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Wednesday 21 December 2022 12:52:35 PM
बरेली। बरेली वायुसेना स्टेशन में एक औपचारिक समारोह में भारतीय सेना की महार रेजिमेंट और भारतीय वायुसेना की 8 स्क्वाड्रन की संबद्धता पर औपचारिक रूपसे हस्ताक्षर किए गए। समारोह में एक संयुक्त सेना-वायुसेना गार्ड ऑफ ऑनर और लेफ्टिनेंट जनरल सी बंसी पोनप्पा, महार रेजिमेंट के एडजुटेंट जनरल एवं कर्नल और वायुसेना के 8 स्क्वाड्रन के कमोडोर कमांडेंट एयर वाइस मार्शल एमएस देसवाल ने चार्टर ऑफ एफिलिएशन पर हस्ताक्षर किए हैं। महार रेजिमेंट और नंबर 8 स्क्वाड्रन की संबद्धता समकालीन सैन्य वातावरण में सैन्य सामरिक सिद्धांतों और अवधारणाओं की साझा गुण-दोष विवेचना के माध्यम से एक-दूसरे को संयुक्त लोकाचार, क्षमताओं और मुख्य दक्षताओं की आपसी समझ विकसित करने में सक्षम बनाएगी।
भारतीय सेना की महार रेजीमेंट अद्वितीय गौरव और सम्मान केसाथ 1 अक्टूबर 1941 को अपनी स्थापना केबाद से कई युद्धक्षेत्रों में विजयी हुई है और स्वतंत्रता केबाद नौ बैटल ऑनर्स एवं 12 थिएटर ऑनर्स से इसे सम्मानित किया जा चुका है। महार रेजिमेंट ने परमवीर चक्र और अशोक चक्र सहित कई वीरता सम्मान अर्जित किए हैं। नंबर 8 स्क्वाड्रन वायुसेना की सबसे वरिष्ठ स्क्वाड्रन में से एक है और इसे 1 दिसंबर 1942 को बनाया गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बर्मा अभियान में लड़ने वाली पहली वायुसेना स्क्वाड्रन होने का गौरव इस यूनिट को प्राप्त है। स्क्वाड्रन वर्तमान में दुर्जेय सुखोई-30 एमकेआई से लैस है। यह संबद्धता समारोह संयुक्तता को और बढ़ावा देगा एवं यह अंतरसेवा सौहार्द का प्रतीक है, जो आधुनिक युद्ध में एकीकृत सैन्य अभियानों के समन्वित निष्पादन में एक लंबा रास्ता तय करेगा।