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Thursday 5 May 2022 01:58:27 PM
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया हैकि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के राज में अपराधी और पुलिस इन्हीं दोनों के हौसले बुलंद हैं, कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन ख़राब होती जा रही है, कोई दिन ऐसा नहीं जाता है, जब प्रदेश में कहीं न कहीं लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं न हो रही हों। अखिलेश यादव का कहना हैकि ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश ईज डूइंग अपराध प्रदेश बन गया है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया हैकि बिगड़ती कानून व्यवस्था के हालात के पीछे वस्तुतः खुद भाजपा सरकार का अपराधियों के आगे नतमस्तक हो जाना है, राजनीतिक प्रश्रय पाकर भाजपाई भी अब कानून अपने हाथ में ले रहे हैं, यही नहीं सरेआम बेलगाम होकर कानून वालों पर भी हाथ उठाने लगे हैं।
अखिलेश यादव ने घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा हैकि गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर डॉक्टर दंपत्ति घायल हैं और मुख्यमंत्रीजी की बहुप्रशंसित पुलिस उन्हें टरकाने में लगी है, जौनपुर में एक मासूम छात्र को दबंगो ने मार डाला, उसका पिता रो-रोकर न्याय की मांग कर रहा है, चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों से घिरी उत्तर प्रदेश की पुलिस पर ललितपुर के पाली में पुलिस वालों द्वारा ही सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है, ललितपुर में रेप की शिकायत करने पहुंची नाबालिग से थाने में ही एसओ ने दरिंदगी की, इस शर्मनाक घटना की शिकार 13 वर्षीया किशोरी की गंभीर स्थिति विचलित करने वाली है, इसी तरह बुलंदशहर में 8 वर्ष की बच्ची से गैंगरेप की शिकायत मिली है।
अखिलेश यादव का प्रश्न हैकि आखिर लोग कहां और किसपर भरोसा करें? उनका आरोप हैकि भाजपा विधायक थाना तहसील में जाकर पुलिस वालों पर मनमाने काम का दबाव बनाते हैं, एक महिला दारोगा को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया, कई जगह पुलिस वालों से हाथापाई भी की गई। उनका कहना हैकि भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश की जितनी बदनामी देश-विदेश तक हुई है, वैसी कभी नहीं हुई थी, फिरौती, हत्या, अपराध और वसूली के बाद अब पुलिस रेप और गैंगरेप से भी बदनामी कराने लगी है। उनका कहना हैकि प्रदेश में बाबा बुलडोजर की बड़ी चर्चाएं हैं, लेकिन यह बुलडोजर शासन-प्रशासन से खिलवाड़ करने वालों पर क्यों नहीं चलता है? गरीबों की झुग्गी बस्तियों को उजाड़ने में देर नहीं लगाने वाला बुलडोजर बच्चियों की नृशंस हत्या और रेप करने वालों के घरों तक क्यों नहीं पहुंच रहा है?