स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 27 December 2022 01:59:46 PM
कुरनूल (आंध्र प्रदेश)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आंध्र प्रदेश के कुरनूल में श्रीशैलम मंदिर में पूजा-अर्चना की और तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत वृद्धि ड्राइव (प्रशाद) योजना केतहत श्रीशैलम मंदिर के विकास की परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने श्रीशैलम मंदिर में पर्यटक सुविधा केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह परियोजना भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की 100 प्रतिशत वित्तपोषित है। परियोजना में शामिल घटकों में एम्फीथिएटर, रोशनी की व्यवस्था, प्रकाश और ध्वनि शो, डिजिटल समावेशन, पर्यटक सुविधा केंद्र, पार्किंग क्षेत्र, चेंजिंग रूम, शौचालय परिसर, स्मारिका दुकानें, फूड कोर्ट, एटीएम और बैंकिंग सुविधा जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। इनका उद्देश्य आगंतुकों केलिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करके श्रीशैलम मंदिर को एक विश्वस्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल बनाना है। आंध्र प्रदेश में श्रीशैलम मंदिर का विकास 43.08 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
भारत सरकार की तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान का राष्ट्रीय मिशन पूर्ण वित्तीय सहायता केसाथ एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। रोज़गार सृजन और आर्थिक विकास पर इसके प्रत्यक्ष और गुणात्मक प्रभाव केलिए तीर्थ और विरासत पर्यटन स्थलों का दोहन करने केलिए केंद्रित एकीकृत बुनियादी ढांचे के विकास की परिकल्पना केसाथ यह योजना वर्ष 2014-15 में पर्यटन मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की थी। गौरतलब हैकि श्रीशैलम श्री मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर भगवान शिव और उनकी पत्नी देवी पार्वती को समर्पित है और भारत में एकमात्र मंदिर है, जो शैववाद और शक्तिवाद दोनों केलिए महत्वपूर्ण है। लिंगम के आकार में प्राकृतिक पत्थर की संरचनाओं में जगह के प्रमुख देवता ब्रह्मरम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी हैं और उन्हें भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक और देवी पार्वती के 18 महाशक्ति पीठों मेसे एक माना जाता है।
भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों और शक्ति पीठों मेसे एक होने के अलावा इस मंदिर को पाडल पेट्रा स्थलम मेसे एकके रूपमें भी वर्गीकृत किया गया है। भगवान मल्लिकार्जुन स्वामी और देवी भ्रामराम्बा देवी की मूर्ति को 'स्वयंभू' या स्वयं प्रकट माना जाता है और एक परिसर में ज्योतिर्लिंगम और महाशक्ति का अनूठा संयोजन आपनी तरह का इकलौता मंदिर है। इस अवसर पर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री श्रीपाद यस्सो नाइक, उपमुख्यमंत्री और बंदोबस्ती मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार कोट्टू सत्यनारायण, पर्यटन, संस्कृति और युवा उन्नति मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार, आरके रोजा वित्त योजना और विधायी मामलों के मंत्री आंध्र प्रदेश सरकार, बुगना राजेंद्रनाथ, सचिव (पर्यटन) भारत सरकार अरविंद सिंह और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।