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Thursday 20 April 2023 04:07:08 PM
जम्मू। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने जम्मू विश्वविद्यालय में 'शांति निर्माण और मेल-मिलाप: बिना युद्ध के युग की शुरुआत' पर यूथ-20 परामर्श में विचार-विमर्श करते हुए कहा हैकि वर्ष 2023 का युवा वर्ष 2047 में भारत को परिभाषित करेगा। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि आजादी केबाद से तीन पीढ़ियां बीत चुकी हैं और प्रतिभा या क्षमता की कोई कमी नहीं थी, लेकिन अनुकूल वातावरण का अभाव था, जो अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहाकि तो यह एक महान अवसर है, लेकिन साथही एक चुनौती और विशेषाधिकार भी है, क्योंकि वही युवा इंडिया@2047 का चेहरा तय करेंगे। उन्होंने कहाकि जो युवा आज तीस वर्ष के हैं, वे प्रमुख नागरिक होंगे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि वर्ष 2023 देश केलिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है, क्योंकि भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, इस शुभ वर्ष में कोईभी विश्वास केसाथ कह सकता हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शासन का एक ऐसा मॉडल दिया है, जो टिकाऊ है, जो घटते रिटर्न के सिद्धांत को खारिज करता है और जो प्रत्येक नई चुनौती केसाथ मजबूत होता जाता है।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि मई 2014 में सरकार बनने के ठीक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा थाकि यह सरकार गरीबों के उत्थान, महिलाओं के सशक्तिकरण और युवाओं की भलाई केलिए समर्पित होगी, यह निराशावाद से आशावाद की यात्रा की शुरुआत है। राज्यमंत्री ने याद कियाकि मई 2014 में सरकार के सत्ता में आने के तुरंत बाद बड़ी संख्या में परिवर्तनकारी बदलाव पेश किएगए, अधिकांश कार्यप्रणाली को ऑनलाइन परिवर्तित कर दिया गया और पारदर्शिता, जवाबदेही और नागरिक भागीदारी लाने केलिए मानव इंटरफ़ेस को न्यूनतम कर दिया गया है, यह इस बातपर प्रकाश डालता हैकि अब एक ऐसी सरकार है, जो इस देश के युवाओं पर भरोसा करती है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि शिकायत निवारण तंत्र को सीपीग्राम्स में स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसके परिणामस्वरूप इस सरकार के आनेसे पहले हर साल सिर्फ 2 लाख की तुलना में हर साल लगभग 20 लाख शिकायतें प्राप्त होती थीं, क्योंकि इस सरकार ने एक समयबद्ध निवारण की नीति और लोगों का विश्वास हासिल किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं, वह करते हैं और वह सबकुछ मुमकिन करने की क्षमता रखते हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरुआत सेही युवाओं से जुड़े मुद्दों और चिंताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री लगातार युवाओं केलिए आजीविका, सरकारी नौकरी, आय के नए रास्ते और अवसर पैदा करने के प्रयास किए हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने भारत के भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम- 1988 का उल्लेख किया, जिसे मोदी सरकार ने 30 साल बाद 2018 में संशोधित करके कई नए प्रावधानों को पेश किया, जिसमें रिश्वत लेने के अलावा रिश्वत देना और साथही व्यक्तियों केसाथ कॉर्पोरेट संस्थाओं में इस तरह के कार्यों केलिए एक प्रभावी निवारण स्थापित करना भी शामिल है। उन्होंने याद किया कि हाल ही में जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय ने उत्तर भारत में अंतरिक्ष का पहला शिक्षण विभाग खोला है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि हम पहले सेही वैश्विक दुनिया का हिस्सा हैं, इसलिए अगर हमें वैश्विक मानकों पर खरा उतरना है तो हमें खुदको वैश्विक चुनौतियों केलिए तैयार करना होगा और हमें जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा आदि वैश्विक चिंताओं का भी समाधान करना होगा।
राज्यमंत्री ने कहाकि यूथ20 जी20 छतरी के नीचे आठ आधिकारिक सगाई समूहों में से एक है, यह जी20 सरकारों और उनके स्थानीय युवाओं केबीच एक संपर्क बिंदु बनाने का एक प्रयास है उन्होंने कहाकि 2023 में वाइ-20 इंडिया समिट भारत के युवा केंद्रित प्रयासों का उदाहरण होगा और दुनियाभर के युवाओं को इसके मूल्यों एवं नीतिगत उपायों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा। राज्यमंत्री ने कहाकि आज के युवाओं पर जिम्मेदारी हैकि वे इस अवसर का कितना अच्छा उपयोग कर सकते हैं, यह उनपर निर्भर करता है। उन्होंने कहाकि उन्हें उम्मीद हैकि उस समय के युवा यह कहने में सक्षम होंगे कि मैं भारत @ 100 का वास्तुकार हूं, इसलिए हम पहले की पीढ़ी केपास आज के युवाओं की उस क्षमता निर्माण को प्रेरित करने की जिम्मेदारी है। कुलपति जम्मू विश्वविद्यालय श्रीराय ने कहाकि जम्मू-कश्मीर हमेशा ज्ञान का केंद्र रहा है, यहां मिशन यूथ जैसी युवाओं को सशक्त बनाने केलिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं, जो आजीविका सृजन, कौशल विकास, मनोरंजन और सामाजिक जुड़ाव, शिक्षा परामर्श, हिमायत, मिशन, महिलाओं केलिए तेजस्वी योजना औरभी बहुत कुछपर ध्यान केंद्रित करती हैं।
इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, रूस और कोरिया गणराज्य जैसे जी20 देशों और नाइजीरिया, घाना, ईरान, मेडागास्कर, अफगानिस्तान, मलावी जैसे अन्य अंतर्राष्ट्रीय देशों के 17 युवा प्रतिनिधियों ने जम्मू-कश्मीर विश्वविद्यालय में दो दिवसीय वाई-20 परामर्श में भाग लिया। भारतभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों ने भी वाई-20 परामर्श में भाग लिया। अजय कश्यप संयोजक वाई-20 सचिवालय, अश्विन सांघी, मनु खजुरिया सिंह लेखक और एक्टिविस्ट यूके वॉयस ऑफ डोगरा के संस्थापक, डॉ आनंद रंगनाथन स्तंभकार लेखक और वैज्ञानिक नई दिल्ली, एमके सिन्हा आईपीएस एडीजीपी जेके पुलिस, वैभव सिंह भू राजनीतिक विशेषज्ञ और रक्षात्मक अपराध के संस्थापक, सुनंदा वशिष्ठ लेखक और टीकाकार यूएसए, ज़हाक तनवीर मिली क्रॉनिकल मीडिया इंग्लैंड के निदेशक संस्थापक और संपादक, तुषार गुप्ता स्वराज्य में वरिष्ठ-उप संपादक और अरुण प्रभात अध्यक्ष बीजेवाईएम जेएंडके, सहाना सिंह लेखक संपादक और स्तंभकार यूएसए, बनीत सिंह स्टार्टअप और वित्तीय विशेषज्ञ यूके, रोहित पठानिया नीति विश्लेषक और इतिहास उत्साही, अपराजिता आचार्य लेखक कारगिल युद्ध नायक की बेटी और जसवीर सिंह जिला पार्षद पंचारी मौंगरी जिला विकास परिषद उधमपुर ने भी विभिन्न सत्रों में अपना संबोधन दिया।