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Saturday 21 May 2022 12:17:37 PM
पुणे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने युवाओं का आह्वान किया हैकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार 'आत्मनिर्भर भारत' का लक्ष्य प्राप्त करने केलिए चिंतन, नवाचार और नई तकनीकों का स्वदेशीकरण करें। रक्षामंत्री डॉ डीवाई पाटिल विद्यापीठ पुणे के छात्रों को 13वें दीक्षांत समारोह केदौरान संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय चिकित्सा, दंत चिकित्सा, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, ऑप्टोमेट्री, आयुर्वेद, होम्योपैथी, जैव प्रौद्योगिकी और व्यवसाय प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करता है। राजनाथ सिंह ने युवाओं को किसीभी देश केलिए सबसे बड़ी ताकत, उत्प्रेरक और परिवर्तन का स्रोत बताया। उन्होंने कहाकि युवाओं में किसीभी चुनौती का सामना करने और उसे अवसर में बदलने की क्षमता है, उनके पास नई तकनीकों की खोज करने और नई कंपनियों और अनुसंधान प्रतिष्ठानों को स्थापित करने की क्षमता है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य हासिल करने केलिए रक्षा उपकरणों की घरेलू खरीद के सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहाकि भारत को अपनी जरूरतों केलिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहाकि सरकार को युवा शक्ति पर भरोसा है और वह प्रगति केसाथ-साथ राष्ट्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करने केलिए उन्हें पर्याप्त अवसर प्रदान करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'वोकल फॉर लोकल' की अपील का जिक्र करते हुए कहाकि इससे देश के प्रतिभाशाली युवा केलिए रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे। राजनाथ सिंह ने कहाकि सरकार के प्रयासों से देश में एक जीवंत स्टार्ट-अप इको-सिस्टम बनाया गया है, जो जैव-प्रौद्योगिकी, व्यवसाय प्रशासन और स्वास्थ्य पेशेवरों को उनके अभिनव सपनों को साकार करने केलिए सहायता प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहाकि स्टार्ट-अप इंडिया योजना युवा दिमाग केलिए बहुत कारगर साबित हो रही है, हमने स्टार्ट-अप्स केलिए वेंचर कैपिटल फंडिंग की संस्कृति भी विकसित की है, जो शुरुआती चरण में उन्हें सहायता देने केलिए महत्वपूर्ण है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि देशमें बिजनेस यूनिकॉर्न की संख्या 100 को पार कर गई है, यह हमारे स्टार्ट-अप आधारित इनोवेशन इकोसिस्टम की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने युवाओं को उनके अनूठे विचारों को साकार करने केलिए सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने चिकित्सा और जैव-प्रौद्योगिकी के छात्रों को अपने विचारों को अपने साथी व्यावसायिक प्रबंधन के छात्रों केसाथ साझा करने का सुझाव दिया, जो उन विचारों के आधार पर व्यवसाय स्थापित करने की योजना बना सकते हैं। उन्होंने कहाकि यह एक मजबूत भविष्य की साझेदारी का निर्माण करेगा, जो देश केलिए लाभदायक होगा। रक्षामंत्री का विचार थाकि गरीबी और भूख मिटाने केलिए अच्छी शिक्षा एक प्रभावी हथियार है। उन्होंने इसे विद्यार्थियों का दायित्व बतायाकि वे अपनी शिक्षा का सदुपयोग करें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं। राजनाथ सिंह ने छात्रों से जीवन के सांसारिक और आध्यात्मिक पहलुओं केबीच संतुलन बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहाकि वे सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं और समाज के सामूहिक हित केबारे में सोचें।