स्वतंत्र आवाज़
word map

बाबासाहेब की बहुमूल्य विरासत का राष्ट्रीय महत्व

एनएमए ने की है राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने की सिफारिश

संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल के समक्ष सिफारिशों को रखा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 9 July 2022 01:07:01 PM

national monuments authority logo

नई दिल्ली। राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने भारतीय संविधान के जनक एवं महान समाज सुधारक बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर से जुड़े दो स्थलों को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने की सिफारिश की है। राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने इस आशय की सिफारिश की हैकि वडोदरा में संकल्प भूमि बरगद के पेड़ परिसर, जहां बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर ने 23 सितंबर 1917 को अस्पृश्यता उन्मूलन का संकल्प लिया था को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया जाना चाहिए। यह स्थान सौ साल से भी अधिक पुराना है और बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर की सामाजिक सम्मान क्रांति का गवाह रहा है।
राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने सतारा महाराष्ट्र में प्रतापराव भोसले हाई स्कूल को भी राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किए जाने की सिफारिश की है। इसी स्कूल में बाबासाहेब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर ने अपनी प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी। इस स्कूल का रजिस्टर अभीभी गर्व केसाथ एक छात्र के तौरपर छोटे बालक भीमराव के मराठी में किए गए हस्ताक्षर को दर्शाता है। जिला परिषद के अंतर्गत आनेवाला यह स्कूल जीर्ण-शीर्ण हालत में है। इन सिफारिशों को राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल के समक्ष रखा है। राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण के अध्यक्ष तरुण विजय ने इस बारेमें कहा हैकि सामाजिक सद्भाव और समानता के क्षेत्र में यह एक बहुमूल्य विरासत है और इसे राष्ट्रीय महत्व के स्मारक के रूपमें घोषित और संरक्षित किया ही जाना चाहिए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]