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Thursday 4 August 2022 11:57:47 AM
नई दिल्ली। भारतीय संसद के निचले सदन राज्यसभा में भी राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक-2022 पारित कर दिया गया है। केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहाकि यह एक ऐतिहासिक अवसर है, जब भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो चुका है, जिनके पास अपना राष्ट्रीय डोपिंग रोधी कानून है। उन्होंने कहाकि इस कानून के बनने से दुनिया को एक मजबूत संदेश गया हैकि भारत खेल, खिलाड़ियों और डोपिंग से निपटने को लेकर काफी गंभीर है। उन्होंने कहाकि यह नया कानून घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरपर खेल स्पर्धाओं में भाग लेने और तैयारी करते समय सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहाकि यह खेल केप्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूती से स्थापित करता है।
खेलमंत्री ने कहाकि नाडा ने तकनीक की मदद से शिक्षा और जागरुकता पैदा करने वाला डोपिंग रोधी टूलकिट विकसित किया है एवं हम डोपिंग और उससे संबंधित पहलुओं के बारेमें स्कूल स्तरपर जागरुकता पैदा करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि इस कानून के बनने से देश के भीतर डोपिंग रोधी से संबंधित जागरुकता, शिक्षा और अनुसंधान सुविधाओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी। अनुराग ठाकुर ने कहाकि हमने एनडीटीएल की क्षमता को बढ़ाने का काम किया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करेगी। गौरतलब हैकि यह विधेयक देशमें और अधिक राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना का मार्ग तैयार करेगा। यह विधेयक 17 दिसंबर 2021 को लोकसभा में पेश किया गया था और 27 जुलाई 2022 को पारित किया गया था, जिसमें संसदीय स्थायी समिति और कुछ अन्य हितधारकों से प्राप्त सुझावों एवं सिफारिशों के आधार पर प्रस्तावित कुछ आधिकारिक संशोधन किए गए थे। इसे 28 जुलाई 2022 को राज्यसभा में पेश किया गया था। विधेयक के बारेमें एक उल्लेखनीय विशेषता यह हैकि सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों ने सर्वसम्मति से विधेयक का समर्थन किया।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक की मुख्य विशेषताएं हैं-देश में खेलकूद में डोपिंग के निषेध और डोपिंग रोधी गतिविधियों को लागू करने केलिए कानून के रूपमें वैधानिक रूपरेखा। प्रस्तावित विधेयक को पूरा करने का प्रयास करेगा। डोपिंग रोधी कार्य केलिए संस्थागत क्षमताओं का निर्माण और प्रमुख खेल आयोजनों की मेजबानी को सक्षम बनाना, सभी खिलाड़ियों के अधिकारों की रक्षा करना, एथलीटों केलिए समयबद्ध न्याय सुनिश्चित करना, खेलों में डोपिंग के खिलाफ मुकाबले केलिए एजेंसियों केबीच आपसी सहयोग बढ़ाना, स्वच्छ खेलों केलिए अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों केप्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करना, डोपिंग रोधी फैसले केलिए स्वतंत्र व्यवस्था, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला को कानूनी मान्यता प्रदान करना, ज्यादा डोप परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना करना, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूपसे रोज़गार के अवसर पैदा करना, डोपिंग रोधी से संबंधित शैक्षणिक अनुसंधान, विज्ञान और विनिर्माण केलिए अवसर पैदा करना एवं भारत में खेलों केलिए अतिरिक्त पोषक तत्वों के निर्माण केलिए मानक स्थापित करना।