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Monday 18 July 2022 03:52:42 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने राज्यपालों से राज्यों केलिए एक 'मार्गदर्शक' के रूपमें कार्य करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया हैकि भारत सरकार के वित्त पोषित कार्यक्रमों को राज्यों में ठीक से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का कार्यालय न तो एक सजावटी और न ही एक राजनीतिक पद है और उन्हें अपने आचरण से राज्य प्रशासन केलिए उत्कृष्ट उदाहरण स्थापित करने चाहिएं। उपराष्ट्रपति ने बातें उपराष्ट्रपति निवास में दोपहर के भोज में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के राज्यपालों, उपराज्यपालों और प्रशासकों को संबोधित करते हुए कहीं।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने राज्यपालों से आग्रह कियाकि वे विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति की भूमिका में अपने राज्य में यथासंभव अधिक से अधिक विश्वविद्यालयों का दौरा करें और छात्रों और कर्मचारियों केसाथ बातचीत कर उन्हें प्रेरित करें। उन्होंने सुझाव दियाकि वे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यांवयन का नीति में दी गई बातों और भावनाओं के आधार पर निरीक्षण करें। उपराष्ट्रपति ने सुझाव दियाकि राज्यपाल राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में टीबी के उन्मूलन एवं अन्य स्वास्थ्य जागरुकता पहलों में भी महत्वपूर्ण भागीदार बन सकते हैं।
टीकाकरण का उदाहरण देते हुए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने बतायाकि कैसे लोगों को टीकाकरण केलिए प्रेरित करने के सकारात्मक परिणाम मिले हैं और भारत में मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्यपाल विभिन्न टीकाकरण अभियानों में भागीदार बनें और लोगों केसाथ बातचीत में स्वस्थ आहार की आदतों के महत्व पर भी जोर दें। विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के राज्यपाल, उपराज्यपाल और प्रशासक, उनके जीवनसंगी, गृहमंत्री अमित शाह, वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में उपस्थित थे।