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Wednesday 6 April 2022 02:28:15 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे अधिक 9 प्रतिशत महिला कर्मियों केसाथ रेलवे सुरक्षा बल इस स्थिति का लाभ उठाते हुए अपनी सेवा वितरण व्यवस्था को बढ़ाने और दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क भारतीय रेलवे को अधिक मजबूत सुरक्षा उपकरण प्रदान करने केलिए तैयार है। आरपीएफ मुख्यालय में ऑनलाइन 'वर्दी में महिलाएं बदलाव की वाहक' विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ, जिसमें महिला कार्मिकों से संबंधित मुद्दों, पेशेवर समावेशन और वृद्धि, प्रशासनिक एवं परिचालन समीक्षा, प्रशिक्षण एवं तकनीकी उन्नयन, कल्याण और आनेवाले वर्षों एवं दशकों में आगामी चुनौतियों का सामना करने केलिए बल को तैयार करना जैसे मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
रेलवे की महिला कर्मियों ने एक प्रस्तुति श्रृंखला में सिपाहियों से लेकर राजपत्रित अधिकारियों तक मौजूदा मुद्दों, परिचालन बाधाओं, पारंपरिक पुरूष मानसिकता, प्रदर्शन केलिए परितंत्र को सक्षम करने, शिकायतों, लिंग तटस्थता के रूपमें प्रौद्योगिकी के उपयोग, महिलाबल कर्मियों को बदलाव की वाहकों के रूपमें प्रस्तुत किया। राष्ट्रव्यापी रेल नेटवर्क पर जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के व्यापक हित में सांकेतिक समाधानों पर भी चर्चा की गई। सम्मेलन को डीजी आरपीएफ ने संबोधित किया और उनके सामने लाए गए संबंधित मुद्दों पर बात की, नीतिगत हस्तक्षेप का आश्वासन दिया और कई शिकायतों का सहानुभूतिपूर्ण निवारण भी किया। उन्होंने विशेष रूपसे महिला सुरक्षा के क्षेत्र में महिला कार्मिकों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें भविष्य की स्फूर्त चुनौतियों का समाधान करने केलिए बढ़ी हुई क्षमता केसाथ खुद को समृद्ध करने केलिए प्रोत्साहित किया। सम्मेलन में क्षेत्रीय आरपीएफ प्रमुखों, देशभर से और सभी रैंकों की लगभग 600 महिला आरपीएफ कर्मियों ने भाग लिया।