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Wednesday 10 August 2022 01:31:08 PM
मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने मुंबई के रवींद्र नाट्य मंदिर में 22वें 'भारत रंग महोत्सव' की शुरूआत की और कहाकि रंगमंच खुशी बांटने, जागरुकता को बढ़ावा देने और हमारी समृद्ध विरासत एवं संस्कृति की रक्षा करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहाकि एक राष्ट्र और समाज के रूपमें हमें कैसा होना चाहिए, यह दिखाने में रंगमंच कीभी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राज्यपाल ने कहाकि जब राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव के नाटकों के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों जैसे महान लोगों की कहानियां सुनाई जाती हैं तो यह नागरिकों को उनके गुणों को आत्मसात करने और समान योगदान देने केलिए प्रेरणा प्रदान करता है। अच्छे अभिनेताओं को तैयार करने में एनएसडी की महत्वपूर्ण भूमिका के बारेमें चर्चा करते हुए उन्होंने आशा व्यक्त कीकि एनएसडी से और अधिक प्रतिभाशाली अभिनेता आएंगे।
राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने कहाकि अधिक से अधिक थिएटर कलाकार आगे आएं और समाज में सकारात्मक योगदान दें। राज्यपाल ने मुंबई से भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की 80वीं वर्षगांठ पर भारत रंग महोत्सव की सफलता की कामना की, जो भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को प्रदर्शित करता है। अभिनेत्री वाणी त्रिपाठी ने कहाकि यह सराहनीय हैकि एनएसडी ने देशभर से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को प्रदर्शित करने वाले नाटकों की पहचान की है। उन्होंने कहाकि हम सभीको मिलकर काम करने की जरूरत है, ताकि हम अपने युवाओं को महोत्सव केबारे में जागरुक कर सकें और महोत्सव के नाटकों में चित्रित की जा रही कहानियों के बारेमें जान सकें। अभिनेत्री रोहिणी हट्टंगडी ने इस अवसर पर कहाकि राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का अमृत महोत्सव पर आयोजित नाट्य महोत्सव एक सराहनीय पहल है और यह युवा पीढ़ी केलिए भी प्रेरणास्रोत है।
एनएसडी के निदेशक प्रोफेसर रमेशचंद्र गौड़ ने कहाकि एनएसडी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने केलिए यह पहल की है, कुछदिन पहले कारगिल विजय दिवस पर 'कारगिल एक शौर्यकथा' नाटक का मंचन किया गया था। उन्होंने कहाकि यह महोत्सव जनता केलिए खुला है, इसके माध्यम से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और बलिदान पर आधारित प्रसिद्ध थिएटर निर्देशकों के नाटकों का मंचन किया जाएगा। महोत्सव के पहले दिन भोपाल थिएटर ग्रुप 'द राइजिंग सोसाइटी ऑफ आर्ट एंड कल्चर' और चंद्रहास तिवारी के निर्देशित हिंदी नाटक 'आई एम सुभाष' का मंचन किया गया। मुंबई में सम्यक थिएटर और डॉ मंगेश बंसोड़ के निर्देशित हिंदी नाटक 'गांधी-अंबेडकर' का मंचन किया गया। नागपुर में समूह 'राष्ट्रभाषा परिवार सामाजिक सांस्कृतिक संस्था' 11 अगस्त को रूपेश पवार के हिंदी नाटक 'अगस्त क्रांति' का मंचन करेगी और सुनील जोशी के निर्देशित मराठी नाटक 'तिलक और अगरकर' का मंचन मुंबई की अभिजीत नाट्य संस्था और आर्यदुर्गा क्रिएशंस 12 अगस्त को करेगी।
भारत रंग महोत्सव का समापन 13 अगस्त को भोपाल के कारवां थिएटर ग्रुप के हिंदी नाटक 'रंग दे बसंती चोला' केसाथ होगा, जिसका निर्देशन मोहम्मद नजीर कुरैशी ने किया है। मुंबई में पांच दिवसीय महोत्सव में भारत रंगमंच के मंच से महाराष्ट्र की प्रसिद्ध थिएटर हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। इस सूची में सोहानी कुमार, आनंद पांचाल, उल्लास सुर्वे, चंद्रशेखर वामन किरदावकर, पंगे रोहिदास, शरद सावंत, लाउ राउल, नयना आप्टे, बालू मामा घोडके, सुषमा देशपांडे और अभिराम भदकमाकर शामिल हैं। भारत रंग महोत्सव-2022 आजादी खंड के हिस्से के रूपमें दिल्ली, भुवनेश्वर, वाराणसी, अमृतसर, बेंगलुरु और मुंबई में 16 जुलाई से 14 अगस्त 2022 तक 30 नाटकों का मंचन किया जा रहा है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली का 1999 में शुरू किया गया भारत रंग महोत्सव या नेशनल थिएटर फेस्टिवल एक वार्षिक रंगमंच महोत्सव है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और महाराष्ट्र कला अकादमी ने संयुक्त रूपसे मुंबई में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने केलिए पांच दिवसीय नाट्य उत्सव आयोजित किया है।
भारत रंग मंच देशभर में रंगमंच के विकास और प्रगति को बढ़ावा देने केलिए शुरू किया गया था। मूल रूपसे भारत में सबसे रचनात्मक रंगमंच श्रमिकों के काम को प्रदर्शित करने वाला राष्ट्रीय महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में विकसित हुआ है, जो दुनियाभर से थिएटर कंपनियों की मेजबानी कर रहा है और अब यह एशिया का सबसे बड़ा रंगमंच उत्सव है। भारत सरकार के वित्तपोषित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय हमारे देश का अग्रणी रंगमंच प्रशिक्षण संस्थान है। उद्घाटन समारोह में निर्माता निर्देशक सतीश कौशिक और वाणी त्रिपाठी टिक्कू भी शामिल हुए। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक प्रोफेसर रमेशचंद्र गौड़ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।