स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 20 June 2022 02:35:35 PM
नई दिल्ली। देश-विदेश में आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और यह 21 जून 2022 को हर वर्ष की तरह बड़े ही उत्साहपूर्वक एवं लोगों की भारी भागीदारी में मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मानवता केलिए योग’ को इस वर्ष की विषयवस्तु घोषित की है, ताकि इस तथ्य की फिरसे पुष्टि हो जाएकि कोविड-19 के दौरान योग ने बीमारी की पीड़ा हरने में मानवजाति की कितनी सेवा की है। प्रधानमंत्री का दृढ़ विश्वास हैकि कोविड-19 के भू-राजनीतिक संकट केदौरान करुणा और दया के माध्यम से योग लोगों को एक-दूसरे के करीब लाया तथा पूरी दुनिया में एकता की भावना को भी बल दिया। गौरतलब हैकि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अधीन खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) में खादी उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की है, जिसका उद्देश्य खादी संस्थानों को डिजाइन तैयार करने में दक्ष बनाना, खादी उत्पादों का उत्पादन और भारतीय तथा विश्व बाजार में उन्नत किस्म के भांति-भांति के खादी उत्पादों को प्रस्तुत करना है।
खादी उत्कृष्टता केंद्र खादी भावना को ध्यान में रखते हुए इसे आगे बढ़ाने का काम कर रहा है, इसका सीधा-सादा अर्थ पृथ्वी पर रहने वाले हर मानव केप्रति भाईचारे की भावना है। योग का सारतत्व संतुलन होता है यानी केवल शरीर या मन और शरीर केबीच संतुलन नहीं, वरन विश्व में मानव सम्बंधों केबीच संतुलन भी इसमें सम्मिलित है। योग के मूल विचार को केंद्र में रखते हुए खादी उत्कृष्टता केंद्र की डिजाइन टीम ने ‘स्वधा’ नामक आरोग्य वस्त्रों की श्रृंखला तैयार की है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खादी के बहुआयामी पक्षों को प्रदर्शित किया जा सके। अथर्ववेद में ‘स्वधा’ का अर्थ सहजता, सुविधा या आनंद होता है, यह वास्तव में इस संकलन की विशेषता है। स्वधा संकलन को योगाभ्यासियों और योग का शौक रखने वालों को दिखाया गया हैकि वे इनका उपयोग करके अपने अनुभव साझा करें। इन वस्त्रों को इस तरह तैयार किया गया हैकि ये कंधे पर ढीले हैं, ऊपरी वस्त्र केबीच का हिस्सा इस तरह बनाया गया हैकि झुकने में आसानी होती है। पांव फैलाने में आसानी हो, इसलिए निचला हिस्सा भी ढीला-ढाला बनाया गया है।
आरोग्य को ध्यान में रखते हुए आरोग्य वस्त्रों की श्रृंखला 'स्वधा' में उल्लेखनीय खूबियां हैं। समाजसेवी, रैमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित और पुदुच्चेरी की उपराज्यपाल रहीं डॉ किरण बेदी ने निफ्ट स्थित खादी उत्कृष्टता केंद्र का दौरा किया तथा वहां डिजाइनरों से बातचीत की। उन्होंने इस संकलन की प्रशंसा की। भारत के ‘प्लॉगमैन’ रिपु दमन बेवली ने स्वधा संकलन को चुना और खादी से बने इन वस्त्रों की सराहना की। उनके अनुसार योग या कसरत करते समय इन वस्त्रों से बहुत आराम मिलता है। आरोग्य वस्त्र संकलन स्वधा श्रृंखला में मन की शक्ति और दृढ़ता पर बल दिया गया है, इसका लक्ष्य हैकि सभी आयुवर्ग के लोगों को आकर्षित करना। इन आरोग्य वस्त्रों को हाथ से बुना गया है और इन्हें बनाने में प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किया गया है। खादी की डोर पूरे विश्व के लोगों को एक-दूसरे से बांधती है और यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की सच्ची भावना का प्रतीक है।