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Wednesday 15 March 2023 12:47:48 PM
बेंगलुरु। भारतीय वायुसेना के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट लिमिटेड सीरीज प्रोडक्शन-3 के तेजस विमानों पर पावर टेक ऑफ शाफ्ट का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया गया। पीटीओ शाफ्ट को चेन्नई में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के कॉम्बैट वाहन रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान ने स्वदेशी रूपसे डिजाइन और विकसित किया है। पीटीओ शाफ्ट, जो विमान में एक महत्वपूर्ण घटक है, भविष्य के लड़ाकू विमानों और उनके वेरिएंट की आवश्यकताओं को पूरा करेगा और प्रतिस्पर्धी लागत और कम समय में उपलब्धता पेश करेगा। सफल परीक्षण केसाथ डीआरडीओ ने जटिल हाईस्पीड रोटर तकनीक को साकार करके एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि हासिल की है, जो केवल कुछही देशों के पास है।
पीटीओ शाफ्ट को अनोखी और इनोवेटिव पेटेंट 'फ्रीक्वेंसी स्पैनिंग तकनीक' केसाथ डिजाइन किया गया है, जो इसे विभिन्न ऑपरेटिंग इंजन गति प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। हल्के वजन की उच्च गति, लुब्रिकेश-फ्री पीटीओ शाफ्ट ड्राइव लाइन में उत्पन्न होनेवाले मिसलिग्न्मेंट को समायोजित करते हुए विमान के इंजन गियर बॉक्स और एयरक्राफ्ट माउंटेड एक्सेसरी गियर बॉक्स के बीच उच्च शक्ति प्रसारित करता है। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी, सैन्य उड़न योग्यता और प्रमाणन केंद्र, एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इस उपलब्धि को हासिल करने केलिए सीवीआरडीई के साथ मिलकर काम किया है। पीटीओ शाफ्ट तकनीक को पहले ही गोदरेज एंड बॉयस मुंबई और लक्ष्मी टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग कोयंबटूर में स्थानांतरित किया जा चुका है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ, पीएसयू और भारतीय उद्योग भागीदारों की सराहना करते हुए कहा हैकि पीटीओ शाफ्ट का सफल कार्यांवयन 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशामें एक और प्रमुख मील का पत्थर है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने कहाकि पीटीओ शाफ्ट की सफलता ने देश की अनुसंधान क्षमता को प्रदर्शित किया है और यह परीक्षण विमान कार्यक्रमों का सक्रिय रूपसे समर्थन करेगा।