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Monday 16 January 2023 03:34:33 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए तीनों सैन्य सेवाओं के उन अग्निवीरों के पहले बैच को संबोधित किया, जिन्होंने अपना बुनियादी प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने इस पथप्रदर्शक अग्निपथ योजना के अग्रणी होने पर अग्निवीरों को बधाई देते हुए कहाकि यह परिवर्तनकारी नीति हमारे सशस्त्र बलों को मजबूत बनाने और उन्हें भविष्य में आनेवाली चुनौतियों केलिए तैयार करने में एक ‘गेम चेंजर’ साबित होगी। प्रधानमंत्री ने इस बात की पुष्टि कीकि युवा अग्निवीर सशस्त्र बलों को और अधिक युवा एवं तकनीकी रूपसे व्यावहारिक बनाएंगे। अग्निवीरों की क्षमता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि उनकी भावना सशस्त्र बलों की वीरता को दर्शाती है, जिसने सदैव राष्ट्र के झंडे को ऊंचा रखा है। उन्होंने कहाकि बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण से उन्हें जो अनुभव प्राप्त होगा, वह जीवनभर उनके लिए गौरव का स्रोत सिद्ध होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि नया भारत एक नए जोश से भरा हुआ है और हमारे सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने केसाथ आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि 21वीं सदी में युद्ध लड़ने के तौर-तरीकों में बदलाव हो रहा है। संपर्करहित युद्ध के नए मोर्चों और साइबर युद्ध की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि तकनीकी रूपसे सक्षम सैनिक हमारे सशस्त्र बलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहाकि विशेष रूपसे युवाओं की वर्तमान पीढ़ी में यह क्षमता है, इसलिए अग्निवीर आनेवाले समय में हमारे सशस्त्र बलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि अग्निवीर योजना महिलाओं को भी अधिक सशक्त बनाएगी। उन्होंने इस बातपर प्रसन्नता जाहिर कीकि महिला अग्निवीर नौसेना का गौरव बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहाकि वह तीनों सेनाओं में महिला अग्निवीरों को देखने केलिए बहुत उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने सियाचिन में तैनात महिला सैनिकों और आधुनिक लड़ाकू विमानों को चलाने वाली महिला पायलटों का उदाहरण देते हुए उल्लेख कियाकि महिलाएं विभिन्न मोर्चों पर सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि विभिन्न क्षेत्रों में तैनाती से अग्निवीरों को विविध अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और उन्हें विभिन्न भाषाओं एवं संस्कृतियों तथा जीवन जीने के तरीकों कोभी सीखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहाकि टीम वर्क और नेतृत्व कौशल का सम्मान उनके व्यक्तित्व में एक नए आयाम का सृजन करेगा। उन्होंने अग्निवीरों का अपनी पसंद के क्षेत्रमें अपने कौशल को बेहतर बनाने केलिए काम करते हुए नई चीजों को सीखने केलिए उत्सुक बने रहने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने युवाओं और अग्निवीरों की क्षमता की सराहना करते हुए कहाकि आपही हैं, जो 21वीं सदी में राष्ट्र को नेतृत्व प्रदान करने जा रहे हैं। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के दृष्टिकोण की सराहना की, जिसके तहत सभी क्षेत्रों ने नए लक्ष्य निर्धारित किए हैं और उन्हें प्राप्त करने की दिशामें बड़े कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहाकि रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना को सबसे महत्वपूर्ण और अभूतपूर्व सुधारों मेसे एक बताते हुए राष्ट्र को सशक्त बनाने केलिए कई निर्णय लिए हैं।
रक्षामंत्री ने कहाकि लगातार विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य और भू-राजनीतिक अनिश्चितता केबीच देश के सुरक्षातंत्र को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसी स्थिति में अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों की प्रोफाइल को और अधिक युवा एवं तकनीकप्रेमी बनाएगी। उन्होंने कहाकि अग्निवीर सशस्त्र बलों केसाथ अपनी ताकत और ज्ञान से समाज की सेवा करने में सक्षम हों, इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं, अग्निवीर योजना एक मजबूत और समृद्ध 'न्यू इंडिया' के निर्माण की दिशा में एक अग्रणी कदम है। राजनाथ सिंह ने कहाकि अग्निवीर भर्ती केलिए बड़ी संख्या में आवेदकों केसाथ अग्निवीर योजना को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने उन महिला अग्निवीरों का भी विशेष उल्लेख किया, जिन्हें उनके पुरुष समकक्षों केसाथ प्रशिक्षित किया जारहा है। रक्षामंत्री ने बतायाकि रक्षा मंत्रालय सहित कई मंत्रालय अग्निवीरों के कल्याण केलिए आगे आ रहे हैं, रक्षा मंत्रालय, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और रेल मंत्रालय के विभिन्न विभागों में कई पदों पर अग्निवीरों केलिए आरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है।
रक्षामंत्री ने कहाकि अग्निवीरों को उचित शिक्षा एवं प्रशिक्षण सुनिश्चित करने केलिए रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय संयुक्त रूपसे व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहाकि देश की सेवा केबाद स्वरोज़गार या कोई व्यवसाय शुरू करने की इच्छा रखनेवाले अग्निवीरों को वित्त मंत्रालय के सहयोग से उचित दरों पर ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहाकि अग्निवीर न केवल सुरक्षावीर बनेंगे, बल्कि समृद्धिवीर भी बनेंगे। राजनाथ सिंह ने विश्वास व्यक्त कियाकि अग्निवीर प्रधानमंत्री के विजन और सार्थक विचारों से बहुत प्रेरित और निर्देशित होंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री के संबोधन का सभी अग्निवीर प्रशिक्षण केंद्रों पर सीधा प्रसारण किया गया और इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरिकुमार, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।