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Wednesday 18 May 2022 12:56:42 PM
लेह। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, संचार और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) केंद्र लेह, एक्सटेंशन सेंटर कारगिल एवं हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र केलिए आईटी सक्षम इन्क्यूबेशन सेंटर का वर्चुअल उद्घाटन किया है। उद्घाटन समारोह नाइलिट कैंपस लेह में किया गया था, जिसमें आरके माथुर उपराज्यपाल लद्दाख, जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल लद्दाख के सांसद, सौगत बिस्वास आयुक्त सचिव आईटी लद्दाख और डॉ मदनमोहन त्रिपाठी महानिदेशक नाइलिट, फिरोज अहमद खान मुख्य कार्यकारी पार्षद एलएएचडीसी कारगिल और डॉ जयदीप कुमार मिश्रा अतिरिक्त सचिव एमईआईटीवाई ऑनलाइन शामिल हुए। नाइलिट के महानिदेशक डॉ मदनमोहन त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और लेह कारगिल में नाइलिट केंद्र खोलने और लेह में आईटी सक्षम इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना में एमईआईटीवाई के समर्थन की सराहना की।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लद्दाख के विकास केलिए प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बतायाकि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और नए केंद्रशासित प्रदेश के गठन केबाद से इस क्षेत्र में विकास के कई रास्ते खुले हैं और लद्दाख के विकास केलिए आईटी शिक्षा, प्रशिक्षण, इंक्यूबेशन से संबंधित प्रस्ताव को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तुरंत मंजूरी देगा। उन्होंने लेह और कारगिल केंद्रों को शुरू करने और रिकॉर्ड समय में आईटी सक्षम इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना केलिए नाइलिट की भी सराहना की। सूचना मंत्री ने बतायाकि संपूर्ण कवरेज प्रदान करने केलिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप लद्दाख को मोबाइल कनेक्टिविटी से कवर किया जाएगा। उन्होंने कहाकि पहाड़ी की चोटी पर दस गांव होने पर भी कनेक्टिविटी मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहाकि संचार मंत्रालय ऑप्टिकल फाइबर के विकल्प के रूपमें विभिन्न उपलब्ध तकनीकी समाधानों पर काम कर रहा है और एकबार इसे अंतिम रूप देने और नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद पहले फेज में न केवल लद्दाख, बल्कि कारगिल, जम्मू और कश्मीर के हर कोने में कवरेज प्रदान किया जाएगा।
अश्विनी वैष्णव ने कहाकि आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप एक स्वदेशी 5जी ढांचा तैयार किया गया है, जिसका उपयोग बीएसएनएल टावरों को अपग्रेड करने केलिए किया जाएगा, इसका पहला चरण सितंबर 2022 और वर्ष 2023 में शुरू किया जाएगा, इसके बाद सभी पहाड़ी राज्यों जैसेकि लद्दाख, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश आदि में अपग्रेडेड बीएसएनएल टावर होंगे। अश्विनी वैष्णव ने कहाकि लद्दाख में लगातार विकास केलिए लेह से रेल संपर्क अत्यंत महत्वपूर्ण है, कई विकल्पों का आंकलन किया जा रहा है और केंद्र सरकार को उम्मीद हैकि सभी हितधारकों के निरंतर प्रयास से यह बहुत जल्द एक हकीकत बन जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने बतायाकि उपराज्यपाल लद्दाख और लद्दाख के अन्य प्रतिनिधियों की प्रस्तावित हाइड्रोजन ट्रेन एक वास्तविकता बन गई है और इसका निर्माण शुरू हो चुका है। अश्विनी वैष्णव ने कहाकि यह ट्रेन भलेही बादमें लेह आएगी, लेकिन यह देश केलिए हमेशा लद्दाख की देन होगी।
उपराज्यपाल आरके माथुर ने सराहना कीकि नाइलिट लेह को एक स्वतंत्र केंद्र बनाया गया है, जो देश के सबसे युवा केंद्रशासित प्रदेश में आईटी सक्षमता बढ़ाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहाकि नाइलिट लेह ने अपने सामान्य पाठ्यक्रमों की पेशकश के अलावा केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख की डिजिटल साक्षरता में योगदान दिया है। उन्होंने कहाकि आईटी सक्षम इंक्यूबेशन सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त करने केबाद लकड़ी और हथकरघा उद्योग में काम करनेवाले स्थानीय कारीगरों को डिजिटल मार्केटिंग, उद्यमिता और पैकेजिंग कौशल सीखने से काफी फायदा होगा। उन्होंने कहाकि इस पहल से उनकी कला स्थानीय बाजार तकही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि वैश्विक बाजार में पैठ बना सकती है। आयुक्त सचिव आईटी लद्दाख सौगत बिस्वास ने बतायाकि सीएनसी राउटर जो अपनी तरह का एक है और एनआईईएलआईटी द्वारा स्थापित इन्क्यूबेशन सेंटर में रखा गया है और एमईआईटीवाई द्वारा वित्तपोषित है, वह लद्दाख के कारीगरों को अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने केलिए आईटी विभाग से वेस्ट टू वेल्थ 3-डी प्रिंटर में मदद करेगा।
मुख्य कार्यकारी पार्षद एलएएचडीसी कारगिल फिरोज अहमद खान ने कारगिल में नाइलिट केंद्र खोलने पर कहाकि इससे कारगिल की स्थानीय आबादी को लाभ होगा। जम्यांग त्सेरिंग नामग्याल ने लेह में नाइलिट के प्रयासों की सराहना की, जिसमें अबतक 8000 से अधिक प्रतिभागियों ने आईईसीटी के क्षेत्रमें विभिन्न छोटी/ लंबी अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लाभ उठाया है। उन्होंने कहाकि हस्तशिल्प और हथकरघा क्षेत्र में अद्वितीय और अपनी तरह का एक आईटी सक्षम इन्क्यूबेशन सेंटर स्थानीय कारीगरों के उत्थान में एक लंबा सफर तय करेगा। उन्होंने फुंतसोग तोल्डन प्रभारी निदेशक नाइलिट लेह की कड़ी मेहनत और समर्पण की तहेदिल से सराहना की। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ पवन कोतवाल, आयुक्त सचिव जीएडी अजीत कुमार साहू, आयुक्त सचिव उच्चशिक्षा पद्मा एंगमो, डीसी लेह एमएस पद्मा अंगमो, श्रीकांत बालासाहिब सुसे निदेशक आईएंडसी, मूसा कुंजांग (केएएस) तकनीकी निदेशक एनआईसी और फुनशोक पलदान तकनीकी निदेशक एनआईसी उपस्थित थे। दीपक वासन कार्यकारी निदेशक नाइलिट ने अतिथियों का धन्यवाद किया।