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Monday 27 February 2023 05:24:53 PM
मुंबई। उपभोक्ता कार्य विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा हैकि विज्ञापनों में जोभी डिसक्लोजर यानी खुलासे किए जाएं, वह स्पष्ट नज़र आने चाहिएं और हैशटैग या लिंक के समूहों केसाथ मिश्रित नहीं होने चाहिएं। उन्होंने #गेटराइट ब्रांड इंफ्लूयेंसर समिट-2023 में वर्चुअल माध्यम से दिएगए अपने प्रमुख वक्तव्य में यह बात कही, जिसका आयोजन मुंबई में भारतीय विज्ञापन मानक परिषद ने किया था। समिट में जिम्मेदार विज्ञापन प्रणाली व्यवहारों और उपभोक्ता संरक्षण केंद्रीय विषय था। रोहित कुमार सिंह ने कहाकि जिन तस्वीरों में किसी वस्तु का अनुमोदन किया जाए, उसपर सारे खुलासों को सुपर इम्पोज किया जाए, इसी तरह वीडियो में जो अनुमोदन किया जाए, उसका खुलासा दृश्य एवं श्रवण दोनों प्रारूपों में किया जाए और प्रत्यक्ष स्ट्रीम में खुलासों को लगातार प्रमुख स्थान पर दर्शाया जाता रहे।
उपभोक्ता कार्य विभाग के सचिव ने निर्माताओं, सेवा प्रदाताओं, विज्ञापनकर्ताओं और विज्ञापन एजेंसियों की जवाबदारी पर जोर देते हुए कहाकि इन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिएकि इनके विज्ञापन उपभोक्ताओं को गुमराह न करें। उनके प्रमुख वक्तव्य ने जवाबदेह विज्ञापन प्रणाली और उपभोक्ता संरक्षण के महत्व पर अमूल्य विचार प्रस्तुत किए। रोहित कुमार सिंह ने कारोबारों का समर्थन करने और उपभोक्ता हितों की रक्षा केबीच संतुलन बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्त कीगई भावना को दोहरायाकि दोनों को साथ-साथ चलना चाहिए। उन्होंने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम-2019 का हवाला दिया, जो भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।
रोहित कुमार सिंह ने अच्छे और बुरे विज्ञापनों केबीच अंतर किया और कहाकि सरकार का इरादा कारोबार के विकास को बाधित करना नहीं है, बल्कि नैतिक मानकों को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहाकि भारत में 75 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से 50 करोड़ सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं, इन्हें मद्देनज़र रखते हुए उन्होंने पारंपरिक विज्ञापन से सोशल मीडिया विज्ञापन में आनेवाले आमूल बदलाव और इस काम को जिम्मेदारी से किए जाने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि प्रभावशाली लोगों और मशहूर हस्तियों केलिए यह जरूरी हैकि वे विज्ञापनकर्ताओं केसाथ अपने हर तरह के लाभकारी सम्बंधों का खुलासा करें, जो उनके प्रतिनिधित्व की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकते हैं।