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Saturday 1 July 2023 04:29:06 PM
अयोध्या। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अयोध्या में निर्माणाधीन मर्यादापुरूषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के विकास कार्यों पर विश्वास व्यक्त किया हैकि यह हवाईअड्डा अयोध्या के विकास और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने हवाईअड्डे की प्रगति पर ट्वीट करके इसकी जानकारी साझा की और कहाकि विकास कार्यों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी भारत में ढांचागत सुविधाओं के विकास में उनकी दूरदर्शिता का पता चलता है, यह अत्याधुनिक हवाईअड्डा हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने और पवित्र धार्मिक शहर अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहाकि इस परियोजना से न केवल क्षेत्रीय विकास तेज हो रहा है, बल्कि भगवान श्रीराम से जुड़ी सांस्कृतिक विरासत का भी मान बढ़ रहा है।
मर्यादापुरूषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या और दूसरे शहरों को विमान सेवाएं प्रदान करेगा। यह हवाई अड्डा अयोध्या जिले के नाका, फैजाबाद में NH-27 और NH-330 के निकट स्थित है। इसका विकास कार्य सितंबर 2023 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। यह हवाईअड्डा ए-321/बी-737 प्रकार के विमानों के परिचालन के लिए उपयुक्त होगा। इसे लगभग 350 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। इसके विकास कार्यों में आईएफआर कंडीशन के तहत कोड-सी प्रकार के विमानों के परिचालन के लिए मौजूदा रनवे को 1500 मीटर x 30 मीटर से 2200 मीटर x 45 मीटर तक विस्तार करना शामिल है। इसमें एक अंतरिम टर्मिनल भवन, एक एटीसी टावर, एक फायर स्टेशन, कार पार्किंग, कोड ‘सी’ प्रकार के 03 विमानों की पार्किंग के लिए नए एप्रन तथा शहर और एयर-साइड में सभी ढांचागत सुविधाएं होंगी।
श्रीराम हवाईअड्डा अयोध्या का अंतरिम टर्मिनल भवन 6250 वर्गमीटर क्षेत्र में होगा और सबसे व्यस्त समय में यह 300 यात्रियों के प्रबंधन में सक्षम होगा। यात्री सुविधाओं में आठ चेक इन काउंटर होंगे, तीन कनवेयर बेल्ट (1 प्रस्थान और 2 आगमन हॉल), 75 कार और दो बसों के लिए पार्किंग सुविधा होगी। हवाईअड्डा पीआरएम यानी कम गतिशीलता या दिव्यांग यात्रियों की सुविधा से भी सुसज्जित होगा। हवाईअड्डे में वह तमाम सुविधाएं होंगी, जिनसे इसे अधिक टिकाऊ और वहनीय बनाया जा सकेगा। इसमें छत की डबल इंसुलेटेड प्रणाली, ऊर्जा बचत के जरूरी प्रावधान, एलईडी लाइटिंग, लो हीट गेन डबल ग्लेजिंग यूनिट, भूजल रिचार्ज के लिए वर्षा जल संचयन, फव्वारे, एचवीएसी, जलशोधन संयंत्र, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और लैंडस्केपिंग केलिए रिसाइकल्ड पानी का इस्तेमाल, जीआरआईएचए-वी रेटिंग्स पूर्ति केलिए 250 केडब्ल्यूपी क्षमता का सौरऊर्जा संयंत्र शामिल है। टर्मिनल भवन का डिजाइन अयोध्या और उत्तर प्रदेश राज्य की संस्कृति और विरासत वाला होगा, ताकि यहां आने वाले यात्रियों को इसकी अनुभूति हो।
टर्मिनल भवन की बाहरी दीवारें (शहर की तरफ और हवाईपट्टी दोनों तरफ) अयोध्या में निर्माणाधीन भगवान श्रीराम मंदिर की वास्तुकला के अनुरूप होंगी। हवाईअड्डे की प्रस्तावित टर्मिनल बिल्डिंग में श्रीराम मंदिर का भव्य चित्रण होगा, जिससे यहां आने वाले यात्रियों को आध्यात्मिक अनुभूति होगी। टर्मिनल वास्तुकला का बेजोड़ नमूना होगा जिसमें अलग-अलग ऊंचाई के शिखर होंगे जोकि इस भवन की शान को और बढ़ाएंगे। छोटे-बड़े शिखर केसाथ ही टर्मिनल भवन में सजावटी खंबे इसकी भव्यता को और बढ़ाएंगे, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को नया अनुभव होगा। नए टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्से को स्थानीय कला, पेंटिंग और भगवान श्रीराम के जीवन चक्र से जुड़े भित्ती चित्रों से सजाया जा रहा है।