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भारत विश्व में नारियल का सबसे बड़ा उत्पादक!

देश में नारियल क्षेत्र के विकास व बाजार संवर्धन गतिविधियों पर जोर

हैदराबाद में नारियल उत्पादों के व्यापार विपणन पर दो दिनी सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 28 February 2023 04:50:54 PM

conference on trade and marketing of coconut products at hyderabad

हैदराबाद। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत नारियल विकास बोर्ड ने अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय के सहयोग से हैदराबाद में नारियल उत्पादों के व्यापार और विपणन पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसका उद्घाटन नारियल विकास बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ विजयलक्ष्मी नडेंदला ने अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय की कार्यकारी निदेशक डॉ जेफिना सी अलौव, तेलंगाना सरकार के प्रधान सचिव और एपीसी डॉ रघुनंदन राव, महानिदेशक मैनेज डॉ पी चंद्रशेखर, निदेशक सीसीएस नियाम जयपुर और बर्नी फेरर क्रूज़ आईसीसी राष्ट्रीय संपर्क अधिकारी एवं प्रशासक डॉ रमेश मित्तल की उपस्थिति में किया। डॉ विजयलक्ष्मी नडेंदला ने इस अवसर पर कहाकि आईसीसी के 2020 के आंकड़ों के अनुसार वैश्विक उत्पादन में 30.93 प्रतिशत हिस्सेदारी केसाथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश है, इसके बाद इंडोनेशिया और फिलीपींस का स्थान है।
नारियल विकास बोर्ड की सीईओ डॉ विजयलक्ष्मी नडेंदला ने कहाकि भारत उत्पादकता के मामले में वियतनाम के 10547 नट प्रति हेक्टेयर केबाद 9346 नट प्रति हेक्टेयर के साथ दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बतायाकि नारियल की फसल देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 307956 मिलियन रुपये का योगदान करती है और इसके निर्यात से लगभग 75768.80 मिलियन रुपये का राजस्व अर्जित करती है। उन्होंने बतायाकि बोर्ड देश में नारियल क्षेत्र के विकास केलिए बाजार संवर्धन गतिविधियां चला रहा है, प्रमुख गतिविधियों में बाजार संवर्धन, बाजार आसूचना, बाजार अनुसंधान, बाजार विकास, किसानों के समूह को सुविधा प्रदान करना और निर्यात संवर्धन परिषद की जिम्मेदारियों को निभाना और अन्य समर्थकारी नीतियां शामिल हैं। डॉ विजयलक्ष्मी नडेंदला ने बतायाकि वर्ष 2021-22 केदौरान नारियल उत्पादों का निर्यात 2020-21 में 2294.81 करोड़ रुपये के मुकाबले 3236.83 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40.09 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज करता है।
डॉ विजयलक्ष्मी नडेंदला ने यह भी बतायाकि सीडीबी ने प्राथमिक स्तरपर नारियल उत्पादक समितियों केसाथ त्रिस्तरीय किसान समूहों का गठन करके किसानों को संगठित करने केलिए एक नया विस्तार दृष्टिकोण शुरू किया और मध्यवर्ती स्तरपर नारियल उत्पादक संघ बनाने केलिए उन्हें प्रोड्यूसर्स कंपनी शीर्ष स्तरपर एकीकृत किया और अबतक देश में 9787 सीपीएस, 747 सीपीएफ और 68 सीपीसी का गठन किया जा चुका है। दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में नारियल उत्पादों केलिए अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य, टिकाऊ नारियल सोर्सिंग की ओर बढ़ना, नारियल उत्पादों केलिए वैश्विक बाजार और विकास संभावनाएं एवं नारियल क्षेत्र में नवीन उद्योग पद्धतियां और प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग 4 सत्र शामिल होंगे, जिसमें 20 तकनीकी पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। सम्मेलन में दुनियाभर में 450 से अधिक प्रतिनिधि वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए और 26 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि वास्तविक रूपसे भाग ले रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय के कार्यकारी निदेशक डॉ जेल्फीना सी अलौव ने नारियल में वैश्विक बाजार की संभावनाओं, नारियल क्षेत्रमें नवीन उद्योग और नारियल क्षेत्रमें स्थिरता पर तकनीकी जानकारी के हस्तांतरण की सुविधा केबारे में बल दिया।
तेलंगाना सरकार के प्रधान सचिव और एपीसी डॉ रघुनंदन राव ने बतायाकि तेलंगाना कृषि पर भारी निवेश कर रहा है और नारियल की फसल में जबरदस्त वृद्धि हुई है। उन्होंने कहाकि राज्य खेतों की फसलों से रोपण फसलों की ओर स्थानांतरित हो रहा है। अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय के राष्ट्रीय संपर्क अधिकारी और प्रशासक बर्नी फेरर क्रूज़ ने नारियल क्षेत्र के महत्व पर बल दिया, जिसके लिए बाजार अनुसंधान, नारियल मूल्य वर्धित उत्पादों की गुणवत्ता और डिजिटल मार्केटिंग में सफलता की आवश्यकता है। इस दौरान नारियल विकास बोर्ड के इंडियन कोकोनट जर्नल का हीरक जयंती अंक जारी किया गया और नारियल विकास बोर्ड, राष्ट्रीय कृषि विस्तार और प्रबंधन संस्थान और राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान केबीच स्टार्टअप, बाजार संचालित परियोजनाएं, अनुसंधान, प्रशिक्षण कार्यक्रम और एफपीओ क्षेत्रों में गतिविधियों को संचालित करने केलिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किएगए। मुख्य नारियल विकास अधिकारी डॉ हनुमंठे गौड़ा ने सम्मेलन में गणमान्य अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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