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Saturday 27 May 2023 01:52:42 PM
कानपुर। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नागरिक उड्डयन एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह ने कल संयुक्त रूपसे कानपुर हवाई अड्डे पर यात्री क्षमता बढ़ाने केलिए तैयार नए सिविल एन्क्लेव का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केप्रति आभार व्यक्त करते हुए कहाकि उनके दूरदर्शी नेतृत्व में एक ऐसे नए उत्तर प्रदेश का निर्माण किया जा रहा है, जो न केवल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के लिहाज से उत्कृष्ट है, बल्कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी नई ऊंचाईयों को भी छू रहा है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डालाकि किसीभी विकास को समृद्ध संस्कृति और उस भूमि के इतिहास का सम्मान करना चाहिए और कानपुर हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन में कानपुर में प्राचीन मंदिरों की नक्काशी की गई है, जो इसका एक अच्छा उदाहरण है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य केलिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहाकि भविष्य में उत्तर प्रदेश लगभग हर आयुक्तालय स्तर पर एक हवाई अड्डा वाला राज्य बनेगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उद्घाटन भाषण में कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन का जाल पूरे उत्तर प्रदेश में फैल गया है। राज्य में बुनियादी ढांचे के जबरदस्त विकास कार्यों के बारेमें उन्होंने कहाकि 2014 में राज्य में महज 6 हवाई अड्डे चालू थे, जबकि अब 9 हवाई अड्डे परिचालन में हैं। उन्होंने झांसी, जेवर, अयोध्या एवं अन्य क्षेत्रों में आगामी हवाई अड्डों के बारेमें भी बात की। उन्होंने कहाकि इससे राज्य में हवाई अड्डों की कुल संख्या 22 हो जाएगी और यह बदलाव हवाई यात्रा को सभी केलिए सस्ती और सुलभ करने के संबंधी डबल इंजन सरकार की दूरदर्शिता और सहयोग के कारण संभव हुआ है। वीके सिंह ने कहाकि कानपुर टर्मिनल का आधुनिकीकरण अनुकरणीय है, यह हवाई अड्डा अब 50 यात्रियों की तुलना में 200 से अधिक यात्रियों को संभाल सकता है, इसे 6243 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाया गया है और अब हवाईअड्डे पर 3 विमान पार्क किए जा सकते हैं।
कानपुर हवाईअड्डे के नए टर्मिनल भवन की मुख्य विशेषताएं हैंकि नए टर्मिनल भवन का निर्माण मौजूदा टर्मिनल से 16 गुना बड़े क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये की परियोजना लागत केसाथ गया है। व्यस्ततम समय में पहले के 50 यात्रियों की तुलना में400 यात्रियों को संभालने में सक्षम, 8 चेक-इन काउंटर केसाथ यात्रियों केलिए त्वरित एवं कुशल चेक-इन की व्यवस्था, 3 कन्वेयर बेल्ट, जिनमें स एक प्रस्थान हॉल में और दो आगमन हॉल में लगाए गए हैं, इससे सामान के संग्रह एवं संचालन केलिए बेहतर सुविधा मिलती है। यात्रियों केलिए खुदरा वस्तुओं की खरीद एवं खानपान विकल्पों केसाथ 850 वर्गमीटर का पर्याप्त रियायती क्षेत्र। दृष्टि के लिहाज से दिव्यांग यात्रियों के आवागमन केलिए विशेष सुविधा सुनिश्चित करने केलिए स्पर्श पथ की व्यवस्था। शहर की ओर टर्मिनल के हिस्से पर 150 कारों और 2 बसों की पार्किंग केलिए जगह है, इससे यात्रियों को अपने वाहनों की पार्किंग केलिए पर्याप्त सुविधा मिलेगी। नव निर्मित एप्रन 713मीटर X 23मीटर के एक नए लिंक टैक्सी ट्रैक केसाथ तीन ए-321/ बी-737 प्रकार के विमानों की पार्किंग केलिए उपयुक्त है।
कानपुर हवाईअड्डे के नए सिविल एन्क्लेव पर बनाया गया नया टर्मिनल भवन डबल इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, ऊर्जा की बचत केलिए कैनोपी, एलईडी लाइटिंग, लो हीट गेन डबल ग्लेजिंग यूनिट, भूजल स्तर में सुधार के लिए वर्षा जल संरक्षण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज उपचार संयंत्र एवं रीसाइकल किएगए जल का लैंडस्कैपिंग में उपयोग, 100 केडब्ल्यूपी क्षमता का एक सौर बिजली संयंत्र और देश में राष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग प्रणाली केतहत जीआरआईएचए-4 यानी गृह-4 रेटिंग की व्यवस्था से लैस है। यह देश में सतत विकास और जिम्मेदार संसाधन प्रबंधन को दर्शाता है। नए टर्मिनल भवन के दोनों शहर और हवाई पट्टी ओर के अगले हिस्सों पर कानपुर के प्रसिद्ध जेके मंदिर की मंदिर वास्तुकला को दर्शाया गया है। नए सिविल एन्क्लेव के टर्मिनल भवन के आंतरिक भाग को कपड़ा एवं चमड़ा उद्योग और कवि श्यामलाल गुप्ता, महर्षि वाल्मीकि आदि शहर के प्रसिद्ध हस्तियों पर आधारित विभिन्न स्थानीय विषयों से सजाया गया है।
नए टर्मिनल के डिजाइन में कानपुर और उत्तर प्रदेश राज्य की संस्कृति एवं विरासत को एकीकृत करते हुए आगंतुकों केलिए इसे खास बनाने की कोशिश की गई है। कानपुर एयरपोर्ट के नए सिविल एन्क्लेव के समारोह में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सभापति सतीश महाना, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रतिभा शुक्ला, इलेक्ट्रॉनिक एवं आईटी मंत्री अजीत पाल सिंह, राज्यसभा सांसद देवेंद्र सिंह, लोकसभा सांसद सत्यदेव पचौरी, राज्यसभा सांसद अशोक रावत और नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एएआई एवं उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित थे।