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सशस्त्र सेना कल्याण कोष की वेबसाइट लॉंच

'नागरिक भी सैनिक व उनके परिजनों की मदद केलिए आगे आएं'

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुरू की 'मां भारती के सपूत' वेबसाइट

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 15 October 2022 11:55:50 AM

defense minister launches website 'son of mother bharti'

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में समारोहपूर्वक सशस्त्र सेना युद्ध आपद कल्याण कोष में आम नागरिकों के योगदान केलिए 'मां भारती के सपूत' वेबसाइट का शुभारंभ किया है। एएफबीसीडब्ल्यूएफ एक त्रिसेवा कोष है, जिसका उपयोग उन सैनिकों, नौसेनिकों एवं वायुसैनिकों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने केलिए किया जाता है, जो सक्रिय सैन्य अभियानों में बलिदान दे देते हैं या गंभीर रूपसे घायल हो जाते हैं। हालांकि सरकार ने सक्रिय युद्ध अभियानों के दौरान मारे गए या दिव्यांग सैनिकों केलिए बड़ी संख्या में कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं, फिरभी नागरिकों, कॉर्पोरेट प्रमुखों, बैंकों और उद्योगपतियों की ओरसे सैनिकों और उनके परिजनों के कल्याण केलिए योगदान करने की एक मजबूत जनभावना और अनुरोध रहा है। इसे देखते हुए यह वेबसाइट बनाई गई है, यह वेबसाइट लोगों को सीधे फंड में ऑनलाइन योगदान करने में सक्षम बनाएगी, इसमें ऑनलाइन योगदान का प्रमाणपत्र भी डाउनलोड किया जा सकता है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्रबलों के उन बहादुर सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनके बलिदान और अटूट प्रतिबद्धता ने देश को उन लोगों से सुरक्षित रखा है, जो देशपर बुरी नज़र डालने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहाकि यह हमारे सशस्त्र बल हैं, जो हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करने केलिए सबसे आगे हैं। उन्होंने कहाकि महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, भगवान बिरसा मुंडा, रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और अशफाकउल्लाह खान जैसी महान हस्तियों के नाम हमेशा हमारे दिलों में अंकित रहेंगे, उनका बलिदान आजभी सभी केलिए प्रेरणास्रोत है। राजनाथ सिंह ने देशकी संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा केलिए सशस्त्रबलों की सराहना की, जो युद्ध और सीमापार आतंकवादी गतिविधियों जैसे खतरों का साहस और तत्परता से मुकाबला करते हैं। उन्होंने कहाकि नागरिकों की यह नैतिक जिम्मेदारी हैकि वे आगे आएं और सैनिकों एवं उनके परिजनों की मदद उसी तरह करें जैसे वे राष्ट्र की रक्षा के अपने कर्तव्यों को पूरा करते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वर्ष 1962 और 1971 के युद्धके दौरान सशस्त्रबलों को जनता की मदद केसाथ-साथ गृहमंत्री के रूपमें अपने कार्यकाल के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के कल्याण केलिए शुरू की गई 'भारत के वीर' पहल का उल्लेख करते हुए कहाकि अपने सैनिकों को हर संभव मदद देने की देशकी हमेशा से परंपरा रही है। उन्होंने एएफबीसीडब्ल्यूएफ को उस दिशामें एक बड़ा कदम बताया और लोगों से कोष में उदारता से योगदान करने का आग्रह किया। राजनाथ सिंह ने कहाकि इस योगदान से नागरिक सशस्त्रबलों, उनके परिजनों के कल्याण और समग्र रूपसे राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहाकि देशकी प्रगति यात्रा में सभीको अपनी भूमिका निभानी चाहिए, इस यात्रा में एक जिम्मेदार राइडर बनना चाहिए नकि फ्री-राइडर, राष्ट्र निर्माण में सक्रिय रूपसे भाग लेना हमारा कर्तव्य है। एक वीडियो संदेश में इस पहल के 'सद्भावना राजदूत' अमिताभ बच्चन ने शहीद नायकों के परिवारों के प्रति आभार व्यक्त किया और लोगों का आगे आकर कोष में योगदान करने का आह्वान किया।
रक्षामंत्री ने इस अवसर पर शहीद वीरों के परिजनों और दिव्यांग सैनिकों को सम्मानित किया, इनमें शहीद सैनिकों के माता-पिता और रिश्तेदार शामिल हुए। इस अवसर पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इनमें मनोज मुंतशिर शुक्ला ने काव्य पाठ किया, आर्मी सिम्फनी बैंड ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और गायक मोहित चौहान ने अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा। इसमें सेना की गतका और कलारिपयट्टू टीमों ने मार्शल आर्ट का प्रदर्शन, डॉ एल सुब्रमण्यम और कविता कृष्णमूर्ति ने युगल गीत और अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने विचारों को साझा किया। कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, सचिव (पूर्व सैनिक कल्याण) विजॉय कुमार सिंह, नौसेना के उपाध्यक्ष वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे और वरिष्ठ गैर-सैन्य एवं सैन्य अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा भी मौजूद थे।
रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग की ओरसे भारतीय सेना इस कोष का लेखा-जोखा रख रही है, इसमें ऑनलाइन योगदान के अलावा दान की पारंपरिक प्रणाली भी जारी रहेगी। इसमें दान नई दिल्ली में देय सशस्त्र बल युद्ध आपद कल्याण कोष के पक्षमें तैयार डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से किया जा सकता है, जिसे डाक पते-लेखा अनुभाग एडजुटेंट जनरल ब्रांच समारोह और कल्याण निदेशालय कमरा नंबर 281-बी, साउथ ब्लॉक रक्षा मंत्रालय (सेना) आईएचक्यू नई दिल्ली-110011। वैकल्पिक रूपसे योगदान सीधे सशस्त्र बल युद्ध आपद कल्याण कोष के खाते में किया जा सकता है। बैंक खातों का विवरण है-पहला खाता कोष का नाम: सशस्त्र बल युद्ध आपद कल्याण कोष, केनरा बैंक साउथ ब्लॉक रक्षा मुख्यालय नई दिल्ली-110011, आईएफएससी कोड: CNRB0019055 खाता संख्या: 90552010165915 खाते का प्रकार: बचत, दूसरा खाता फंड का नाम: सशस्त्र बल युद्ध आपद कल्याण कोष भारतीय स्टेट बैंक संसद मार्ग नई दिल्ली-110011 आईएफएससी कोड: SBIN0000691 खाता संख्या: 40650628094 खाते का प्रकार: बचत। सशस्त्र बल युद्ध आपद कल्याण कोष वेबसाइट का लिंक www.maabharatikesapoot.mod.gov.in है।

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