहम योगदान दिया है, अब प्रयास हैकि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी मुंबई का सामर्थ्य कई गुणा बढ़े, इसलिए मुंबई में 21वीं सदी के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर हमारा विशेष फोकस है। उन्होंने कहाकि रेलवे कनेक्टिविटी की ही बात करें तो यहां हज़ारों करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है, मुंबई उपनगरीय रेल प्रणाली को आधुनिक और श्रेष्ठ टेक्नॉलॉजी से लैस किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारा प्रयास हैकि अभी जो मुंबई उपनगरीय की क्षमता है, उसमें करीब-करीब 400 किलोमीटर की अतिरिक्त वृद्धि की जाए, सीबीटीसी जैसी आधुनिक सिग्नल व्यवस्था के साथ 19 स्टेशनों के आधुनिकीकरण की भी योजना है। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों को मुंबईवासियों को समर्पित किया। उन्होंने मुंबई उपनगरीय रेलवे की दो ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि देने केसाथ की। प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज को भारत का गौरव, पहचान और भारत की संस्कृति का रक्षक बताया। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये नई रेल लाइन मुंबई की कभी ना थमने वाली जिंदगी को और अधिक रफ्तार देगी, मुंबईवासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएगी, उनकी इज ऑफ लिविंग बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री ने दोनों रेल लाइनों के चार प्रत्यक्ष लाभों केबारे में चर्चा की। सबसे पहले लोकल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों केलिए अलग लाइन, दूसरे अन्य राज्यों से आने वाली रेलगाड़ियों को लोकल रेलगाड़ियों के गुजरने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, तीसरा कल्याण से कुर्ला सेक्शन में मेल या एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को बिना किसी रुकावट के चलाया जा सकता है और अंत में कलवा मुंब्रा के यात्रियों को हर रविवार को रुकावट के कारण परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहाकि आजसे सेंट्रल रेलवे लाइन पर 36 नई लोकल चलने जा रही हैं, इनमें से भी अधिकतर वातानुकूलित ट्रेनें हैं, ये लोकल की सुविधा को विस्तार देने, लोकल को आधुनिक बनाने के केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल देश की आवश्यकता है और यह मुंबई की पहचान को सपनों के शहर के रूपमें और मजबूत करेगा, हमारी प्राथमिकता इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करना है। प्रधानमंत्री ने कहाकि कोरोना महामारी भी भारतीय रेल को अधिक सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को हिला नहीं सकती है। प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले दो वर्ष के दौरान रेलवे ने माल ढुलाई में नए रिकॉर्ड बनाए, इस अवधि में 8 हजार किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण किया गया और 4.5 हजार किलोमीटर लाइन को दोगुना किया गया। उन्होंने कहाकि कोरोनाकाल में किसान रेल के माध्यम से किसान देशभर के बाजारों से जुड़े थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि अतीत में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स सालों-साल तक इसलिए चलते थे, क्योंकि प्लानिंग से लेकर एग्जीक्यूशन तक तालमेल की कमी थी, इस अप्रोच से 21वीं सदी में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण संभव नहीं हो पाया, इसलिए हमने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टरप्लान बनाया है। उन्होंने कहाकि यह योजना केंद्र सरकार के हर विभाग, राज्य सरकार के स्थानीय निकायों और निजी क्षेत्र को एक मंच पर लाएगी, इससे सभी हितधारकों को समुचित योजना तथा समन्वय केलिए पहले से ही प्रासंगिक जानकारी प्रदान की जाएगी।
नरेंद्र मोदी ने उस विचार प्रक्रिया पर अफसोस जताते हुए कहाकि बरसों से हमारे यहां एक सोच हावी रहीकि, जो साधन-संसाधन गरीब इस्तेमाल करता है, मिडिल क्लास इस्तेमाल करता है, उसपर निवेश नहीं करो, इस वजह से भारत के पब्लिक ट्रांसपोर्ट की चमक हमेशा फीकी ही रही, लेकिन अब भारत उस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने उन उपायों के बारे में बताया जो भारतीय रेल को नया चेहरा दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि गांधीनगर और भोपाल के आधुनिक रेलवे स्टेशन रेलवे की पहचान बन रहे हैं, आज 6000 से ज्यादा रेलवे स्टेशन वाईफाई सुविधा से जुड़ चुके हैं, वंदे भारत ट्रेनें देश की रेल को गति और आधुनिक सुविधा दे रही है, आने वाले वर्ष में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें देशवासियों को सेवा देना शुरू करेंगी। उन्होंने कहाकि कल्याण मध्य रेलवे का मुख्य जंक्शन है, देश के उत्तरी और दक्षिणी भाग से आने वाला यातायात कल्याण में एक साथ हो जाता है और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की ओर जाता है, कल्याण और सीएसटीएम के बीच चार पटरियों में से दो ट्रैक धीमी लोकल ट्रेनों के लिए और दो ट्रैक फास्ट लोकल, मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियों केलिए इस्तेमाल किए गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहाकि उपनगरीय और लंबी दूरी की रेलगाड़ियों को अलग करने केलिए दो अतिरिक्त रेलवे लाइनों की योजना बनाई गई थी। उन्होंने बतायाकि ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली दो अतिरिक्त रेल लाइनें लगभग 620 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हैं और इसमें 1.4 किमी लंबा रेल फ्लाईओवर, 3 प्रमुख पुल, 21 छोटे पुल शामिल हैं। उन्होंने कहाकि ये लाइनें मुंबई में उपनगरीय रेलगाड़ियों के यातायात केसाथ लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के यातायात में रुकावट को काफी हद तक दूर कर देंगी। इन लाइनों से शहर में 36 नई उपनगरीय रेलगाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोशियारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, रावसाहब दानवे, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस, सांसद और विधायक उपस्थित थे।