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Sunday 19 March 2023 05:01:16 PM
जूनागढ़। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा हैकि सहकारिता से ही किसानों को कई प्रकार के लाभ मिल सकते हैं और सरकार की सभी योजनाएं सहकारिता का मज़बूत स्ट्रक्चर होनेसे आसानी से सभी तक पहुंचनी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार आनेवाले दस साल में देश के किसानों की आय को दोगुना नहीं, बल्कि अनेक गुना बढ़ाने केप्रति कटिबद्ध है। अमित शाह ने इस अवसर पर जिक्र कियाकि कृषि क्षेत्रमें अनेक नई शुरूआतें की गई हैं जैसे-किसान क्रेडिट कार्ड, एफपीओ, कृषि सिंचाई योजना, एमएसपी पर सबसे ज्यादा खरीदी और नए सहकारिता मंत्रालय के माध्यम से देश के किसान को समृद्ध बनाया है। सहकारिता मंत्री ने ये बातें आज गुजरात के जूनागढ़ में ज़िला बैंक मुख्यालय का शिलान्यास एवं कृषि शिविर में एपीएमसी किसान भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में कहीं।
सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहाकि कई उतार-चढ़ाव केबाद जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक का यह वर्तमान स्वरूप सामने आया है। उन्होंने कहाकि जो किसान प्राकृतिक खेती में लगे हैं, उन्हें अपनी पैदावार के अच्छे दाम मिलेंगे। अमित शाह ने कहाकि देश के सहकारिता क्षेत्र से जुड़े लोगों की मांग को पूरा करते हुए सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया है और सहकारिता को बढ़ावा देने केलिए कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए और लिए जारहे हैं। उन्होंने कहाकि प्राकृतिक खेती आने वाले दिनों में धरती माता की सेवा करने का एकमात्र विकल्प बचेगा, क्योंकि लगातार डीएपी और यूरिया का उपयोग होने से 25 साल बाद यह धरती कंक्रीट जैसी हो जाएगी। सहकारिता मंत्री ने कहाकि केंचुए जैसे पॉज़िटिव बैक्टीरिया को डीएपी और यूरिया ख़त्म कर देते हैं, जिनके खेत में पॉजिटिव बैक्टिरिया होते हैं, उनके खेत में कभी जीवाश्म की समस्या नहीं आती, किसीभी प्रकार के इनसेक्ट नहीं आते और किसीभी प्रकार के कीटनाशक के छिड़काव की जरूरत नहीं होती है।
अमित शाह ने कहाकि हमारे पूर्वज खेती जानते थे, लेकिन हम समझेकि यूरिया डालने से फसल बढ़ती है और ऐसा करने से हमारी धरती दूषित हो गई। उन्होंने कहाकि अब लाखों किसान प्राकृतिक कृषि को अपना रहे हैं और उन्हें इसका फायदा भी मिल रहा है, प्राकृतिक खेती से पैदावार बढ़ती है, वर्षा जल का संचय होता है, पेस्टीसाइड का उपयोग नहीं करना पड़ता, उत्पादन बढ़ता है, जिसके दाम भी बाज़ार में अच्छे मिलते हैं। अमित शाह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का अभियान चलाया है और उनके नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हालही में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए तीन राष्ट्रीय स्तर की बहुराज्यीय कोऑपरेटिव सोसायटी की स्थापना की है। उन्होंने कहाकि इन तीन सोसायटी में से दो गुजरात के किसानों केलिए बहुत उपयोगी है, इनमें से एक सोसायटी केतहत प्राकृतिक कृषि वाले किसानों के उत्पाद अमूल के पेटेंट के अंतर्गत लिए जाएंगे और उसका मुनाफा सीधा किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाएगा।
अमित शाह ने कहाकि इस व्यवस्था के पूर्ण रूपसे लागू होनेके बाद हम अपनी भूमि को यूरिया, डीएपी के उपयोग से और अपने शरीर को इनके उपयोग से होनेवाली कैंसर जैसी बीमारियों से बचा पाएंगे, जलस्तर ऊपर आएगा और पर्यावरण भी बचेगा। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित किसानों से आग्रह कियाकि वे प्राकृतिक खेती करनेवाले किसानों से मुलाकात करें और इसे अपनाएं एवं बढ़ावा भी दें। सहकारिता मंत्री ने कहाकि केंद्र सरकार ने फसल उत्पाद के निर्यात केलिए भी एक कोऑपरेटिव सोसायटी की व्यवस्था की है, इसके माध्यम से देश के किसीभी किसान के उत्पाद के निर्यात केलिए ये सोसायटी निर्यात भवन की तरह सेवा देगी और इसका लाभ सीधा किसान के बैंक खाते में आ जाएगा। उन्होंने कहाकि इस व्यवस्था के लागू होने से किसानों की समृद्धि बढ़ेगी, साथही ये तय किया गया हैकि देशकी हर पंचायत में कोऑपरेटिव सेवा सहकारी मंडली बनाई जाएगी। उन्होंने कहाकि सेवा सहकारी मंडली, डेयरी और मत्स्य उत्पादन मंडली तीनों एकही प्रकार की सोसायटी के रूपमें रजिस्टर्ड हों, इस प्रकार की व्यवस्था की गई है।