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Wednesday 19 July 2023 05:05:14 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय संग्रहालय और दक्षिण अफ़्रीकी उच्चायोग केसाथ साझेदारी में इस वर्ष भारत में विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन ने 'अफ्रीका के साथ भारत की ऐतिहासिक यात्रा: साथ मिलकर आगे बढ़ना' शीर्षक से एक विशेष प्रदर्शनी के साथ नेल्सन मंडेला की जयंती मनाई। गौरतलब हैकि नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 18 जुलाई को मनाया जाता है। यह विश्वभर के आइकन के जीवन और विरासत को पहचानने एवं शांति और स्वतंत्रता की संस्कृति में उनके योगदान का सम्मान करने का एक तरीका है। प्रदर्शनी का उद्घाटन दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त जोएल सिबुसिसो नडेबेले और विदेश मंत्रालय के आर्थिक संबंधों के सचिव दम्मू रवि ने राष्ट्रीय संग्रहालय में मंडेला के मूल्यों और मानवता की सेवा केप्रति समर्पण पर प्रकाश डालते हुए किया।
दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त एचई जोएल सिबुसिसो नडेबेले ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए अफ्रीका के उपनिवेशीकरण को समाप्त करने में भारत के योगदान को स्वीकार किया और भारत को ग्लोबल साउथ का चैंपियन बताया। विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) दम्मू रवि ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों के महत्व पर जोर दिया, क्योंकि राष्ट्रीय संग्रहालय में विशेष प्रदर्शनी नेल्सन मंडेला जैसे प्रतीकों के मूल्यों और विरासत को दर्शाती है। उन्होंने अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूपमें शामिल करने की भारत की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। राष्ट्रीय संग्रहालय के अपर महानिदेशक आशीष गोयल ने उल्लेख कियाकि कैसे दो सहस्राब्दियों से अधिक पुराने भारत-अफ्रीका संबंधों को अफ्रीकी देशों की सांस्कृतिक एवं कला प्रथाओं का प्रदर्शन करके और मजबूत किया जा सकता है।
आशीष गोयल ने राष्ट्रीय संग्रहालय में अफ्रीकी कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने की अपार संभावनाओं और भारतभर में अफ्रीकी विरासत और भारत-अफ्रीका संबंधों को प्रदर्शित करने केलिए अफ्रीकी संग्रहालयों केसाथ मौजूदा समझौता ज्ञापनों की खोज पर जोर दिया। वीआईएफ के निदेशक डॉ अरविंद गुप्ता ने कहाकि संयुक्तराष्ट्र ने सितंबर 2018 में 2019-2028 को नेल्सन मंडेला शांति दशक के रूपमें घोषित किया था और आज दुनिया जिन संकटों से जूझ रही है, उसके कारण इसने प्रासंगिकता हासिल कर ली है। एमपी-आईडीएसए की सलाहकार डॉ रुचिता बेरी ने नेल्सन मंडेला की रिहाई केबाद उनकी भारत यात्रा के दौरान उन्हें देखकर और भारतीयों के उत्साह के बारेमें बताया। राजदूत अनिल त्रिगुणायत (सेवानिवृत्त) प्रतिष्ठित फेलो वीआईएफ ने बतायाकि कैसे महात्मा गांधी भारत केलिए अफ्रीका का उपहार थे और मंडेला अफ्रीका केलिए भारत का उपहार थे।
राष्ट्रीय संग्रहालय में नेल्सन मंडेला पर प्रदर्शनी ऐतिहासिक और वर्तमान छवियों केसाथ प्रदर्शनों के माध्यम से भारत-अफ्रीका दोस्ती की ऐतिहासिक यात्रा को प्रदर्शित करती है। आठवीं शताब्दी ईसा पूर्व से भारत और कई अफ्रीकी देशों केबीच नियमित व्यापार संबंध थे। भारत और अफ्रीका केबीच क्षमता निर्माण, विकास सहयोग और समान रूपसे एकसाथ विकास करने केलिए आर्थिक और तकनीकी पहलों से संचालित एक संपन्न साझेदारी है। यह कार्यक्रम इस गहरे संबंध का जश्न मनाने का एक अवसर है। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य नेल्सन मंडेला के मूल्यों और मानवता की सेवा केप्रति उनकी प्रतिबद्धता के सम्मान में मंडेला दिवस मनाना और अतीत से वर्तमान तक भारत-अफ्रीका संबंध के बारेमें जागरुकता पैदा करना है। यह प्रदर्शनी भारत-अफ्रीका कूटनीति और लोगों से लोगों केबीच संबंध के विभिन्न पहलुओं की खोज करने और ऐतिहासिक बंधन को और मजबूत करने तथा भारत-अफ्रीका के बारेमें अधिक जानने केलिए आम जनता केबीच रुचि पैदा करने में भी सक्षम बनाती है।
मंडेला दिवस मनाने केलिए विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन ने प्राचीन से लेकर हाल के समय तककी लगभग 60 तस्वीरों की एक फोटो प्रदर्शनी तैयार की है। राष्ट्रीय संग्रहालय ने प्राचीन मिस्र (अफ्रीका) से लगभग 20 पुरावशेषों का प्रदर्शन भी एकत्र किया है, इनमें महिलाओं की मूर्तियां, जानवर और लैंप, बर्तन और सजावटी पैनल जैसी पुरातन वस्तुएं शामिल हैं। इसे अंतिम रूप देने केलिए दक्षिण अफ्रीका उच्चायोग ने नेल्सन मंडेला से संबंधित तस्वीरों के साथ-साथ अफ्रीकी कला और संस्कृति को पहचानने वाली कई प्रदर्शनियों का भी योगदान दिया। प्रदर्शनी 30 जुलाई 2023 तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक देखी जा सकेगी। ज्ञातव्य हैकि राष्ट्रीय संग्रहालय सोमवार और राष्ट्रीय अवकाशों पर बंद रहता है।