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Thursday 6 October 2022 01:10:43 PM
श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में एक उच्चस्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात का जायजा लिया। अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिस से कहाकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर का स्वप्न साकार करने केलिए आतंकवाद विरोधी अभियान सक्रिय रूपसे संचालित करें। अमित शाह ने कहाकि घाटी में आतंकवादियों और अलगाववादियों का भय शून्य सुनिश्चित करने केलिए सुरक्षाग्रिड को और भी ज्यादा मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को हिंसामुक्त रखने और कानून का शासन बहाल करने में सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर को दहशतगर्दी से लगभग मुक्त कर दिया है। गृहमंत्री ने कहाकि स्वतंत्रता दिवस समारोह केदौरान जम्मू-कश्मीर में 'हर घर तिरंगा' अभियान में अभूतपूर्व उत्साह देखा गया है। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, भारत सरकार, सेना, सीएपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
गृहमंत्री अमित शाह ने पिछली बैठकों में सुरक्षा के विभिन्न स्तरों की प्रगति की समीक्षा में आतंकवाद अलगाववादी नेटवर्क को समाप्त करने के अभियान और प्रयास जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने यूएपीए एक्ट में दर्ज मामलों की भी समीक्षा की और इस बातपर जोर दियाकि जांच समय पर और प्रभावी होनी चाहिए, साथही संबंधित एजेंसियों को जांच में गुणवत्ता सुनिश्चित और क्षमताओं में सुधार करना चाहिए। गृहमंत्री ने कहाकि आम आदमी की भलाई केलिए आतंकवादी-अलगाववादी अभियान को सहायता, बढ़ावा देने और बनाए रखने वाले तत्वों से युक्त टेरर इकोसिस्टम को पूरी तरह से समाप्त करने की आवश्यकता है। गृहमंत्री ने श्रीनगर और बारामूला में अनेक विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। गृहमंत्री ने बारामूला में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि पीर पंजाल की पहाड़ियों और चेनाब एवं कश्मीर घाटी का यह क्षेत्र दुनिया के सबसे खूबसूरत क्षेत्रों में माना जाता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के विकास केलिए जो कार्य किए हैं, उसकी खुशी यहां के लोगों के चेहरे पर साफ दिखाई पड़ती है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में पहले तीन ही परिवार शासन करते रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र केलिए कुछ नहीं किया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हरगांव तक जम्हूरियत पहुंचाने का सबसे बड़ा काम किया है, पहले जम्हूरियत की व्याख्या सिर्फ 3 परिवार, 87 विधायक और 6 सांसद थी, लेकिन 5 अगस्त 2019 केबाद लोकतंत्र को गांव के पंच, सरपंच, बीडीसी और जिला पंचायत तक पहुंचाकर 30000 लोगों को जम्हूरियत से जोड़ने का काम हुआ है। अमित शाह ने कहाकि पहले यह क्षेत्र टेरेरिस्ट हॉटस्पॉट था और आज टूरिस्ट हॉटस्पॉट बन गया है, कश्मीर के हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है। उन्होंने कहाकि कश्मीर घाटी में पहले हर साल 6 लाख सैलानी आया करते थे, जबकि इस साल अबतक 22 लाख सैलानी आ चुके हैं, इससे हजारों युवाओं को रोज़गार मिला है, यह सिलसिला और भी आगे बढ़ने वाला है। अमित शाह ने कहाकि घाटी के युवाओं के हाथ में पत्थर और बंदूक पकड़ा दी गई थी, लेकिन आज यहां उद्योग लगाकर उन युवाओं के हाथमें मोबाइल और लैपटॉप देने का काम किया गया है। गृहमंत्री ने कहाकि दहशतगर्दी से कभी किसी का भला नहीं हुआ, आतंकवाद ने दुनियामें किसीका भला नहीं किया, वर्ष 1990 से आजतक जम्मू-कश्मीर के 42000 लोग दहशतगर्दी और आतंकवाद की भेंट चढ़ गए। उन्होंने कहाकि घाटी में आतंकवाद धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में 77 लाख लोगों को हेल्थकार्ड दिए गए हैं, जिससे यहां के लोगों को इलाज केलिए एकभी पैसा खर्च नहीं करना पड़ रहा है। गृहमंत्री ने कहाकि वे बारामूला के गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ी भाइयों और बहनों से, कश्मीरी युवाओं से बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि खुली नज़र और खुले दिमाग से सोचिए कि दहशतगर्दी ने कश्मीर का क्या भला किया? जैसे आज देशके सभी राज्य आगे बढ़ रहे हैं उसी तरह कश्मीर कोभी आगे बढ़ना चाहिए। अमित शाह ने कहाकि हमें आतंकवाद के रास्ते पर नहीं, बल्कि विकास की दिशा में जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प हैकि कश्मीर का युवा देशका विकास करे, पढ़-लिखकर नौकरी करे और उद्योगों से जुड़कर देशके विकास में योगदान दे। उन्होंने कहाकि यहां पर दो मॉडल हैं एकतो विकास, शांति, सद्भाव और रोज़गार देने का मॉडल है, जिसमें मोदीजी ने पुलवामा में दो हजार करोड़ रुपये के खर्च से अस्पताल बनाने का काम किया है, आईआईएम और आईआईटी दिए हैं और दूसरा मॉडल युवाओं केलिए पत्थर व मशीनगन और बंद पड़े कॉलेज हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहाकि सरकार ने जम्मू-कश्मीर में पॉलीटिकल प्रोसेस शुरू कर दिया है और वे भरोसा दिलाते हैंकि जैसेही चुनाव आयोग का मतदाता सूची बनाने का काम समाप्त हो जाएगा, पूरी पारदर्शिता केसाथ कश्मीर में चुनाव कराए जाएंगे और जनता के चुने नुमाइंदे यहां शासन करेंगे। उन्होंने कहाकि पहले परिसीमन ऐसे किया हुआ थाकि केवल तीन परिवार के लोग ही चुनकर आ जाते थे, लेकिन अबके परिसीमन के परिणामस्वरूप जनता के ही नुमाइंदे जीतकर आएंगे। उन्होंने लोगों से कहाकि अगर उनके गांव में कोई दहशतगर्दों का साथ देता है तो उसे समझाएं और मुख्यधारा में वापस लाएं, क्योंकि कश्मीर का भला जम्हूरियत, इंडस्ट्रिय्लाइजेशन, एम्स, आईआईएम और आईआईटी से होगा। गृहमंत्री ने कहाकि तीन परिवारों के शासन में जम्मू-कश्मीर में 132 करोड़ रुपये का बजट था जो 2022-23 में बढ़कर 1515 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, डीडीसी और पीडीसी केलिए 110 करोड़ रुपये अलग से दिए गए हैं। अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में पांच नए डिग्री कॉलेज भी खोले जा रहे हैं और बारामूला के गुर्जर-बकरवाल बच्चियों केलिए सौ बिस्तर की क्षमता केसाथ एक रेजिडेंस स्कूल बनाने का काम भी किया गया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में 1947-2014 तक सिर्फ 4 मेडिकल कॉलेज ही थे, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार ने 2014-22 तक 9 नए मेडिकल कॉलेज और 15 नर्सिंग कॉलेज बना दिए हैं, पहले जम्मू-कश्मीर से सिर्फ 500 डॉक्टर ही निकलते थे, जबकि अब 1300 डॉक्टर पढ़ाई पूरीकर देश और जम्मू-कश्मीर की सेवा करेंगे। अमित शाह ने कहाकि कश्मीर में एम्स, नीट, बीएससी नर्सिंग कॉलेज और 2 कैंसर इंस्टिट्यूट बनाए गए हैं, अनंतनाग और बारामूला में नए मेडिकल कॉलेज और जम्मू-कश्मीर में 2 कलस्टर विश्वविद्यालय बनाए गए हैं। अमित शाह ने कहाकि नांगल से बारामूला तक और बारामूला से उरी तक साढ़े आठ सौ करोड़ रुपये लागत से एक्सप्रेसवे बनाया गया है, गुलमर्ग से पर्यटक बारामूला आना चाहते हैं, बारामूला से गुलमर्ग तक 85 करोड़ रुपये लागत से 43 किलोमीटर की सड़क बनाई गई है। उन्होंने कहाकि एक लाख परिवारों को 847 करोड़ रुपये खर्च कर शिक्षा के क्षेत्र में शामिल करने का फैसला लिया गया है। जम्मू-कश्मीर की 402 पंचायतों में 2 स्टेडियम और हर पंचायत में खेल के मैदान बनाए गए हैं, वहीं 10 करोड़ रुपये की लागत से 2 इंडोर स्टेडियम भी बन रहे हैं। अमित शाह ने कहाकि इस साल सितंबर महीने में गुलमर्ग में 13 लाख पर्यटक आए।
उन्होंने कहाकि बिजली कारखाने और सिंचाई परियोजनाओं से कश्मीर घाटीमें समृद्धि आएगी, रेल नेटवर्क सुधार केलिए उधमपुर से बारामूला तक रेललिंक का काम शुरू कर दिया गया है, प्रधानमंत्री सड़क योजना केतहत 3167 करोड़ रुपये की 119 नई सड़कें बनाई गई हैं। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री औद्योगिक पैकज केतहत कश्मीर में देशभर से 56000 करोड़ का निवेश आया है, जिससे 5 लाख लोगों को रोज़गार मिलने की संभावना है। गृहमंत्री ने कहाकि पहले धारा-370 केकारण गुर्जर-बकरवाल और पहाड़ी भाइयों को शिक्षा, चुनाव और नौकरियों में आरक्षण का फायदा नहीं मिल पाता था, अनुच्छेद-370 हटने केबाद इन सबको आरक्षण मिलेगा, इसके लिए एक जस्टिस शर्मा आयोग बनाया गया है, जिससे फिरसे एकबार एसटी, एससी और ओबीसी का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर जातियों को जोड़ने का प्रयास किया गया है, जहां इससे पहाड़ी भाइयों को आरक्षण मिलेगा, वहीं गुर्जर भाइयों को अबतक जितना आरक्षण मिलता आया है वो मिलता रहेगा, उसपर कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा। अमित शाह ने कहाकि जम्मू-कश्मीर में चाहे घाटी हो या जम्मू, श्रीनगर हो या बारामूला सरकार ने सब जगह सर्वांगीण विकास किया है। उन्होंने लोगों से देशकी मुख्यधारा में शामिल होकर विकास की प्रक्रिया से जुड़ने और आगे बढ़ने की अपील भी की।