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Monday 19 June 2023 12:36:13 PM
लखनऊ। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा हैकि बीते नौ वर्ष में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का महत्व बढ़ा है और विश्व में अब भारत की बात ध्यान से सुनी जाती है। लखनऊ में एक कार्यक्रम में संघ लोकसेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा के सफल उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहाकि विकसित भारत का विचार अब केवल स्वप्न नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रखर नेतृत्व में वास्तविकता में बदल रहा है। राजनाथ सिंह ने कहाकि अब अमेरिका जैसी महाशक्ति भारत के प्रधानमंत्री का स्वागत करने केलिए लगन से तैयारी करती है और विदेशी मीडिया भारत की सफलता की गाथा के बारेमें बात करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण पर रक्षामंत्री ने कहाकि इस प्रकार राष्ट्र निर्माण में युवा लोक सेवकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अभ्यर्थियों से कहाकि उनके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है, वे ऐसे समय में सेवा करने जा रहे हैं, जब देश अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है, जब वे वर्ष 2047 में अपना कार्यकाल समाप्त करेंगे तो देश अपनी स्वाधीनता का 100वां वर्ष मना रहा होगा और मैं चाहूंगाकि आप आनेवाली चुनौतियों केलिए तैयार रहें, हमसब मिलकर चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और भारत को एक विकसित राष्ट्र के मार्ग पर आगे ले जा सकते हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसेवकों का आह्वान कियाकि वे जनसमुदाय की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरें और उनके साथ सक्रिय रूपसे जुड़कर सरकार में लोगों का विश्वास अर्जित करें। उन्होंने जोर देते हुए कहाकि यदि नौकरशाह जन समुदाय केसाथ सरलता से जुड़ते हैं तो लोकतंत्र में लोगों का विश्वास कई गुना बढ़ जाएगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात को रेखांकित कियाकि जैसे-जैसे समाज प्रगति और समृद्धि के पथपर बढ़ रहा है, सामंती व्यवस्था और मानसिकता कम होती जा रही है, ऐसे में जनता की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं पर खरा उतरना नौकरशाहों और नेताओं की क्षमता का मापदंड है। उन्होंने कहाकि एक समय था जब समाज में अधिकार की संस्कृति हुआ करती थी, अब न्यायोचित संस्कृति अधिकार की संस्कृति से आगे निकल गई है, क्योंकि जनसमुदाय संचार के नए साधनों केसाथ शिक्षित और अधिक जागरुक हो रहे हैं। उन्होंने रोजमर्रा की शासन प्रणाली और लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों की भूमिका के बारेमें कहाकि सिविल सेवकों को जनप्रतिनिधियों के सुझावों को ध्यान से सुनना चाहिए और उन्हें लागू करने केलिए कार्य करना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि लोगों की आकांक्षाओं के प्रतिनिधि होते हैं। रक्षामंत्री ने स्थानीय प्रशासन में अनुचित राजनीतिक हस्तक्षेप की संस्कृति की निंदा की, हालांकि उन्होंने जनप्रतिनिधियों से मार्गदर्शन की वकालत की, क्योंकि जनप्रतिनिधि देश के आम नागरिकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि जनप्रतिनिधि के रूपमें वे निश्चित तौरपर अपने निर्वाचन क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को आपके समक्ष उठाएंगे, इसलिए आपको अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों केसाथ मिलकर काम करना होगा। हाल के वर्षों में सिविल सेवा परीक्षा में महिलाओं के अभूतपूर्व प्रदर्शन की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहाकि लड़कियों ने शीर्ष 3 पदों पर विजय हासिल की है और शीर्ष 25 में से 14 लड़कियां परिवर्तनशील भारत और नवभारत की छवि प्रस्तुत करती हैं। उन्होंने कहाकि हमारी बेटियों को जबभी अवसर मिला है, उन्होंने देश समाज और परिवार का नाम रोशन किया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूलमंत्र और संरक्षण के दर्शन का उल्लेख करते हुए रक्षामंत्री ने युवा सिविल सेवकों से कहाकि वे लोगों के कल्याण केलिए कोईभी निर्णय लेते समय समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के बारेमें जरूर सोचें।