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Saturday 2 July 2022 04:13:14 PM
मुंबई। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने नोवोटेल मुंबई जुहू बीच में पांचवें वैश्विक फिल्म पर्यटन सम्मेलन की समारोहपूर्वक शुरूआत की। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय केसाथ मिलकर 'अनलीशिंग द पावर ऑफ सिनेमेटिक पावर' विषय पर पांचवें जीएफटीसी का आयोजन किया है। जीएफटीसी फिल्म आयोगों, पर्यटन बोर्डों और प्रोडक्शन हाउसों को जीवंत भारतीय फिल्म उद्योग को अपनी जगहों के प्रमोशन, प्रोत्साहन और सेवाओं को बढ़ावा देने केलिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है। मुख्तार अब्बास नकवी ने उद्घाटन भाषण में कहाकि फिल्म पर्यटन तब है, जब एक दर्शक को फिल्म देखने केबाद उस विशेष स्थान को देखने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहाकि कई भारतीय फिल्मों और विदेशी फिल्मों ने आतंकवाद, हिंसा, कट्टरपंथ के खिलाफ सार्थक संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अल्पसंख्यक कार्यमंत्री ने कहाकि आज ऐसी फिल्मों की जरूरत है, जो न केवल मनोरंजन कर सकें, बल्कि समाज को प्रभावी संदेश भी दे सकें। उन्होंने कहाकि फिल्मों का प्रवाह आतंकवाद पर कड़ा प्रहार कर सकता है। अल्पसंख्यक कार्यमंत्री ने फिल्म पर्यटन केलिए एक गंतव्य के रूपमें भारत के अद्वितीय गुणों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि भारत दुनिया का एकमात्र देश है, जहां हर मौसम, वातावरण, संस्कृति, अनुष्ठान, गर्मी, सर्दी, बारिश, बर्फ, पहाड़, नदियां, झरने, समुद्र, जंगल, खूबसूरत गांव, खूबसूरत शहर हैं, ये अनूठी विशेषताएं भारत को किसी भी फिल्म निर्माता केलिए एक आदर्श स्थान बनाती हैं। मुख्तार अब्बास नकवी ने फिल्म उद्योगों के महत्व और दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में उनके योगदान की भी चर्चा की और कहाकि कई देशों के फिल्म उद्योग ट्रिलियन डॉलर का योगदान करके अपने देशों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, हॉलीवुड फिल्मों का बॉक्स ऑफिस संग्रह लगभग 47 लाख करोड़ रुपये, ब्रिटिश फिल्म उद्योग की दुनिया भर में कमाई लगभग 3.31 लाख करोड़ रुपये, चीनी फिल्म उद्योग की कमाई लगभग 2.53 लाख करोड़ रुपये है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहाकि भारतीय फिल्म उद्योग की दुनियाभर में बॉक्स ऑफिस आमदनी करीब 48 हजार करोड़ रुपये है, भारतीय सिनेमा उद्योग की सफल और गौरवशाली यात्रा, जो आम लोगों केसाथ शुरू हुई, उसे सभीको आकर्षक लगना चाहिए और सामाजिक सीमाओं से विवश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहाकि हमें वर्गों से ऊपर उठकर फिल्म उद्योग को लोगों की पहली पसंद बनाना होगा, तभी भारतीय फिल्म उद्योग की पहचान और गौरव को विश्वस्तर पर मान्यता मिलेगी। मुख्तार अब्बास नकवी ने देश के निर्देशकों, निर्माताओं, लेखकों, अभिनेताओं, तकनीशियनों के योगदान की भी सराहना की, जिनके प्रयासों ने भारतीय फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में गौरव बढ़ाया है। पर्यटन मंत्रालय में सचिव अरविंद सिंह ने भारत में फिल्म पर्यटन की अपार संभावनाओं और इसपर ध्यान केंद्रित करने का यह सही समय क्यों है, इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहाकि ऐसा माना जा रहा हैकि मार्च 2023 के बाद सृजित तीन नौकरियों में से एक पर्यटन में होगी।
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के सचिव डॉ सुजीत कुमार दत्ता ने प्रोडक्शन हाउस और फिल्म निर्माताओं को एनओसी जारी करने केलिए विभाग की पहल केबारे में बात की। उन्होंने कहाकि फिल्मों केलिए भारतीय पशु कल्याण बोर्ड से क्लीयरेंस मिलने में कोई बाधा नहीं आएगी, खासतौर से जहां जानवरों का उपयोग किया जाता है, एनओसी जारी करने की प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया गया है, हम आवेदन के 72 घंटे के भीतर एनओसी जारी कर रहे हैं। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सीईओ और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम के प्रबंध निदेशक रविंदर भाकर ने फिल्म गंतव्य के रूपमें भारत को बढ़ावा देने और सहयोग करने केलिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय की कई पहलों के बारे में बताया। उन्होंने कहाकि हमें दुनियाभर में फैले ऐसे प्रवासी भारतीयों को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए, जो भारतीय फिल्मों के शौकीन हैं। उन्होंने कहाकि हम अधिक सह-निर्माण केसाथ आने और कई देशों केसाथ कई सह-उत्पादन संधियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं।
वैश्विक फिल्म पर्यटन सम्मेलन के दौरान अभिनेता रणबीर कपूर, फिल्म निर्देशक और निर्माता अनीस बज्मी और राहुल रवेल, अभिनेता मनोज जोशी सहित अन्य को सम्मानित किया गया। अभिनेता मनोज जोशी ने कहाकि भारत में विभिन्न रमणीक स्थान हैं, जिनको ढूंढना बाकी है, यदि फिल्म उद्योग इन अज्ञात स्थानों को बढ़ावा देना शुरू करे तो हम न केवल बेहतर फिल्में बना सकेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों केलिए रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे। सम्मेलन केदौरान भारत में पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने वाली फिल्मों बजरंगी भाईजान, मोहेंजोदारो, पैड मैन, लुका चुप्पी, न्यूटन के लघु रूप प्रस्तुत किए गए। पर्यटन मंत्रालय ने एक प्रस्तुति सत्र आयोजित किया। छत्तीसगढ़, हंगरी, जम्मू और कश्मीर, मध्य प्रदेश, नॉर्वे, पोलैंड, सऊदी अरब, स्पेन, तुर्की जैसे देशों के अनेक पर्यटन बोर्डों के प्रतिनिधियों ने अपने गंतव्यों में फिल्म शूटिंग केलिए अपनी प्रोत्साहन योजनाओं को प्रस्तुत किया।
फिल्म पर्यटन सम्मेलन के दौरान भारत केसाथ अन्य देशों में फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। गंतव्यों और निजी संगठनों केलिए एक प्रदर्शनी मंच ने उनके स्थान, कर प्रोत्साहन और अन्य सेवाओं को प्रदर्शित किया। प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया कार्यक्रम केलिए सिनर्जी पार्टनर है। कार्यक्रम को पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड, वीएफएस ग्लोबल, जम्मू और कश्मीर पर्यटन, सुपीरियर इंडस्ट्रीज, सऊदी पर्यटन प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड, आईआरसीटीसी, डीपायोनियर हॉलीडे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और शेखावाटी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने सहयोग दिया है। पीएचडीसीसीआई की पर्यटन और आतिथ्य समिति के सहअध्यक्ष राजन सहगल, पीएचडीसीसीआई की मनोरंजन, मीडिया, कला और संस्कृति समिति के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता और पीएचडीसीसीआई के सहायक सचिव डॉ योगेश श्रीवास्तव ने भी सम्मेलन में अपनी बात रखी।