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Tuesday 4 April 2023 03:12:30 PM
नई दिल्ली। भारतीय थलसेना के 13वें सेनाध्यक्ष और संचालन कुशल एवं दूरदर्शी जनरल के सुंदरजी पर स्मृति व्याख्यान के तीसरे संस्करण का आयोजन मानेकशॉ सेंटर में किया गया। जनरल के सुंदरजी भारत के अग्रणी सैन्य विचारकों में से एक थे। उनकी स्मृति में मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री सेंटर एंड स्कूल और सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज के संरक्षण में यह व्याख्यान हुआ, जिसमें तीनों सेनाओं के सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों केसाथ कई साहित्यकारों एवं विभिन्न चिंतकों ने भी भाग लिया। जनरल के सुंदरजी को सप्रेम 'मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट का जनक' के तौरपर भी पुकारा जाता है। भारतीय थलसेना के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार ने इस अवसर पर कहाकि भारत ने विशेष रूपसे महामारी के दौरान विभिन्न अवसरों पर जिम्मेदारी युक्त भूमिका निभाते हुए एक उभरते वैश्विक नेता की तरह अपनी वैश्विक छवि को बरकरार रखा है।
लेफ्टिनेंट जनरल सुचिंद्र कुमार ने कहाकि जहां तकभी संभव हो सकता है, भारतीय सेना देश की अपेक्षाओं एवं आकांक्षाओं पर खरा उतरने केलिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध तथा तैयार है। इस आयोजन के मुख्य वक्ता भारत के पूर्व विदेश सचिव राजदूत श्याम सरन और सदस्य यूपीएससी एवं सेना कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल राज शुका, जिन्होंने उभरती वैश्विक व्यवस्था को आकार देने में भारत की भूमिका और राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। व्याख्यान में जानकारी से युक्त चर्चा होने केबाद एक प्रश्नोत्तर सत्र काभी आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित श्रोताओं ने दोनों वक्ताओं से समसामयिक विषयों पर बातचीत की।