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Tuesday 28 June 2022 06:15:13 PM
पोरबंदर। भारतीय तटरक्षक बल की सेवा में आज पोरबंदर स्थित एयर एन्क्लेव में एक समारोह में स्वदेशी उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर एमके III स्क्वाड्रन को शामिल किया गया। इस स्क्वाड्रन को सेवा में शामिल करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की सोच के अनुरूप खोज एवं बचाव और समुद्री निगरानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एक शानदार छलांग है। स्वदेशी एएलएच एमके III हेलीकॉप्टर का निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने किया है, इनमें उन्नत रडार सहित इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सेंसर, शक्ति इंजन, पूरी तरह से ग्लास कॉकपिट, उच्च तीव्रता वाली सर्चलाइट, उन्नत संचार प्रणाली, स्वचालित पहचान प्रणाली केसाथ-साथ एसएआर होमर जैसे अत्याधुनिक उपकरण हैं।
स्वदेशी उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर एमके III स्क्वाड्रन की ये विशेषताएं तटरक्षक बल को समुद्री की निगरानी करने केसाथ-साथ दिन और रात के दौरान पोतों का परिचालन करते हुए विस्तारित सीमाओं पर एसएआर करने में सक्षम बनाती हैं। इसके अलावा इस विमान (स्क्वाड्रन) के पास भारी मशीन गन केसाथ एक आक्रामक मंच से गंभीर मरीजों केलिए एक गहन चिकित्सा देखभाल इकाई के रूपमें अपनी भूमिका को बदलने की क्षमता है। भारतीय तटरक्षक बल में अबतक 13 एएलएच एमके-III विमान चरणबद्ध तरीके से शामिल किए जा चुके हैं, इनमें से चार विमान पोरबंदर में तैनात हैं।
तटरक्षक बल की सेवा में शामिल होने केबाद से स्क्वाड्रन ने 1,200 घंटे से अधिक अवधि तक उड़ान भरी है, साथही दीव तट पर पहलीबार रात में एसएआर सहित कई परिचालन मिशनों का संचालन किया है। कमांडेंट सुनील दत्त केपास इस 835 स्क्वाड्रन (सीजी) की कमान है। इसे सेवा में शामिल करने से गुजरात क्षेत्र में भारतीय तटरक्षक बल की क्षमताओं को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही यह देश की समुद्री सुरक्षा को और अधिक मजबूत करेगा। इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता तटरक्षक बल के महानिदेशक वीएस पठानिया ने की। इसमें पोरबंदर और गुजरात क्षेत्र के विभिन्न सैन्य और गणमान्य नागरिकों ने भी हिस्सा लिया।