स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 17 July 2023 12:43:25 PM
गांधीनगर। भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री लॉरेंस वोंग ने संयुक्त रूपसे गांधीनगर में तीसरे सिंगापुर-भारत हैकथॉन में भारत-सिंगापुर के सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप और छात्रों को सम्मानित किया। भारत के शिक्षा मंत्रालय केतहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी सिंगापुर के तीसरे सिंगापुर-भारत हैकथॉन में एमिटी यूनिवर्सिटी और द्वारकादास कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा नियामकों को अंदरूनी व्यापार के संभावित संदिग्धों का पता लगाने में मदद करने केलिए विकसित एक उपकरण ने शीर्ष छात्र पुरस्कार प्राप्त किया है। स्टार्टअप श्रेणी में शीर्ष विजेता हकदर्शक ने 2.8 मिलियन भारतीयों को सरकारी कल्याण सेवाओं में एसजीडी 700 मिलियन के करीब अनलॉक करने में सक्षम बनाया है।
आईआईटी गांधीनगर में जी20 की अध्यक्षता केतहत हुए हैकथॉन के समापन समारोह में भारत-सिंगापुर के 600 से अधिक छात्रों, स्टार्टअप, निवेशकों, नीति निर्माताओं, कंपनियों और शिक्षाविदों ने भाग लिया। भारत के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर कहाकि ज्ञान ही शक्ति है और एसआईएच जैसी पहल ज्ञान के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने एवं युवाओं की नवाचार क्षमता को उजागर करने का एक शानदार तरीका है। उन्होंने कहाकि आम सामाजिक चुनौतियों का समाधान खोजने केलिए हमें हैकथॉन संस्कृति को एसटीईएम के दायरे से परे ले जाना चाहिए। धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि ज्ञान, अनुसंधान और नवाचार की शक्ति से प्रेरित होकर दोनों भारत-सिंगापुर भविष्य केलिए बेहतर तैयारी करने, पारस्परिक समृद्धि हासिल करने और वैश्विक हित केलिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहाकि आधुनिक विकास तीन बिंदुओं ज्ञान, अनुसंधान और नवाचार पर आधारित है। उन्होंने कहाकि ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के रूपमें सिंगापुर ने पिछले 30-40 वर्ष में ज्ञान और शिक्षा में उत्कृष्टता के माध्यम से खुदको बदल लिया है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बातपर प्रकाश डालाकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से भारत ने ज्ञान आधारित समाज बनने में प्रगति की है और अमृतकाल के अगले 25 वर्ष भारत केलिए आशाओं एवं संभावनाओं से भरे हैं एवं सिंगापुर-भारत हैकथॉन जैसी पहल से घनिष्ठ सहयोग से हमारे दोनों देशों केबीच ज्ञान के आदान-प्रदान में मदद मिलेगी। सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री लॉरेंस वोंग ने कहाकि सिंगापुर-भारत हैकथॉन अद्वितीय और मूल्यवान है, जिसे दोनों देशों के राजनेताओं का समर्थन प्राप्त है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से इसकी परिकल्पना की गई है। उन्होंने कोविड महामारी केबाद पहलीबार हैकथॉन के समापन समारोह केलिए गांधीनगर आने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहाकि हैकथॉन वैश्विक चुनौतियों को एकसाथ हल करने केलिए हमारे सर्वश्रेष्ठ युवाओं और दिमागों को एकसाथ लाता है। हैकथॉन की टीमों ने छह मुद्दों वित्तीय धोखाधड़ी का पता लगाने, वित्तीय समावेशन और ऋण की उपलब्धता, समुद्र के जलस्तर में वृद्धि और तटवर्ती बाढ़, खाद्य की रीसाइक्लिंग के अनुकूलन, कार्बन फूटप्रिंट की निगरानी और सिंगापुर-भारत व्यापार कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिए जाने से जुड़ी समस्याओं के समाधान प्रस्तुत करने केलिए प्रतिस्पर्धा की थी।
सिंगापुर-भारत हैकथॉन ने इस वर्ष न केवल एनटीयू सिंगापुर और आईआईटी गांधीनगर जैसे अनुसंधान केंद्रित शैक्षणिक संस्थानों को एकसाथ लाया, बल्कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने केप्रति इच्छुक दोनों देशों की प्रमुख कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र को स्टार्टअप के निर्माण केलिए दुनिया के कुछ सबसे अधिक प्रभावशाली उद्यमियों का मार्गदर्शन करने केलिए भी एकसाथ लाया। धर्मेंद्र प्रधान और लॉरेंस वोंग ने 'स्कूलों से लेकर कौशल' तक सभी क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने पर सार्थक बातचीत की। दोनों मंत्रियों ने स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा के एकीकरण, महत्वपूर्ण कौशल केसाथ युवाओं को सशक्त बनाने, भविष्य केलिए कार्यबल, क्षमता निर्माण पर चर्चा की। शैक्षणिक संस्थानों, शिक्षकों और प्रशिक्षकों, अनुसंधान और नवाचार सहयोग भारत की प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने शिक्षा और कौशल विकास में सहयोग केलिए दोनों देशों की सरकारों केबीच समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप देने, हस्ताक्षर करने तथा एक-दूसरे के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को शामिल करने और हमारी भावी पीढ़ियों केलिए ज्ञान एवं कौशल की साझेदारी की पूरी क्षमता तैयार करने को लेकर एक संयुक्त कार्यसमूह स्थापित करने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में सिंगापुर की सरकारी यात्रा पर प्रथम सिंगापुर-भारत हैकथॉन की शुरुआत की थी, पिछले दो कार्यक्रम 2018 में सिंगापुर में और 2019 में भारत में आईआईटी मद्रास में आयोजित किए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर एक लिखित संदेश भी भेजा, जिसमें उन्होंने कहाकि उन्हें एनटीयू सिंगापुर-भारत हैकथॉन 2023 के बारेमें जानकर खुशी हुई है। इसका आयोजन ऐसे समय में हुआ है, जब भारत ने जी20 की अध्यक्षता संभाली है, जी20 की अध्यक्षता का मंत्र 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' वसुधैव कुटुंबकम की प्राचीन भारतीय अवधारणा की अभिव्यक्ति है, जिसका अर्थ हैकि पूरा विश्व एक परिवार है। साझा भविष्य के निर्माण केलिए एकसाथ आना इस दृष्टिकोण का सार है। सिंगापुर-भारत हैकथॉन एक ऐसी पहल है, जो इस नेक विचार को समाहित करती है। इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने सिंगापुर-भारत हैकथॉन में भाग लेनेवाले छात्रों और स्टार्ट-अप केसाथ बातचीत की। उन्होंने लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालने और नवाचार एवं उद्यमिता के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के उनके जुनून की प्रशंसा की।