स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 17 December 2022 09:50:47 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पीएसी बल के शौर्य और पराक्रम सराहना करते हुए कहा हैकि पीएसी ने उत्तर प्रदेश के साथही देशके विभिन्न राज्यों में भी आंतरिक सुरक्षा की विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है, पीएसी को जबभी अवसर मिला है, उसने अपना सर्वोत्तम करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहाकि पीएसी बल ने अपनी स्थापना के 74 वर्षों में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहाकि किसीभी सुरक्षाबल की पहचान और कीर्ति उसके शौर्य और पराक्रम से जानी जाती है। उन्होंने पीएसी को आश्वस्त कियाकि राज्य सरकार उसके हितों को सदैव अपनी प्राथमिकताओं पर रखते हुए उनकी दक्षता, गुणात्मकता, कल्याण व उनके मनोबल को ऊंचा बनाए रखने का हर संभव प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री आज यहां 35वीं वाहिनी पीएसी परिसर में पीएसी संस्थापना दिवस-2022 के आयोजन पर बोल रहे थे। मुख्यमंत्री को पीएसी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न पीएसी वाहिनियों की प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहाकि पीएसी बल ने परंपरागत पर्वों, त्योहारों, जुलूसों, धार्मिक आयोजनों, राष्ट्रीय पर्वों, सामान्य और स्थानीय निर्वाचन, प्रदेश भ्रमण पर अतिविशिष्ट व्यक्तियों की सकुशल और सुरक्षित यात्रा की दृष्टि से अत्यंत सराहनीय और बेमिसाल कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहाकि वर्ष 2001 में देश की संसद पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान उत्तर प्रदेश पीएसी बल के जवानों ने जिस बुद्धिमत्ता और पराक्रम का परिचय दिया था, वह किसी से छुपा नहीं है, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर हमले के दौरान भी पीएसी के जवानों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आतंकवादियों के मंसूबों पर पानी फेरा, पीएसी बल अपने ऐसे ही शौर्य और पराक्रम केलिए जाना जाता है। उन्होंने कहाकि पीएसी की 46 समाप्त कंपनियों को पुनर्जीवित किया गया है और 10 अतिरिक्त कंपनियों का गठन किया गया है एवं सभी वाहिनियों में हाई राइज बैरको का निर्माण युद्ध स्तर पर है। उन्होंने कहाकि राज्य सरकार ने विगत साढ़े पांच वर्ष के दौरान देश के सबसे बड़े पुलिस बल उत्तर प्रदेश पुलिस में 1 लाख 60 हजार से अधिक पदों की भर्ती को ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से पूर्ण किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहाकि पीएसी में 184 निरीक्षकों एवं 3772 उप निरीक्षकों के पदों में वृद्धि करके पदोन्नति के और अधिक अवसर प्रदान करने की व्यवस्था की गई है, विभागीय प्रोन्नति के अंतर्गत 257 उपनिरीक्षक, 3030 मुख्य आरक्षी तथा 11184 आरक्षियों को प्रोन्नतियां प्रदान की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहाकि पीएसी की 17 बाढ़ राहत कम्पनियों में मोटर बोट्स और अन्य उपकरणों के क्रय केलिए राज्य आपदा मोचन निधि से अनुदान स्वीकृत किया है, उत्तर प्रदेश पुलिस को बढ़ावा देने केलिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पहली बार प्रथम चरण में 534 कुशल खिलाड़ियों की भर्ती की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहाकि पीएसी के जवानों को आधुनिक इंसास राइफल से लैस किया गया है, उन्हें बुलेटप्रूफ हेल्मेट उपलब्ध कराए गए है और बुलेटप्रूफ जैकेट उपलब्ध कराने केलिए तेजी से काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने पाईपिंग सेरेमनी में प्रोन्नत 5 आरक्षियों तथा 5 मुख्य आरक्षियों को प्रोन्नति स्टार व बैज लगाकर सम्मानित किया। उन्होंने पीएसी कार्मिकों के तीन मेधावी बच्चों को भी पुरस्कृत किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहाकि किसी भी दक्ष फोर्स केलिए आवश्यक होता हैकि उसको व्यावसायिक दक्षता के साथ-साथ अच्छा प्रशिक्षण एवं अच्छी बुनियादी सुविधाएं प्राप्त हों। मुख्यमंत्री ने कहाकि एसडीआरएफ केलिए 1029, लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा हेतु 433 तथा नोएडा मेट्रो की सुरक्षा हेतु 381 पदों की स्वीकृति प्रदान करदी गई है। उन्होंने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा पीएसी बल में महिलाओं का सम्यक प्रतिनिधित्व करने की दिशामें प्रथम चरण में तीन महिला बटालियनों की स्थापना का कार्य गोरखपुर, लखनऊ एवं बदायूं में प्रचलित है, इसमें प्रत्येक बटालियन में 1262 पद स्वीकृत किए गए हैं, द्वितीय चरण में तीन और महिला बटालियन स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है, जनपद शामली और बिजनौर में पीएसी की नई बटालियनों को स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, इसी प्रकार प्रदेश में भविष्य में भी पीएसी में भर्तियां और प्रोन्नतियां की जाती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रदेश की यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन हेतु 645 प्लाटून कमांडर, यातायात उपनिरीक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, 75 प्लाटून कमांडर एवं 301 मुख्य आरक्षी यातायात नियंत्रण के प्रशिक्षण केलिए भेजे गए हैं, जो प्रशिक्षण पूरा कर प्रदेश की यातायात व्यवस्था में अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहाकि सुरक्षा विभाग, एसटीएफ, एटीएस में पीएसी के जवान अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने उल्लेख कियाकि विभिन्न महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और न्यायालयों की सुरक्षा हेतु गठित विशेष सुरक्षा बल के 90 प्रतिशत जवान पीएसी से ही प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए हैं, प्रदेश के कारागारों की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पीएसी बल से 997 कर्मियों को कारागार विभाग में जेल वॉर्डर के पद पर प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन करने वाले 534 कुशल खिलाड़ियों की पुलिस में भर्ती की चयन प्रक्रिया अतिशीघ्र पूर्ण की जाएगी, पीएसी बल के योग्य और श्रेष्ठ खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को पुलिस महानिदेशक का प्रशंसाचिन्ह प्रदान किए जानेकी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि आवासीय और अनावासीय भवनों के निर्माण, चिकित्सीय व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में पीएसी के सभी मदों व शीर्षकों में बजट की वृद्धि की गई है। पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने इस अवसर पर कहाकि पीएसी बल के कार्य व दक्षता में गुणात्मक सुधार हुआ है, पीएसी के जवानों के कल्याण हेतु अभूतपूर्व कार्य किए गए हैं, पीएसी एक शानदार बल है, जिसका एक गौरवशाली इतिहास है, पीएसी जवानों ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
स्थापना कार्यक्रम में पीएसी बल के जवानों ने मलखम्भ, जिमनास्टिक, वन मिनट वैपन्स ड्रिल, कमांडो समूह, पीटी डिस्प्ले एवं बैंड समूह आदि का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने अति उत्तम वाहिनी केलिए 34वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी, उत्तम वाहिनी केलिए 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ, सर्वोत्तम वाहिनी केलिए 47वीं वाहिनी गाजियाबाद, श्रेष्ठ बाढ़ राहत दल केलिए 36वीं वाहिनी वाराणसी, सर्वोत्तम प्लाटून केलिए 37वीं वाहिनी कानपुर, सर्वोत्तम डिमॉन्सट्रेशन केलिए 41वीं वाहिनी गाजियाबाद को ट्रॉफी एवं पुरस्कार की धनराशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने 23वीं वाहिनी मुरादाबाद के आरक्षी बलराम को केरल में आयोजित 71वीं अखिल भारतीय पुलिस क्रास कन्ट्री प्रतियोगिता-2022 में रजतपदक प्राप्त करने केलिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का कप एवं पुरस्कार की धनराशि प्रदान की। द्वितीय वाहिनी सीतापुर के कर्मियों द्वारा बाढ़ में फंसे किसानों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने केलिए श्रेष्ठ कार्य का पुरस्कार दिया। श्रीगोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर में संदेहास्पद व्यक्ति के हमले का सामना करने केलिए 20वीं वाहिनी आजमगढ़ के तीन आरक्षियों को सर्वश्रेष्ठ कार्य का पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी डॉ केएस प्रताप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। स्थापना कार्यक्रम में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद एवं उत्तर प्रदेश पीएसी बल के अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे।