स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 11 April 2022 01:14:18 PM
पोरबंदर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पोरबंदर के माधवपुर घेड़ में पांच दिवसीय माधवपुर घेड़ मेले का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति ने कहाकि बापू के जन्मस्थान पोरबंदर के निकट श्रीकृष्ण की जीवनलीला से जुड़े माधवपुर घेड़ गांव में इस मेले का उद्घाटन करना मैं अपना सौभाग्य मानता हूं। वर्ष 2018 से संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से गुजरात सरकार भगवान श्रीकृष्ण और रुकमिणी के पवित्र बंधन का उत्सव मनाने केलिए मेले का आयोजन कर रही है। राष्ट्रपति ने देशवासियों को रामनवमी की बधाई दी और कहाकि महात्मा गांधी ने मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक भारत में रामराज्य की स्थापना का स्वप्न देखा था। राष्ट्रपति ने कहाकि श्रीकृष्ण और रुकमिणी के विवाह की लोककथा से पता चलता हैकि भारत की सांस्कृतिक एकता कितनी प्राचीन है और हमारी सामाजिक समरसता में उसकी जड़ें कितनी गहरी हैं।
राष्ट्रपति ने कहाकि आज के उत्तर प्रदेश में जन्मे श्रीकृष्ण ने गुजरात को अपनी कर्मभूमि बनाया और हमारे देश के आज के पूर्वोत्तर क्षेत्र की राजकुमारी रुकमिणी से विवाह रचाया, लोक आस्था के अनुसार माधवपुर घेड़ वही गांव है, जो दोनों के विवाह का साक्षी रहा है। राष्ट्रपति ने कहाकि मेले, उत्सव और तीर्थ स्थलों ने हमारे विशाल देश को प्राचीनकाल से ही सामाजिक तथा सांस्कृति एकता के ताने-बाने में बांधकर रखा है। उन्होंने कहाकि माधवपुर मेला गुजरात को एक मजबूत बंधन में पूर्वोत्तर क्षेत्र से बांधता है, ऐसे आयोजनों केजरिए लोग खासतौर से युवा पीढ़ी को हमारी धरोहर, संस्कृति, कला, हस्तशिल्प और पारंपरिक खान-पान केबारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है, इन कार्यक्रमों से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।
राष्ट्रपति ने इस बात पर प्रसन्नता प्रकट कीकि उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय भी इस वर्ष बड़े पैमाने पर मेले के आयोजन से जुड़ा है तथा यह कि इसी दिन उत्तर-पूर्वी राज्यों में कई सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि यह मेला हमारी सांस्कृतिक परंपरा में अपनी विशिष्ट पहचान बनाएगा। राष्ट्रपति ने इस बातपर हर्ष व्यक्त कियाकि गुजरात के उद्यमी लोग किस तरह परंपरा और आधुनिकता में संतुलन रखते हुए विकासपथ पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहाकि 2020-21 की नीति आयोग की रिपोर्ट में सतत विकास लक्ष्यों के संदर्भ में विभिन्न राज्यों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया है, इसमें सभी आयुवर्ग के लोगों केलिए स्वस्थ्य जीवनशैली को सुगम बनाने में गुजरात पहले स्थान पर है, इसके अलावा उद्योग, नवोन्मेष और अवसंरचना सम्बंधी समावेशी विकास के मानदंडों के अनुसार भी सभी राज्यों में गुजरात सबसे आगे है।
राष्ट्रपति ने कहाकि माधवपुर घेड़ सहित गुजरात के कई मंदिरों तथा पूर्वोत्तर भारत के कई स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है, जो भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का उत्सव है। उन्होंने कहाकि यह उत्सव पूरे देश के लोगों को भावनात्मक रूपसे एक-दूसरे से जोड़ेगा, जिसे आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहाकि आजादी का अमृत महोत्सव मूल रूपसे इस उद्देश्य केसाथ मनाया जा रहा हैकि देशवासियों में राष्ट्रीय गौरव की भावना बलवती हो, माधवपुर घेड़ से जुड़े सारे उत्सव भी भारत की एकता और विविधता को रेखांकित करते हैं।