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Wednesday 7 June 2023 03:44:21 PM
पारामारिबो। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूरीनाम की अपनी यात्रा के अंतिम दिन सामुदायिक स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया, जिसकी मेजबानी सूरीनाम में भारत के राजदूत डॉ शंकर बालाचंद्रन ने की थी। राष्ट्रपति ने समारोह को संबोधित करते हुए कहाकि भारत और सूरीनाम भौगोलिक दृष्टि से अलग हो सकते हैं, लेकिन अपने साझा इतिहास एवं अपनी साझी विरासत से एक हैं, सूरीनाम तथा सूरीनामी के लोगों का भारतीयों के हृदय में विशेष स्थान है। राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त कीकि सूरीनाम में भारतीय डायस्पोरा देश के आर्थिक, राजनीतिक तथा सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और निभा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि विदेशों में भारतीय समुदाय ने लगभग सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की है। उन्होंने कहाकि भारत को भारत-सूरीनामी लोगों की उपलब्धियों और सूरीनाम के विकास में उनकी भूमिका पर बहुत गर्व है। राष्ट्रपति ने कहाकि भारतीय समुदाय दोनों देशों केबीच मित्रता और सहयोग के सेतु के रूपमें काम करता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि भारतीय समुदाय के लोग अपने-अपने क्षेत्रों में कठिन परिश्रम करते रहेंगे और भारत तथा सूरीनाम केबीच अनूठे संबंधों को और ज्यादा मज़बूत बनाएंगे। राष्ट्रपति ने कहाकि आज भारत परिवर्तन के पथ पर है, तेज वृद्धि केसाथ बने रहने केलिए नई अवसंरचना का निर्माण कर रहा है, हम डिजिटल अर्थव्यवस्था, नई टेक्नॉलोजी, जलवायु परिवर्तन कार्रवाई पर वैश्विक नेतृत्व करने का प्रयास कर रहे हैं और नॉलेज समाज के रूपमें उभर रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहाकि भारत के शानदार आर्थिक लचीलेपन ने अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त की है, भारत अपने अनुभवों को साझा करने और प्रगति तथा विकास केलिए सूरीनाम की खोज में समर्थन देने केलिए तैयार है। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लल्ला रुख संग्रहालय, आर्य दिवाकर मंदिर और विष्णु मंदिर देखने गईं। उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी और पारामारिबो में ‘जेवालेन हेल्डेन 1902’ के स्मारक पर भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम और सर्बिया की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में बेलग्रेड केलिए रवाना हो चुकी हैं।