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Monday 3 October 2022 12:48:54 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा विभाग के 275वें वार्षिक दिवस समारोह पर विभाग की कई डिजिटल पहलों का शुभारंभ किया और कहाकि सेना के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों केसाथ-साथ उनके परिजनों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करना एवं पेंशनभोगियों की शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निपटान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन पहलों में पेंशन प्रशासन केलिए प्रणाली (रक्षा) (स्पर्श) मोबाइल ऐप, अग्निवीरों केलिए वेतन प्रणाली, रक्षायात्रा प्रणाली में अंतर्राष्ट्रीय हवाई टिकट बुकिंग मॉड्यूल, रक्षा लेखा रसीद और भुगतान प्रणाली (दर्पण), रक्षा असैन्य वेतन प्रणाली और रक्षा लेखा मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली प्रमुख हैं। रक्षामंत्री ने सरकार के डिजिटल इंडिया विजन को बढ़ावा देने केलिए डीएडी की सराहना करते हुए कहाकि इन पहलों से विभाग के कामकाज में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी। रक्षामंत्री ने कहाकि भारत ने आजादी के 75 साल पूरेकर लिए हैं और यह 2047 तक दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों मेसे एक बनने केलिए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प केसाथ बढ़ रहा है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि यह लक्ष्य केवल तभी हासिल किया जा सकता है, जब देशमें एक मजबूत सेना हो, जो आत्मनिर्भर रक्षा उद्योग से निर्मित अत्याधुनिक हथियारों एवं उपकरणों से लैस हो। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना शुरू सेही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है, वर्ष 2022-23 में रक्षा मंत्रालय को कुल 5.25 लाख करोड़ रुपये के बजट का आवंटन उस अटूट संकल्प का प्रमाण है और डीएडी इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रक्षामंत्री ने रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भर भारत विजन को साकार करने में रक्षा लेखा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान घरेलू उद्योग केलिए पूंजीगत खरीद बजट का 68 प्रतिशत निर्धारित किया गया है, जो आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण केलिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। उन्होंने कहाकि डीएडी को त्वरित निर्णयों से सरकार के प्रयासों को अपना समर्थन देना चाहिए, क्योंकि देरी से न केवल समय और धन की हानि होती है, बल्कि देशकी युद्ध की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
राजनाथ सिंह ने विभाग की प्रमुख परियोजनाओं स्पर्श का विकास, परीक्षण और कार्यांवयन, डीआरडीओ और वेतन एवं लेखा कार्यालय भारती में ई-सहमति का कार्यांवयन, आपका पीएओ, ए कॉल दूर 24×7 को लागू करने में अनुकरणीय पहल प्रदर्शित करने केलिए तीन टीमों को उत्कृष्टता केलिए रक्षामंत्री पुरस्कार 2022 भी प्रदान किए। रक्षामंत्री ने रक्षा मंत्रालय के विभिन्न पहलुओं के प्रदर्शन और दक्षता लेखा परीक्षा केलिए रक्षा सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति के बारेमें भी बताया। राजनाथ सिंह ने कहाकि यह समिति लेखापरीक्षा के माध्यम से मंत्रालय में किए जारहे कार्यों की नए और रचनात्मक दृष्टिकोण से समीक्षा करेगी। उन्होंने कहाकि डीएडी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, इससे न केवल सेवाओं की दक्षता बढ़ेगी, बल्कि फिजूलखर्ची भी कम होगी। राजनाथ सिंह ने वित्तीय सलाह, लेखा, बिलिंग और भुगतान और आंतरिक लेखा परीक्षा रक्षा मंत्रालय में डीएडी की तीन प्रमुख भूमिकाएं करार दिया, जो राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विभाग को नवीनतम तकनीकी प्रगति का लाभ उठाते हुए वित्तीय सलाह, बिलिंग और भुगतान पर एक फेसलेस तंत्र स्थापित करने के अवसरों का पता लगाने का सुझाव दिया। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि विभाग अपने विभागीय कर्तव्यों का समान उत्साह और समर्पण केसाथ निर्वहन करता रहेगा और देशके रक्षा वित्तीय प्रबंधन में योगदान देता रहेगा। इस मौके पर रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वित्तीय सलाहकार (रक्षा सेवाएं) रसिका चौबे, अतिरिक्त रक्षा लेखा महानियंत्रक अविनाश दीक्षित और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। राजनाथ सिंह ने इन डिजिटल पहलों को अपनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन' के मंत्र को आत्मसात करने केलिए डीएडी की प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि रक्षा लेखा विभाग पारंपरिक मूल्यों से जुड़े रहते हुए बदलते समय के अनुसार खुदको विकसित कर रहा है। रक्षा पेंशनभोगियों को स्पर्श मोबाइल ऐप महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करेगा।
रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्रबलों के पेंशनभोगियों केसाथ रक्षा असैन्य नागरिकों केलिए रक्षा पेंशन की मंजूरी और संवितरण केलिए एक एकीकृत प्रणाली के रूपमें स्पर्श पोर्टल शुरू किया है। यह दावा शुरू करने से लेकर संवितरण तकसभी पेंशन संबंधी प्रक्रियाओं का एक संपूर्ण समाधान प्रस्तुत करता है। पेंशनभोगी पोर्टल पर लॉगइन करके अपने पेंशन संबंधी मुद्दों को हलकर सकते हैं। स्पर्श को ऐतिहासिक पहल बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार का प्रयास हैकि सैनिकों के जीवनकाल और मृत्यु केबाद भी सेवारत कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान की जाएं। रक्षामंत्री ने डीएडी से पेंशनभोगियों की शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निपटान को पहली प्राथमिकता बनाने का आग्रह किया। उन्होंने समस्याओं के मौके पर समाधान केलिए नियमित रूपसे संपर्क कार्यक्रम एवं रक्षा पेंशन समाधान केलिए विभाग की प्रशंसा की और इस दिशामें काम करना जारी रखने का आग्रह किया।
अग्निवीर वेतन प्रणाली अग्निवीरों केलिए कुशल वेतन प्रबंधन की सुविधा प्रदान करेगी, जो जल्द ही सरकार की परिवर्तनकारी अग्निपथ योजना के माध्यम से सशस्त्रबलों में शामिल होंगे। पूरी तरहसे स्वचालित आईटी प्रणाली क्लेम प्रोसेसिंग और अग्निवीरों के पे-रोल प्रबंधन को सुनिश्चित करने केलिए एक विशेष और सुरक्षित पोर्टल होगी। राजनाथ सिंह ने दिल्ली छावनी में अग्निवीरों केलिए केंद्रीकृत पीएओ (सेना) काभी उद्घाटन किया। रक्षा यात्रा प्रणाली रेल और हवाई टिकटों की बुकिंग से लेकर रक्षा सेवाओं और नागरिकों केलिए अपने पोर्टल पर कैशलेस और पेपरलेस वातावरण में दावा प्रस्तुत करने केलिए शुरू से अंततक समाधान प्रदान करती है। यह प्रणाली एयर एक्सचेंज वारंट की जगह रक्षा सेवाओं केलिए विदेश यात्रा केलिए हवाई टिकट की बुकिंग सुविधा प्रदान करेगी। यह जीएसएल रसीद और टिकट बुकिंग केबीच के समय के अंतर को खत्म करके यात्रा अधिकारी केलिए आखिरी परेशानी को खत्मकर देगी। दर्पण रक्षा लेखा रसीद और भुगतान प्रणाली तीसरे पक्ष के बिल भुगतान और लेखांकन केलिए एक एकीकृत समाधान है, इसकी रीयलटाइम प्रोसेसिंग विभिन्न लेखांकन और वित्तीय प्रदर्शनों में व्यापक दृष्टि प्रदान करेगी।
रक्षा असैन्य वेतन प्रणाली में एकल, केंद्रीकृत और पूरी तरह से स्वचालित प्रणाली के माध्यम से सभी रक्षा नागरिकों के वेतन के संवितरण की परिकल्पना की गई है। दोनों इकाइयों और पीसीडीए/ सीडीए कार्यालयों को इस प्रणाली तक पहुंच प्रदान की गई है और इकाइयां पोर्टल परही भुगतान की स्थिति की जांच कर सकेंगी। रक्षा लेखा विभाग ने डिजिटल रूपसे सक्षम मानव संसाधन प्रबंधन के एक नए प्रतिमान में कदम रखा है। प्लेटफ़ॉर्म में ई-सर्विस बुक, लीव मैनेजमेंट, पे रोल जनरेशन और प्रमोशन विवरण जैसे विभिन्न स्वयंसेवा मॉड्यूल हैं, जो कर्मचारियों केलिए मोबाइल ऐप से कहीं भी, कभी भी उपलब्ध होंगे। पीएओ भारती पहल, जो इस साल रक्षामंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार का हिस्सा थी, से सशस्त्रबलों के कर्मी वेतन और भत्ते एवं दावों से संबंधित रीयलटाइम डेटा प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसके इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम से कर्मी फोन के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज कर सकेंगे और 48 घंटे के भीतर जवाब प्राप्त कर सकेंगे। यह प्रणाली सात पीएओ में लागू की गई है। रक्षामंत्री ने उम्मीद जताईकि जल्दही इसे शेष कार्यालयों में भी लागू कर दिया जाएगा।