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पिंगलि वेंकय्या की जयंती पर 'तिरंगा उत्सव'

तिरंगा हमारे देश की आन, बान और शान है-गृहमंत्री अमित शाह

सोशल मीडिया प्रोफाइल पर लगाएं तिरंगा और घरों पर भी फहराएं!

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 3 August 2022 12:52:17 PM

'tiranga utsav' on the birth anniversary of pingali venkayya

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगे' की अभिकल्पना करने वाले पिंगलि वेंकय्या की जयंती पर दिल्ली में आयोजित तिरंगा उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने पिंगलि वेंकय्या के परिजनों का सम्मान किया और उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया, साथही हर घर तिरंगा थीम गीत भी लॉंच किया। गृहमंत्री ने कहाकि यह महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगलि वेंकय्या की 146वीं जयंती है, जिन्होंने हमारी आन, बान, शान और देश के निशान तिरंगे को बनाया और लोगों के बीच प्रस्थापित किया। अमित शाह ने कहाकि इसी तिरंगे की कसम खाकर सीमापर देश का जवान अपना सर्वस्व अर्पण कर देता है, इसी तिरंगे को देखकर देश के करोड़ों किसान पूरी दुनिया का पेट भरने केलिए पुरुषार्थ करते हैं और ये तिरंगा ही है, जो देशवासियों के दिल में देश का निशान बनकर प्रस्थापित हुआ है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि ये वर्ष आज़ादी के अमृत महोत्सव का वर्ष है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा का कार्यक्रम शुरू किया है। उन्होंने कहाकि उस दिन की कल्पना कीजिए जब देश के 20 करोड़ घरों पर तिरंगा शान से लहरा रहा हो, यह कल्पना करते ही आज़ादी के अमृत महोत्सव का महत्व हमारे दिलोदिमाग़ में सजीव हो जाएगा। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया हैकि सभी अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर तिरंगा लगाएं और 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर तिरंगा फहराकर पूरी दुनिया को बताएं कि भारत पुन: महान बनने की दिशा में तीव्र गतिसे आगे बढ़ रहा है। गृहमंत्री ने कहाकि आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाने के निर्णय के पीछे तीन उद्देश्य हैं, पहला जिन हज़ारों जाने-अनजाने स्वतंत्रता सेनानियों ने आज़ादी केलिए बलिदान दिया, वेंकय्याजी जैसे आज़ादी के उन वीर नायकों की कथाओं को युवा पीढ़ी के सामने रखना।
अमित शाह ने कहाकि 1857 से 1947 तक के 90 साल की आज़ादी की जंग में देश के लाखों सपूतों ने देश को अंग्रेज़ों के चंगुल से मुक्त कराने केलिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया था, ये वर्ष उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बन रहा है। अमित शाह ने कहाकि दूसरा उद्देश्य आज़ादी केबाद के 75 साल में भारत ने हर क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं, इन्हें देश-विदेश में जन-जन तक ले जाना, तीसरा उद्देश्य हैकि आज़ादी के शताब्दी वर्ष तक का 25 साल का ये कालखंड संकल्प का कालखंड है, ये हर नागरिक केलिए 2047 में भारत हर क्षेत्र में कैसा और कहां होगा, इसका संकल्प लेने और हर क्षेत्र में भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाने का वर्ष है। उन्होंने कहाकि आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस वर्ष में लिए गए संकल्पों को हम सब भारतीय आज़ादी के अमृतकाल यानी 2022 से 2047 तक के 25 साल में पूरा करेंगे तो भारत माता निश्चित रूपसे विश्वगुरू बनेगी। अमित शाह ने कहाकि हर घर तिरंगा
तिरंगा अभियान पूरी दुनिया केलिए एक संदेश हैकि भारत का हर नागरिक हमारे संविधान निर्माताओं की कल्पना और अपेक्षाओं के अनुसार भारत की समृद्धि, सुरक्षा और संस्कृति को आगे बढ़ाने केलिए एकजुट होकर काम कर रहा है। उन्होंने देश के युवाओं से कहाकि हर घर तिरंगा अभियान आपका अभियान है, यह महान भारत की रचना का एकबार फिरसे शुभारंभ करने वाला अभियान है, इससे जुड़कर अपने घर पर तिरंगा फहराएं और उसके साथ सेल्फी लेकर अपलोड कर भारत को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें। गृहमंत्री ने कहाकि हमें कभीभी तिरंगे की रचना की प्रक्रिया को नहीं भूलना चाहिए, अगर हम तिरंगे की रचना और फिर संविधान सभा में इसकी स्वीकृति की यात्रा को समझ लेते हैं तो पिंगलि वेंकय्या को याद किए बिना नहीं रह सकते, इस महान तेलुगु राष्ट्रसेवक और स्वतंत्रता सेनानी ने करोड़ों भारतीयों की आशाओं, उमंगों और उनकी श्रद्धा को तीन रंगों में समाहित कर पूरे भारत को एकता के सूत्र में जोड़ने का काम किया, समग्र कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से पिंगलि वेंकय्या को कोटि-कोटि नमन।
गृहमंत्री ने कहाकि पिंगलि वेंकय्या ने गांधीजी और लोकमान्य तिलक के सिद्धांतों पर चलकर बिना किसी स्वार्थ के एक मूक राष्ट्रसेवक की तरह अपना पूरा जीवन राष्ट्रहित को समर्पित किया, जब देश ने तिरंगे को स्वीकार किया, तब यही तिरंगा हमारे देश की आन, बान और शान बना। अमित शाह ने कहाकि राष्ट्रध्वज की यात्रा 7 अगस्त 1906 से शुरू हुई, 1921 में महात्मा गांधी ने पिंगलि वेंकय्या को नया राष्ट्रध्वज डिजाइन करने का काम दिया, 29 दिसंबर 1943 को पोर्ट ब्लेयर में महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषबाबू ने तिरंगा फहराया था। अमित शाह ने कहाकि तिरंगे का भगवा रंग त्याग, बलिदान और शौर्य का प्रतीक है, हरा रंग समृद्धि का प्रतीक है, सफेद रंग शांति और एकता का प्रतीक है, बीचमें धर्मचक्र की 24 कंडिकाएं भारत के एक होने का प्रतीक है। गृहमंत्री ने कहाकि 2014 से लेकर आज 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ाने का काम किया है।
अमित शाह ने कहाकि एक ऐसे भारत की रचना जो आत्मनिर्भर हो, अपने अतीत पर गौरव करता हो, अपने भविष्य केलिए न केवल आश्वस्त हो, बल्कि भविष्य की रूपरेखा भारत के युवा के दिमाग में स्पष्ट हो, ऐसे नए भारत की रचना मोदीजी के सामने, उनके नेतृत्व में और उनकी कल्पना के अनुसार हो रही है। अमित शाह ने कहाकि हर किशोर, युवा के मन में एकबार अगर राष्ट्रभक्ति का संस्कार जागृत होता है तो वह देश की बहुत बड़ी ताकत बन जाता है और क्षेत्र में देश को महान बनाने की ऊर्जा प्रदान करता है। कार्यक्रम में संस्कृति, पर्यटन और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, संसदीय कार्य और संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, विदेश और संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी और संचार राज्यमंत्री देवुसिंह चौहान और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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