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Tuesday 5 July 2022 06:24:47 PM
इम्फाल। राष्ट्रीय महिला आयोग ने मणिपुर की महिला व्यापारियों के समग्र विकास और उनके लिए अधिक से अधिक उद्यमशीलता के अवसरों का सृजन करने केलिए राज्य महिला आयोग के सहयोग केलिए एक दिवसीय 'क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम' आयोजित किया। इस अवसर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, समाज कल्याण मंत्री हेखम डिंगो सिंह और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की उपस्थित थीं। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ने कहाकि मणिपुर के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की उपस्थित दर्ज हो रही है और उन्होंने यह सिद्ध कर दिया हैकि वे सबकुछ और कुछभी संभाल सकती हैं। उन्होंने कहाकि हम यह चाहते हैंकि मणिपुर की महिलाएं अपने उत्पादों को ई-मार्केट में भी बेचें।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ने कहाकि यहां की महिलाओं को मणिपुर तक ही अपने उत्पादों को सीमित नहीं रखना चाहिए, दुनिया बदल रही है और महिलाओं को प्रौद्योगिकी केबारे में जागरुक होना चाहिए, ताकि उनके उत्पाद दुनिया में कहीं भी पहुंच सकें। उन्होंने कहाकि हम उन्हें ई-कॉमर्स, अन्य प्रौद्योगिकी में उड़ान भरने और प्रशिक्षित होने केलिए सुविधा उपलब्ध कराएंगे, ताकि दुनिया को भी उनके उत्पादों के बारेमें पता चल सके। उन्होंने कहाकि मणिपुर की इमा कीथेल को एशिया का सबसे बड़ा महिला बाजार कहा जाता है, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं अपने-अपने स्टॉलों का प्रबंधन करती हैं और पूर्वोत्तर राज्यों में आयोग के कार्यक्रमों के अनुपालन में राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिला व्यापारियों केलिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया, ताकि उनकी आजीविका, सामाजिक सुरक्षा और जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने महिला प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और महिला सशक्तिकरण केलिए एनसीडब्ल्यू कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहाकि सात और इमा बाजारों का निर्माण किया गया है और एक बाजार का जल्दी ही निर्माण किया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग ने विभिन्न सरकारी विभागों और बैंकिंग क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों को ई-कॉमर्स, बैंकिंग, कर कानूनों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर महिलाओं को जानकारी देने और शिक्षित करने केलिए संसाधन व्यक्तियों के रूपमें आमंत्रित किया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम को तीन तकनीकी सत्रों में विभाजित किया गया था, पहला सत्र 'प्रासंगिक बैंकिंग योजनाओं का ज्ञान और ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग कैसे करें' विषय पर था, जबकि दूसरा सत्र 'कर कानूनों/ जीएसटी कानूनों और कर अनुपालनों का ज्ञान' विषय पर और तीसरा सत्र 'ई-कॉमर्स प्रदर्शन' विषय पर था।