स्वतंत्र आवाज़
word map

राजा राममोहन राय का जयंती उत्सव शुरू

शिक्षा और महिलाओं के लिए अतुलनीय कार्य किए-रेड्डी

राममोहन राय के विचारों का अनुकरण करते रहें-धनखड़

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 23 May 2022 12:09:09 PM

250th birth anniversary of raja rammohan roy

कोलकाता। संस्कृति मंत्रालय ने आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में कोलकाता में राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती पर पूरे साल चलनेवाले उत्सव की शुरूआत कर दी है। यह अगले साल 22 मई तक चलेगा। राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन साल्ट लेक कोलकाता और साइंस सिटी ऑडिटोरियम कोलकाता में उद्घाटन समारोह हुआ, जिसका आयोजन पूर्वी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार ने किया था। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास (डोनर) मंत्री जी किशन रेड्डी वर्चुअल रूपसे समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। राजा राममोहन राय पुस्तकालय फाउंडेशन का 50वां स्थापना दिवस भी मनाया गया। किशन रेड्डी ने राजा राममोहन रॉय लाइब्रेरी फाउंडेशन कोलकाता में वर्चुअल मोड में राजा राममोहन राय की एक भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने कहाकि राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की ओरसे मैं भारतीय समाज के उद्धार में उनके महान योगदान केलिए आभार और श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, यह अद्भुत संयोग हैकि राजा राममोहन राय पुस्तकालय फाउंडेशन के ऐतिहासिक 50 वर्ष भी पूरे हुए हैं। उन्होंने कहाकि जैसाकि हम सभी जानते हैंकि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ हमारे महापुरुषों और नायकों को सम्मान देने और उन्हें याद करने का अवसर है, जिन्होंने भारत की आजादी केलिए अपने प्राणों की आहुति दी एवं राजा राममोहन राय की प्रतिमा की स्थापना उन्हें हमारी ओरसे सच्ची श्रद्धांजलि है। संस्कृति मंत्री ने इस महत्वपूर्ण कदम केलिए राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन को बधाई दी और कहाकि इस महापुरूष की प्रतिमा हमें और हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरणा देगी, यह हम सभीको उनके महान कार्यों, उच्च आदर्शों और उनके जीवन के दर्शन की याद दिलाएगी।
राजा राममोहन राय के योगदान को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहाकि उनका नाम लेने पर एक स्वतंत्र और दूरदर्शी विचारक की छवि नज़र आती है, जो न सिर्फ एक महान समाज सुधारक थे, बल्कि एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद और महान पत्रकार भी थे, उनकी विद्वता का अंदाजा इसी बातसे लगाया जा सकता हैकि उन्होंने 15 साल की उम्र मेंही बंगाली, फारसी, अरबी और संस्कृत भाषा सीख ली थी, बादमें उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी भी सीखी। उन्होंने शिक्षा और महिलाओं की स्थिति में सुधार केलिए जो काम किया वह अतुलनीय है। बाल विवाह पर उनका स्पष्ट मानना थाकि महिलाओं की शादी की उम्र बढ़ाई जानी चाहिए और महिलाओं को पुनर्विवाह का अधिकार मिलना चाहिए, सही मायने में वह आधुनिक भारत के निर्माता और बंगाल पुनर्जागरण के जनक थे। किशन रेड्डी ने देशभर में पुस्तकालयों के संवर्धन और उन्नयन केलिए संस्कृति मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहाकि संस्कृति मंत्रालय राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन केतहत एक राज्य, केंद्रीय पुस्तकालय और एक जिला पुस्तकालय केलिए सहायता प्रदान करता है, देशभर में 50 पुस्तकालयों को 54 करोड़ रुपये से अधिक सहायता धनराशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहाकि हम देशभर में पुस्तकालयों के विस्तार और आधुनिकीकरण केलिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
किशन रेड्डी ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों से अपील कीकि आजादी के अमृत महोत्सव में सार्वजनिक पुस्तकालय प्रणाली को और मजबूत करें, राष्ट्रीय मॉडल पुस्तकालय के कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की करें और ई-बुक तथा डिजिटल लाइब्रेरी की दिशा में भी बढ़ें। उन्होंने कहाकि सिर्फ ज्ञान और कौशल ही भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाएंगे, हम सभीको इस महान राष्ट्र को एकबार फिरसे विश्वगुरु बनाने की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है। साइंस सिटी ऑडिटोरियम कोलकाता में बच्चों केलिए संगोष्ठी व प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम, एवं राजा राममोहन राय के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर एक मल्टीमीडिया प्रस्तुति भी पेश की गई। समारोह को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी संबोधित किया और कहाकि आनेवाली पीढ़ियों को राममोहन राय के विचारों का अनुकरण करते रहना चाहिए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]