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Saturday 3 September 2022 01:32:06 PM
कोलकाता। सबसे बड़े मालवाहक जहाज 'एमवी मिनरल यांगफान' ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह कोलकाता के सागर गोदी पर लंगर डाला है। इस जहाज की लंबाई 299.92 मीटर और शहतीरों की लंबाई 50 मीटर है। यह जहाज मेसर्स स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की तरफ से आया था, जिसने फ्लोटिंग क्रेनों से 70,300 एमटी कोकिंग कोल की आपूर्ति की। यह अबतक के सबसे भारी-भरकम माल केसाथ गोदी पर पहुंचने वाला शुष्क माल ढोने वाला सबसे बड़ा मालवाहक जहाज है। उल्लेखनीय हैकि एमवी मिनरल यांगफान मौजूदा वित्तीय वर्ष में 18वां केप साइज जहाज है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में अगस्त तक केवल चार केप साइज जहाजों से माल प्रबंधन किया गया था।
केप साइज जहाज एमवी मिनरल यांगफान की एलओए 299.92 मीटर, शहतीर 50 मीटर और जल की सतह से ऊंचाई 9.3 मीटर है। यह जहाज पुर्तगाल में पंजीकृत है। न्यू पोर्ट अमेरिका में इसपर माल लादा गया और यात्रा के क्रममें यह धामरा बंदरगाह पर ठहरा। बंदरगाह से माल को तेजीसे निकालने केलिए हल्दिया का रेल प्रभाग समुद्री प्रभाग केसाथ काम कर रहा है। एसएमपी कोलकाता के प्रबंधन की तरफ से सेल इस बात पर राजी हो गया थाकि वह हर महीने दो केप साइज जहाज लाएगा, इसके साथ हर गोदी पर प्रतिवर्ष 1.5 एमएमटी माल की आवाजाही की योजना बनाने परभी सेल ने सहमति व्यक्त की है। एसएमपी कोलकाता के अध्यक्ष विनीत कुमार ने इस अवसर पर कहा हैकि सागर गोदी पर 9.3 ड्राफ्ट वाले एमवी मिनरल यांगफान जैसे केप साइज जहाज का लंगर डालना एसएमपी कोलकाता के इतिहास का शानदार अध्याय है, जबकि बंदरगाह की कुछ प्राकृतिक अड़चनें हैं, यहां दुनिया का सबसे लंबा और ऐसा नौवहन चैनल है, जिसके बारेमें कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता, इन सबके बावजूद बंदरगाह ने यह कारनामा कर दिखाया है।
एसएमपी कोलकाता के अध्यक्ष विनीत कुमार ने कहाकि एसएमपी कोलकाता के सागर गोदी पर एमवी मिनरल यांगफान का आगमन बहुत अहम है, यह सागर गोदी पर न केवल पहला केप साइज जहाज है, बल्कि अपने साथ 70,300 एमटी वजन का माल भी लाया है, जिसे ढोने केलिए 2-3 माल वाहक जहाज लगते। उन्होंने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहाकि एसएमपी कोलकाता नदी के निकट एकमात्र बंदरगाह है और यह 152 वर्ष से प्रमुख भारतीय बंदरगाह होने की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहाकि बंदरगाह के उपयोगकर्ताओं के सक्रिय सहयोग से खासतौर से सेल तथा एसएमपी कोलकाता के कर्मचारियों के प्रयासों की बदौलत यह बंदरगाह कई उल्लेखनीय कीर्तिमान स्थापित करेगा।