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Sunday 22 May 2022 04:04:54 PM
कोलकाता। पश्चिम बंगाल ने सदियों से संगीत और शास्त्रीय संगीत के सुर सजाए हैं और ऐसे फनकारों को जन्म दिया है, जिनका देश और दुनिया में कोई सानी नहीं है। बंगाल से हर युग में संगीत की अनूठी धारा निकली है, जिसका कर्ण प्रिय संगीत दिलोजहान को छूता है। बहुत से नाम हैं, जिनकी याद आते ही संगीत हिलोरे मारने लगता है। अनेक नाम हैं, जिन्होंने हालही में इस क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें एक नाम है-शास्त्रीय गायक सुमन मुखर्जी।
सुमन मुखर्जी ने बचपन से ही संगीत की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने पहले उत्पल राय, उनके बाद मशहूर शास्त्रीय गायक पंडित पार्थसारथी देसीकन से संगीत सीखा। सुमन मुखर्जी पिछले सात साल से प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक अनोल चटर्जी से शास्त्रीय गायन की शिक्षा ले रहे हैं। उन्होंने क्लासिकल वॉइस ऑफ़ इंडिया महाराष्ट्र अंतर्धवानी इत्यादि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया है। सुमन मुखर्जी को बॉलीवुड के गायक जावेद अली ने अजीवासन अकैडमी की इंटरनेशनल प्रतियोगिता में क्वार्टर फाइनल तक सेलेक्ट किया था।
सुमन मुखर्जी ने अनेक प्रसिद्ध म्यूजिक कांफ्रेंस जैसे-राष्ट्रीय संगीत सम्मेलन, पांचसौ साल पुराना संगीत घराना डुमरांव ध्रुपद घराना ट्रेडिशन, लय ताल फाउंडेशन, ब्रह्मानंद आर्ट एंड सोल फाउंडेशन में परफॉर्म किया है। सुमन मुखर्जी को उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा प्रतिभा सम्मान, शैलश्री सम्मान, राजीव गांधी नेशनल अवॉर्ड, स्वामी विवेकानंद अवार्ड प्राप्त हो चुके हैं। सुमन मुखर्जी ने न्यूज़18 बंगला, कोलकाता टीवी, हाई न्यूज़ बांग्ला एवं अनेक टीवी चैनल पर परफॉर्म किया है।
सुमन मुखर्जी ने अपने मास्टर्स की पढ़ाई शास्त्रीय संगीत में रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी कोलकाता से फर्स्ट क्लास केसाथ पूरी की है। सुमन मुखर्जी केलिए बड़ा गौरव माना जा रहा हैकि उन्होंने संगीत के दिग्गजों के साथ संगत की है और शास्त्रीय संगीत का उत्कृष्ट प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वह दिन दूर नहीं जब पश्चिम बंगाल के दिग्गज संगीतज्ञों की तरह सुमन मुखर्जी भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाएंगे।